5 आसान तरीके Consistancy कैसे लाएं ?

Consistancy कैसे लाएं?
यदि आपको किसी भी skill में बेहतर बनना है, किसी आदत को डालना या छोड़ना है, या फिर किसी भी चीज में अच्छा बनना है। तो इसके लिए consistency ही पहली और सबसे महत्वपूर्ण चीज है। हमारी रोज की practice और achivement के लिए consistency की प्रक्रिया सुनने में जितनी आसान लगती है । उतना ही उसे रोज follow करना मुश्किल भी है। इसके पीछे कुछ मुख्य कारण हैं। जैसे - रोज action लेने का मन ना होना या motivation की बहुत जादा कमी , असल में consistent रहने की यह आदत सालों की practice के किसी के लिए आसान हो जाती है, तो वहीं अधिकतर लोग इसे follow नहीं कर पाते हैं। 

5 आसान तरीके Consistancy कैसे लाएं ? 

5 आसान तरीके Consistancy कैसे लाएं ?

यदि आप भी कंसटेन्सी लाना चाहते हैं, तो आपको इन 5 आसान तरीको को अपनाना चाहिए |
 
Consistancy लाने के 5 आसान तरीके कैसे लाएं ? 
  1. वस्विक टार्गेट ( Realistic target) 
  2. Action और Motivation
  3. एक समय एक आदत (One habit at a time) 
  4. दिल से जादा दिमाग की सुनो 
  5. Consistancy बोरिंग है 
तो चलिए इन सभी को एक एक करके जानते हैं | 

1. वस्विक टार्गेट ( Realistic target) -

जो गलती हम में से जादातार लोग करते हैं, वह यह है। की जब भी हमें किसी चीज में consistent बनना होता है। तो हम खुद से कहते हैं, की अब से मैं इस चीज या आदत को consistently फॉलो करूँगा। जैसे - यदि आपको जल्दी उठना है, तो आप खुद से कहते हैं की अब मैं रोज जिंदगी भर जल्दी उठूंगा और अपनी पूरी जिंदगी बदल डालूंगा। शुरूआत में तो आपके अंदर Motivation और जोश होता है, लेकिन जैसे- जैसे दिन बीतते हैं, आप फिर वही पुराने रूटीन में आने लगते हैं, क्योंकि आपको खुद यह असंभव लगने लगता है। और आपको इसे छोड़ना सही लगता है। 

तो यहाँ आपमें या आपके goal में कोई समस्या नहीं है। समस्या है, आपके द्वारा चुने गय unrealistic और लंबे समय में, आपको खुद से यह नहीं बोलना है, की मैं इसे जिंदगी भर करूँगा, बल्कि आपको यह तय करना है की मैं एक हप्ते तक रोज सुबह जल्दी उठूंगा और उसके बाद ही आँगे की सोचूँगा लेकिन, मुझे अभी अपना सारा फोकस इस एक हप्ते में रखना है। 

तो दोस्तों आपको किसी भी चीज को consistency के साथ follow करने के लिए एक समय चुनना है, जैसे- कुछ दिन, एक हप्ता या 30 दिन, लेकिन बहुत जादा लंबा समय नहीं चुनना। 

2. Action और Motivation-

क्या आप भी यही सोंचते हैं की action लेने के लिए हमारे अंदर पहले motivation होना चाहिए, तो आप गलत सोंचते हैं। चूंकि हम पहले से सुनते आ रहे हैं, यदि आप अधिक motivate रहेंगे तो आप खुद व खुद action लेना शुरू कर देंगे, लेकिन असल में हम action लेने के लिए Motivation का इंतज़ार करते रहते हैं। और बहुत बार motivation आ भी जाती है। तब भी हम action नहीं ले पाते हैं, क्या हूमें जिंदगी भर ऐसा ही करना चाहिए, की जब motivation होगी तभी हम काम करेंगे, नहीं यह एक बहुत ही गलत और आलसी सोंच है। 

दोस्तों असल में motivation action लेने के लिए बढ़ावा नहीं देती, बल्कि जब आप action लेते हैं, तो यह खुद आपको motivate रखता है, और बार बार action लेने के लिए बढ़ावा देता है, इसलिए जो काम करने वाले लोग होते हैं, वो हमेसा action लेते रहते हैं। और कुछ न कुछ करते ही रहते हैं। क्योंकि उनके अंदर action लेने की आदत होती है। 

तो यदि आप काम टलते हैं यानी अभी के काम को बाद में करने की सोंचते हैं, तो आप यह बात पूरी तरह से भूल जाओ की motivation हमें action लेने के लिए बढ़ावा देगी, बल्कि अपने दिमाक में यह बैठा लो की पहला action आगे लेने वाले action के लिए बढ़ावा और हमे motivate रखेगा। सबसे जादा मुश्किल पहला कदम उठाना ही होता है, यह हम नही बल्कि दुनिया के बड़े-बड़े Reasearcher भी कहते हैं। 

3. एक समय एक आदत (One habit at a time) 

हमारे पास बहुत सारे विकल्प होते हैं, अच्छी हैबिट डालने के । और एक लंबी लिस्ट होती है, उन बुरी आदतों की जिन्हे हम छोड़ना चाहते हैं, और फिर हम एक साथ सारी बुरी आदतों को छोड़ने और अच्छी आदतों को अपनाने की कोशिस करते हैं। 

जैसे- हम सोचते हैं की अब से हम फोन का उपयोग बहुत कम करेगे और सुबह जल्दी उठेंगे, और रोज कुछ घंटे पढाई करेंगे, अपनी बुरी आदतों को छोड़ देंगे और अच्छी आदतों को अपनाकर अपने passion पर काम करेगे आदि। और ऐसे में फिर हम अलग अलग आदतों को follow करने की कोशिस करते हैं, और किसी एक चीज को हम नहीं कर पाते हैं। 

इसलिए सबसे बेहतर और अच्छा तरीका है, किसी एक आदत को ही consistant follow करें, यदि आपको रोज कुछ घंटे पढ़ना है, अपने passion पर काम करना है, या कुछ भी करना है, सिर्फ उस एक पर आदत को consistant follow करना है, तो केवल उस एक आदत को कुछ समय तक follow करने में अपना 100% लगा दें, ऐसे में आपकी बाकी की कुछ problems तो केवल एक आदत को follow करने से ही solve हो जायेगी और जब आप उस आदत को consistant follow करने में माहिर हो जाएं और आपको उसकी आदत हो जाय तो आप उसके बाद बाकी की आदतों को एक एक करके follow करना शुरू कर दें। 

4. दिल से जादा दिमाग की सुनो -

जिसने भी जिंदगी में कुछ बड़ा हासिल किया है, वो हमेसा अपने दिमाग और दिल के बीच बैलेंस बनाकर चाला है, देखा जाय तो हमें  अपनी जिंदगी के purposefull desision अपने heart से लेने चाहिए, और logical desesion अपने दिमाक से यदि आपका दिल कहता है, जिसे मन भी कहा जाता है, आपको जिंदगी में कुछ बड़ा हासिल करना है , तो यह आपके दिल का निर्णय है लेकिन उस बड़े मुकाम तक पहुँचने के लिए आपको एक logical और practical action लेने के लिए प्लान की जरूरत होगी जिसमे आपका दिमाग आपकी मदद करेगा । तो रोज action लेने या किसी भी चीज को consistant करना एक repetetive prossecc है

और हमारे मन को repet होने वाली चीजें पसंद नहीं आती, और यह आपको उसे करने से रोकता है। तो ऐसी स्थिति में आपको सोचना होगा की हमारा दिल हमें भटकाने की कोशिस कर रहा है। लेकिन हमें अपने दिमाग की सुन्नी है, क्योंकि दिमाग ही हमें सही बताता है की action लेना चाहिए या नहीं। अक्सर ऐसी स्थिति में आपका मन उसे ना करने को कहता है। और वहीं आपका दिमाग अभी कर लें यह आपके लिए जरूरी है । लेकिन 90% से जादा लोग अपने दिमाग की ना सुनकर दिल की ही सुनते हैं यही लोग फिर जिंदगी भर के लिए नीचे ही बने रहते हैं। यदि आप स्मार्ट हो तो आपको दिल या मन की का और अपने दिमाग की जादा सुननी चाहिए। 

5. Consistancy बोरिंग है -

विराट कोहली कहते हैं। की consistancy बहुत boring चीज है लेकिन consitancy की आदत ने ही मुझे इंडियन टीम का captain बनाया है। यह सुनने में बहुत ही अच्छा और motivating लगता है। लेकिन असल में किसी चीज को रोज करना एक समय के बाद बोरिंग हो जाता है। चाहे वह चीज आपको कितनी ही पसंद क्यों ना हो यही human nature है आपको पिज्जा burger या कुछ और कितना भी पसंद क्यों न हो लेकिन एक समय के बाद या कुछ महीनो बाद आपको उस चीज से नफरत होने लगेगी। तो जो काम और आदत आपको बोरिंग और हार्ड लगती हैं उसे लंबे समय तक follow करना आपके लिए कठिन हो सकता है। 

तो किसी भी चीज को consistancy के साथ follow करने से पहले यह चीज समझ लें और mindset बना लें की consistant कुछ भी follow करना बहुत मुश्किल होने वाला है और मन भरने के बाद या कुछ भी ना करने का मन करे तो यह सोचना आज करूं या कल यह बोरिंग और हार्ड होने वाला है। और इसे ना करने से मैं पहले की तरह हो जाऊंगा, तो यह समझ लें की boring होना या न होना जादा मायने नही रखता बस यह मायने करता है की आप consistent आज उस काम को करते हैं या नहीं और इसी borimg चीज को आप यदि consistent करते हैं तो यही चीज आगे चलके आपको एक champion बनाती है। 

आज हमने क्या सीखा:-

आज के ब्लॉग में हमने सुरक्षित निवेश के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की 5 आसान तरीके Consistancy कैसे लाएं  ?  तथा अन्य बातेँ भी हमने सीखी। जो आपको सुरक्षित निवेश करने में आपकी मदद करेगी । 

आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏😊

यदि आपको Consistancy  से related कोई जानकारी चाहिए तो आप comment करके हमे बता सकते। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे। 
                                                   
धन्यवाद ( Thank you)

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I am Pranshu Soni, I am a blogger and I give information about Investment, Trading, Share Market Concept, Share Price Target, And Best Share to people in my blog.

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