share kharidne se pahle kya dekhe - मैं या कोई भी व्यक्ति हो जब शेयर खरीदने की सोचता है तो उसके मन में यह सवाल जरूर आता है, की एक अच्छा और मजबूत शेयर खरीदने से पहले क्या - क्या देखना चाहिए |
वो कौन सी चीज़े है जिन्हे ध्यान में रखकर शेयर खरीदना चाहिए, यदि आप शेयर बाजार से कमाना चाहते हैं, पैसा तो समझ लें ये कुछ 17 बारीकियां, क्यूंकि बहुत लोगों को लगता है, की शेयर खरीदने से पहले केवल उसका प्राइस देखना काफी है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है, आपको प्राइस के अलावा भी अन्य चीज़ों को ध्यान में रखना होता है, तभी आप एक अच्छा और मजबूत शेयर चुन सकते हैं, और यही आपको प्रॉफिट देता है | और आपका पैसा भी सुरक्षित रहता है | पढ़ें - शेयर मार्केट कैसे सीखे | शेयर मार्केट सीखने के 10 आसान तरीके
इसलिए जरूरी है, की शेयर खरीदने से पहले इस लिस्ट में दी गई बातों को एक बार ध्यान रखें | और तभी शेयर खरीदने का निर्णय लें| तो मैं आज की इस पोस्ट में आपको एक कम्पलीट रोडमैप देने जा रहा हूँ, जहाँ आपको पता चलेगा की शेयर खरीदने से पहले क्या करना चाहिए? | 17+ महत्वपूर्ण बातें जिससे शेयर खरीदते समय आपको आसानी होगी, और अप्प एक अच्छा और मजबूत शेयर चुन सकेंगे |
Table of Contents
17+ जरूरी बातें शेयर खरीदने से पहले क्या करना चाहिए?

जब भी आप शेयर खरीदते हैं, आपको यह बात जरूर याद रखनी चाहिए की आप केवल शेयर में निवेश नहीं कर रहे हैं, बल्कि आप उस कम्पनी में निवेश कर रहे हैं, और आप उस कम्पनी के कुछ परसेंट शेयर के मालिक बनने जा रहे हैं | आप जिस भी कम्पनी में निवेश कर रहे हैं वो कोई न कोई बिज़नेस तो करती ही है | और इसका सीधा मतलब है, जब उस कम्पनी का बिज़नेस बढ़ेगा तो आपका भी पैसा बढ़ेगा |
यह बात ट्रेडर्स के लिए नहीं है बल्कि लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट करने वाले इन्वेस्टर्स के लिए है,
लकिन यदि आप लम्बे समय में अच्छा फायदा चाहते हैं, तो आपको इन्वेस्टर बनना होगा आपको फंडामेंटल रिसर्च करके कुछ अच्छी कंपनियां ढूंढनी होगी और उनमें इन्वेस्ट करना होगा, यदि आप अच्छी कम्पनिया ढूंढ लेते हैं तो आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं | जिसके लिए आपको जानना जरूरी है की किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले किन बिंदुओं पर विचार किया जाना चाहिए ?
इन्हे भी पढ़ें -
शेयर खरीदने से पहले क्या देखना चाहिए | share kharidne se pahle kya kya dekhna chahiye
यदि आपको नहीं पता की शेयर खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखें, और वो कौन से फैक्टर हैं, जो शेयर खरीदने से पहले जानने जरूरी है | तो यहाँ आपको शेयर में निवेश के पहले के जरूरी काम बताये गए हैं, ये checklist before buying shares आपके बहुत काम आएगी |
1. कंपनी का बिजनेस मॉडल समझे
जब आप शेयर खरीते हैं, तो आपके दिमाग में यह प्रश्न आ सकता है, की share kharidte samay kya dekhna chahiye तो मैं बता दूँ शेयर खरीदते समय सबसे पहले आपको बिज़नेस मोडल यानी कोई कम्पनी कैसी चल रही है, पैसे कैसे कमा रही है | किसी भी कम्पनी के शेयर खरीदने से पहले उस कम्पनी का बिज़नेस मोडल जरूर देखना चाहिए, बिज़नेस मोडल देखने से आपको बहुत सारी बाते पता चलती हैं, क्यूंकि जब कोई कम्पनी कोई नया प्रोडक्ट या सर्विस लांच करती है, तो उस कम्पनी के शेयर ऊपर या नीचे जा सकते हैं | बिज़नेस मोडल को समझने का सबसे बड़ा फ़ायद यह है की, आपको पहले से पता होता है, की यह कम्पनी कौन सा प्रोडक्ट या सर्विस लांच करने वाली है | जिससे कम्पनी के ऊपर या नीचे जाने पर आप घबराय बिना उस कम्पनी के साथ बने रहें |
पढ़ें - स्टॉक ऑनलाइन कैसे खरीदें इस बारे में चरण-दर-चरण गाइड
इसके अलावा हर कम्पनी हर 3 महीने में अपना क्वॉटर्ली रिजल्ट लोगों के लिए पब्लिश करती है, जिसमें कम्पनी ने कितना कमाया, कितना पैसा कहाँ खर्च किया आदि चीज़ें बताई जाती हैं, और जो बड़े इन्वेस्टर्स होते हैं वो सब इसी के आधार पर शेयर को खरीदने व बेचने का निर्णय लेते हैं |
नोट:- क्वार्टरली और Annualy रिजल्ट दोनों को देखकर ही किसी कम्पनी का शेयर खरीदने का निर्णय लें |
यदि कोई कम्पनी हर साल अच्छा रिजल्ट देती है, तो बड़े इन्वेस्टर उन कंपनियों कम पैसे इन्वेस्ट करते हैं, जिससे उस कम्पनी के शेयर प्राइस ऊपर की ओरे जाते हैं | लकिन यदि कोई कम्पनी अच्छा रिजल्ट नहीं देती तो इसके विपरीत उस कम्पनी के शेयर गिरने के चांस होते हैं क्यूंकि इन्वेस्टर्स उस कंपनी में पैसे लगाना पसंद नहीं करते |
उदहारण के लिए मान लीजिये MRF जो की सभी को पता है, यह टायर बेचती है, आपने इस कम्पनी में निवेश तो कर दिया लेकिन आप इसे सिर्फ ऊपर ऊपर से जानते हैं, ये क्या बेचती है, इसका शेयर प्राइस कितना है | आपको MRF ही नहीं बल्कि किसी भी कम्पनी का शेयर खरीदने से पहले कुछ बातों को जरूर याद में रखना चाहिए |
शुरुवाती के लिए शेयर कैसे खरीदते How To Buy Share इन 9 पॉइंट: किसी कंपनी के शेयर खरीदते समय क्या देखना चाहिए? -
- कम्पनी कौन से प्रोडक्ट बेचती है?
- कम्पनी के किस प्रोडक्ट में सबसे ज्यादा मार्जिन है ?
- कम्पनी का कौन सा प्रोडक्ट इंडस्ट्री में नंबर वन है ?
- कम्पनी की ग्रोथ अपने कंपीटीटर्स के मुकाबले कैसी है?
- कम्पनी में देखें क्या वह कंसिस्टेंट बिजनेस कर पा रही है?
- कंपनी को अपना कोई नया प्रोडक्ट लॉन्च करने में कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है?
- कंपनी जिसका आप शेयर खरीद रहे है क्या उस कम्पनी का बिजनेस मॉडल कोई अन्य कंपनी कॉपी कर सकती है?
- सेक्टर में नंबर वन कंपनी कौन सी है और क्यों है?
- कम्पनी पर सरकार की नीतियों का क्या प्रभाव पद रहा है |
इसके अलावा भी बहुत सारी चीज़ें हैं जिन्हे देखना जरूरी है लकिन किसी भी कम्पनी के शेयर को खरीदने से पहले उसका बिज़नेस मोडल देखना सबसे ज्यादा जरूरी है, इससे आपको उस कम्पनी के बारे में बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो जाती है |
इन्हे भी पढ़ें -
2. कंपनी पर कर्ज ज्यादा नहीं होना चाहिए -
जिस कम्पनी के शेयर में आप निवेश करने की सोंच रहे हैं, और आप जानना चाहते हैं, की शेयर खरीदने से पहले क्या चेक करना चाहिए? तो सबसे जरूरी देखे की उस कम्पनी में ज्यादा कर्ज न हो, यदि आप गूगल में सर्च करेंगे तो आपको ऐसी बहुत सारी कम्पनि देखने को मिल जाएँगी जिनपर बहुत अधिक कर्ज है, और इसी वजह से वो सारी कम्पनी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं |
ऐसी कंपनियों में पैसे लगाने वाले लोग अपने पैसों को रिस्क में डालते हैं, हर कम्पनी लोन या कर्ज लेती है,यह कोई बुरी बात नहीं है लेकिन यदि वह कर्ज समय पर चुकाया ना जाय या उस कर्ज का इस्तेमाल सही जगह न किया जाय तो यह बुरा साबित हो सकता है |
इसका मतलब यह है यदि कोई कम्पनी किसी बैंक या बड़े इन्वेस्टर से कर्ज लेती है, लेकिन जिस उद्देश्य से लेती है वह पैसा वहां नहीं लगाती तो इससे बड़ा नुक्सान हो सकता है | जैसे - यदि कोई कम्पनी प्रोडक्ट बनाने के लिए लोन लेती है, लकिन उस लोन का इस्तेमाल प्रोडक्ट न बनाकर मार्केटिंग में कर देती है, तो यह पैसा बर्बाद भी जा सकता है | और कम्पनी द्वारा लिया हुआ कर्ज उस कम्पनी को महंगा पड सकता है |
इसलिए मैं आपको यह सलाह देना चाहूंगा की जब भी किसी कम्पनी का शेयर खरीदें एक बार यह जरूर देखें की उसपर कितना कर्ज है क्यों यह भी share kharidne ka tarika है |
इन्हे भी पढ़ें -
चलिए आगे बढ़ते है -
3. बैलेंस शीट और फाइनेंसियल हेल्थ यानी फंडामेंटल देखें
ज्योतिष और शेयर मार्केट में बहुत अंतर होता है, किसी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले आपको उसकी फंडामेंटल रिसर्च करनी चाहिए न की ज्योतिषी की सलाह लेनी चाहिए, फंडामेंटल देखें इससे आपको उस कम्पनी की हेल्थ का पता लगता है, की वह कम्पनी कितने कन्सिस्टेन्सी से प्रॉफिट बना रही है | इसके लिए आप कम्पनी की बैलेंस सीट देखें |
कम्पनी की बैलेंस सीट देखने से आपको पता चलता है की कम्पनी के पास कितना कैश है साथ कंपनी के पास कितने असेट्स ओर लायबिलिटीज हैं, इसकी जानकारी भी बैलेंस शीट में दी गई होती है।
4. देखें कि कंपनी कितनी पुरानी है
यह एक बहुत जरूरी चीज़ है जो आपको शेयर खरीदने से पहले जरूर देखनी चाहिए, कम्पनी जितनी पुरानी होती है, उसके पास उतना ही अधिक एक्सपीरियंस होता है, और पुरानी होने से आपको कम्पनी की ज्यादा हिस्ट्री देखने को मिलती है, जिससे आप ज्यादा अच्छे से उस कम्पनी की perfomance देख पाते हैं |
जैसे टाटा, अडानी ये सब पुरानी हो चुकी हैं जिससे इनके द्वारा आज भी अच्छे return देखने को मिलते हैं, इन सभी कंपनियों अधिक एक्सपीरियंस है क्यूंकि ये लम्बे समय से मार्किट में हैं, और हर तरह के उतर चढ़ाव को देखते हुए आगे बढ़ीं है, ऐसी कंपनियां trust वाली होती हैं, इनमे निवेश करने से आपको सुरक्षा मिलती है, और ये आपको अच्छा फायदा भी दे सकती हैं |
यदि लोई नयी कम्पनी है तो आपको उसकी हिस्ट्री ज्यादा नहीं मिलती जिससे आपको फंडामेंटल रिसर्च करने में भी परेशानी हो सकती है | और इनके पास एक्सपीरियंस भी नहीं होता |
5. सर्किट लगने वाले शेयरों में निवेश नहीं करना चाहिए
शेयर मार्किट में आपने कभी न कभी सर्किट के बारे में तो सुना ही होगा, सामान्यतः सर्किट अधिकतर पेनी स्टॉक्स में ही लगते हैं। किसी stock में 5%, 10%, 15% या 20% के अपर सर्किट या लोअर सर्किट लगते हैं |
चूँकि छोटे शेयर कोई बड़े इन्वेस्टर आसानी से manuplate कर सकते हैं, इसका मतलब कोई भी बड़ा इन्वेस्टर अपना बहुत सारा पैसा किसी पेनी स्टॉक में लगाकर अचानक से उसे ऊपर ले जा सकता है | और इससे ऊपर सर्किट लग जाता है |
ऐसे में छोटे निवेशकों को लगता है, की शेयर का प्राइस बढ़ रहा है, और वो लोग उस शेयर में पैसे लगा दते हैं, और जो उस शेयर ऊपर ले जाते हैं, जो बड़े इन्वेस्टर होते हैं, वो शेयर का प्राइस बढ़ते ही, बड़े इन्वेस्टर शेयर को बेच देते हैं, जिससे शेयर तेज़ी से गिर जाता है, छोटे इन्वेस्टर्स को काफी नुक्सान हो जाता है | इसे ही लोअर सर्किट कहते हैं |
यहां पर जो बात ध्यान देना चाहिए, वह यह है, कि अगर उस स्टॉक में सर्किट की प्रक्रिया नहीं होती तो ऑपरेटर के अचानक स्टॉक बेचने की वजह से एक ही दिन में उस शेयर का प्राइस 500%, 1000% या इससे भी ज्यादा नीचे जा सकता था, और इसीलिए छोटे शेयरों के लिए सर्किट लगना काफी जरूरी होता है।
6. मैनेजमेंट पर एक नजर जरूर डालें
किसी भी कम्पनी के शेयर खरीदने से पहले मैनेजमेंट देखना बहुत जरूरी है, आपको कंपनी के प्रमोटर्स और सीईओ के बारे में ज्यादा से ज्यादा जनन्ना चाहिए ताकि आपको पता चल सके कि कंपनी के टॉप में जो लोग बैठे हैं वो कितने सक्षम है. और वो कम्पनी को फ्यूचर में कहाँ तक लेके जा सकते हैं |
कोई ऐसी कम्पनी किसके मैनेजमेंट के बारे में आपको जानकारी नहीं है, तो पहले आपको उनके बारे में जितनी हो सके जानकारी लेनी चाहिए | क्यूंकि मैनेजमेंट में ही वो लोग होते हैं जो कम्पनी को सफलता की ओर ले जाते हैं | या तो उसे पूरी तरह बर्बाद कर देते हैं | यदि आप पास्ट में कुछ कंपनियों को देखंगे तो पाएंगे की बहुत सी ऐसी कम्पनिया रही हैं, जिनका फंडामेंटल बहुत मजबूत था बैलेंस सीट भी पॉजिटिव थी लकिन, मैनेजमेंट सही न होने के कारण ये कम्पनिया पूरी तरह से तबाह हो चुकी हैं |
जिन लोगों ने ऐसी कंपनियों के मॅनॅग्मेंट पर ध्यान दिए बिना पैसे निवेश किये उन्हें भरी नुकसान का सामना करना पड़ा | बहुत सी कम्पनिया अपने निवेशकों का सारा पैसा लेकर भाग गई | इसलिए यह बहुत जरूरी है की आप जब भी किसी कम्पनी में निवेश करें उसके मैनेजमेंट पर एक नज़र जरूर डालें |
Goal setting kya hai ? (गोल सेटिंग क्या है) 7. शेयर होल्डिंग पेटर्न जरूर चेक करें
शेयर के होल्डिंग पैटर्न का मतलब होता है, उस कम्पनी में किन किन शेयर होल्डर्स ने पैसे लगाए हुए हैं, इसे ही शेयर होल्डिंग कहते हैं,
नोट: - जो अच्छे और मजबूत शेयर होते हैं, उसमें सबसे ज्यादा शेयर होल्डिंग कंपनी के प्रमोटर्स की होती है, प्रमोटर्स की शेयर होल्डिंग जितनी ज्यादा होती है वह कम्पनी उतनी ही अच्छी मानी जाती है, प्रमोटर्स के शेयर होल्डिंग की बात करे तो कम से कम 40 परसेंट तो होनी ही चाहिए |
इसके अलावा उसमें म्युचुअल फंड यानी कि DII (डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर) की होल्डिंग है, या नहीं शेयर खरीदने से पहले जरूर भी करनी चाहिए. यदि आपके द्वारा निवेश के लिए चुने हुए शेयर में विदेशी निवेष्कों ने में निवेश किया है, तो यह एक बहुत अच्छी बात है |
जब किसी कम्पनी में उस कम्पनी के प्रमोटर्स की शेयर होल्डिंग्स ज्यादा होती हैं, तो निवेश करने वाले व्यक्ति को उस कम्पनी में अधिक विस्वास होता है | क्यूंकि जब किसी कम्पनी के ज्यादातर शेयर उस कम्पनी के प्रमोटर्स के पास होते हैं, तो उस कम्पनी का भविष्य अच्छा माना जाता है |
किसी कम्पनी के प्रमोटर्स वो लोग होते हैं, जो कम्पनी को चला रहे होते हैं | यदि किसी कम्पनी के प्रमोटर्स अपने शेयर को बेच रहे हैं तो यह एक बुरी खबर होती है | ऐसा तभी होता है जब उस कम्पनी में कोई गड़बड़ चल रही होती है, या कम्पनी को लोस्स होने वाला होता है |
इसलिए किस भी कम्पनी के शेयर खरीदने से पहले शेयर होल्डिंग पेटर्न जरूर चेक करें |
8. भविष्य की योजनाओं के बारे में पता करें
किसी भी कम्पनी के शेयर खरीदते समय देखें की कम्पनी भविष्य में कहाँ जाने वाली है, उसकी भविष्य के लिए क्या योजनाएं हैं, इससे आपको कम्पनी के आने वाले दिनों के बारे में पता चलता है, की कम्पनी कहाँ जाने वाली है,
जैसे -
आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहनों की काफी डिमांड हैं, और जिन कंपनियों ने इसपर ध्यान देते हुए इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स लॉन्च किये उनके शेयर आसमान छू रहे हैं | आने वाले समय में इलेक्ट्रिकल व्हीकल की डिमांड और ज्यादा होने वाली है, और ये सभी कम्पनिया और ज्यादा ऊपर जाने वाली हैं | जो भी इनमें निवेश किये है आने वाले समय में अच्छा मुनाफा प्राप्त होने की सम्भावना है |
9. उस कंपनी के सेक्टर और अपोनेंट बिजनेस की तुलना करें
जिस भी कम्पनी में इन्वेस्ट करें आपको उस इंडस्ट्री के बारे में आपको थोड़ा बहुत जानकारी होनी चाहिए कंपनी की कम्पनी किस इंडस्ट्री में काम करती है, और -
- कम्पनी के सेक्टर की लीडर कंपनी कौन सी है?
- जिस कम्पनी में आप निवेश कर रहे हैं, उस इंडस्ट्री में सबसे मजबूत शेयर किस कंपनी के हैं?
- क्या कंपनी के पास कोई कंपटीशन एडवांटेज है जिसको अन्य कंपनी चुरा नहीं सकती।
ऐसी बहुत सार्री कंपनियां हैं, जिनके पास कुछ न कुछ एडवांटेज होता है, उदाहरण के लिए; हिंदुस्तान युनिलीवर का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क ही उसका कंपटीशन एडवांटेज है, जो इसकी जैसी किसी और कम्पनी में नहीं है | इसलिए इस कम्पनी के आज हजारों प्रोडक्ट हो चुके हैं | कोई भी इसकी जैसी कम्पनी नहीं है, जिसका इतना डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम हो यदि कोई कम्पनी आती भी है तो सबसे पहले उसे अपना डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम हिंदुस्तान युनिलीवर से बड़ा बनाना पड़ेगा तभी वो कम्पनी मार्किट में टिक पाएगी लकिन यह एडवांटेज हिंदुस्तान युनिलीवर के पास पहले से है, इसका यह कंपटीशन एडवांटेज कोई नहीं तोड़ सकता।
10. कंपनी का साइज देखें
कम्पनी का साइज यानि उस कम्पनी का मार्किट कैपिटल जिसे तीन भागों में बांटा गया है जो इस प्रकार है-
- यदि किसी कम्पनी का साइज 1 लाख करोड़ से ज्यादा है, तो वह लार्ज कैप कंपनी की कैटेगरी में आ जाती है जैसे- रिलायंस, Dmart, TCS, एशियन पेंट (निफ्टी 50 की कंपनियां) आदि।
- यदि कोई कम्पनी 1000 करोड़ से बड़ी है, तो small cap और 30000 या 50000 करोड से बड़ी है, तो mid cap कंपनी कहा जाता है |
- यदि कोई कंपनी 1000 करोड़ या 500 करोड़ से भी छोटी है, तो उसे Micro cap कहा जाता है ।
नोट:- आपको याद रखना चाहिए की कुछ छोटी कंपनियां ऐसी भी होती हैं जो मार्किट में अधिक गिरावट आने पर पूरी तरह खत्म हो जाती हैं | और कुछ ऐसी होती हैं जो समय के साथ मार्किट के ऊपर जाने पर भारी मुनाफा दे जाती हैं |
11. डिविडेंड हिस्ट्री पर एक नजर डालें
सायद आपको पता ना हो की शेयर मार्किट में लिस्टेड कुछ कम्पनिया डिविडेंड भी देती हैं, सब तो नहीं लकिन कुछ कंपनियां ऐसी होती हैं | जब कोई कम्पनी अपने मुनाफे के कुछ हिस्से को अपने शेयर होल्डर्स को बांटती है उसे डिविडेंड कहते हैं |
बहुत से बड़ी कंपनियां हैं जैसे- जिओ टाटा आदि आपको क्या लगता हैं कम्पनी के मालिकों की सैलरी कीतनी होगी इसका उत्तर है 2 या 3 करोड़ लेकिन क्यों सायद आपको पता ना हो इसका कारण है, डिविडेंड क्यूंकि ये सभी बड़ी कम्पनिया अपना ज्यादातर मुनाफा अपने शरहोडर्स को डिविडेंड के रूप में बांटती हैं, ये डिविडेंड देने वाली कंपनियों में से हैं, ऐसा नहीं है की सभी बड़ी कम्पनिया डिविडेंड देती हैं, बहुत सारी ऐसी बड़ी कम्पनिया भी। हैं जो बहुत सक्सेस फूल हैं लेकिन डिविडेंड नहीं देतीं क्यूंकि ये अपना सारा मुनाफा अपने कम्पनी की ग्रोथ में लगा देती हैं |
12. इनोवेटिव और ग्रोथ वाली कंपनी में ही निवेश करना चाहिए
ऐसी बहुत सारी कंपनियां रह चुकी हैं जो शुरुआत में तो बहुत अच्छी चल रही थी लकिन समय के साथ पूरी तरह खत्म हो गई, जिसका मुख्य कारण समय के साथ खुदको ना बदलना था, ऐसी कंपनियां जो इनोवेटिव नहीं होती वो समयके साथ खत्म हो जाती है, और जो कुछ नया ऐड करती रहती हैं वही समय के साथ बढ़ती हैं और मार्किट में टिक पाती हैं |
जैसे - कोडक कैमरा, चेतक स्कूटर, एटलस साइकिल और एटलस साइकिल इन सबका नाम आपने एक समय जरूर सुना होगा जो एक समय पूरी मार्केट पर छा गया था आज उसका कहीं नामोनिशान नहीं है | जबकि हीरो स्कूटी survive और टाइटन की घडी कर गई क्योंकि उसने समय के साथ-साथ इनोवेशन किया।
आपने एप्पल कम्पनी जो दुनिया भर में famous है, और साल भर में अपने लाखो मोबाइल बेचती है, लेकिन यह जबसे मार्केट में आई है, हमेसा ऐसे ही ग्रो कर रही है। जिसका सबसे बड़ा कारण है, inovation यह compny कुछ ना कुछ नया लाती रहती है। इसलिए यह कंपनी आज भी वैसी ही चल रही है, जैसे सालों पहले चल रही थी। और जिन कंपनियों ने समय के साथ inovation पर ध्यान नहीं दिया वो आज पूरी तरह से डूब चुकी हैं।
इसलिए आपको कंपनी में इंवेस्ट करते समय हमेसा यह ध्यान देना चाहिए की वह कंपनी इनोवेटिव है, या नहीं।
13. कंपनी के जरूरी फाइनेंसियल रेश्यो जरूर देखें
जब भी आप किसी कम्पनी की फंडामेंटल रीसर्च करें कुछ जरूर फाइनेंसियल रेश्यो जरूर देखें, इससे आपको कम्पनी के बाते में काफी जानकारी मिलती है | कुछ महत्वपूर्ण फाइनेंसियल रेश्यो हैं जो आपको जरूर देखने चाहिए |
जो इस प्रकार हैं -
- PE Ratio (Price to earning ratio)
- PB Ratio (Price to book value ratio)
- Debt to Equity Ratio
- Earning per share
- Book value per share
इनके अलावा भी काफी सारे रेश्यो हैं, जिन्हे देखना जरूरी है, इससे आपको कम्पनी की फाइनेंसियल स्थति पता लगती है, फंडामेंटल रिसर्च करते समय इन रेश्यो को जरूर देखें | इससे आपको पता चलता है, कम्पनी कितनी मजबूत है, और यह भविष्य के लिए इन्वेस्ट करने के लिए सही है, या नहीं |
14. अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें:
शेयर खरीदते समय यह याद रखें की आपके फाइनेंसियल गोल्स क्या हैं और अपने फाइनेंसियल गोल्स के आधार पर ही, निवेश करें देखें की आप अपने लोंगटर्म या शॉर्टटर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, यदि आप शार्ट टर्म के लिए पैसे लगाना चाहते हैं, तो आप इंट्राडे या स्विंग ट्रेडिंग पर विचार कर सकते हैं | और यदि आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको इन्वेस्टमेंट जैसे- म्यूच्यूअल फण्ड या SIP में निवेश के बारे में सोंचना चाहिए | आप पोसिशनल ट्रेडिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं |
निवेश के अन्य साधन भी हैं यदि आप शॉर्टटर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, और यदि आप लोंगटर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आप इक्विटी में निवेश करके बेहतरीन रिटर्न प्राप्त कर सकते है। जो लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, वो जब शेयर काम कीमत में बिक रहा होता है, तब इसे खरीद लेते हैं, और जब इसका प्राइस बढ़ जाता है | तो इसे बेचकर मुनाफा कमाते हैं |
दूसरी तरफ इंट्राडे ट्रेडर दिन या कुछ दिनों के लिए शेयर मार्किट में पैसे लगते हैं और शॉर्टटर्म में मुनाफा आने पर उसे बेच देते हैं |
15. सही कीमत पर शेयर खरीदें
जो शेयर आपके बजट में फिट नहीं बैठता, आप उसे छोड़ दें। उस कीमत पर स्टॉक खरीदना बहुत महत्वपूर्ण है, जो आप दे सकते हैं। लकिन आप अपने बजट के अनुसार शेयर खरीदे और वो शेयर खरीदें जो आपको बेहतर रिटर्न दे सके। सही समय की प्रतीक्षा करें और उस स्टॉक को चुनें, जो आपके बजट में फिट हो और आपको लाभ भी दे। और जब आपको अच्छा रिटर्न मिल रहा है, और जब लगे कि आपको स्टॉक बेचना चाहिए, तब आपको शेयर बेच देना है |
ध्यान रहे कि अगर इसका प्राइस नीचे भी जाता है, यदि आपको लगता शेयर की कीमत को कुछ और बढ़ाने के लिए इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन यह भी याद रखें की इससे आपको नुकसान भी हो सकता है।
16. समय-समय पर करें निवेश
यदि आपने एक ही दिन में पूरा पैसा निवेश कर दिया तो हो सकता है, आपके द्वारा बाय प्राइस का एवरेज पैसा भी नहीं बन पाएगा। क्यूंकि शेयर बाजार में स्टॉक के प्राइस में रोज उतार-चढ़ाव होता ही रहता है। इसलिए किसी भी कंपनी के शेयरों को अलग-अलग प्राइस पर खरीदें, क्यूंकि ऐसा करने पर आपको अधिक मुनाफा मिलने के ज्यादा चांस होते हैं | इसलिए आपको धीरे-धीरे शेयरों की खरीदारी करनी चाहिए | य
यदि आप चाहें तो इसके लिए
SIP में इन्वेस्ट करने का रास्ता चुन सकते हैं, यह सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान कहलाता है, जिसमें आपको कुछ समय के तय अंतराल में निवेश करना होता है, इसमें जोखिम काम होता, और इस प्रक्रिया को लम्बे समय तक फॉलो करने से आपको अच्छा मुनाफा भी मिलता है |
इसलिए समय समय पर निवेश करने पर ध्यान दें अपना सारा पैसा एक समय में निवेश न करें |
17. सेबी के नियमों का पालन करे
सबसे ज्यादा जरूरी है सेबी द्वारा शेयर मार्किट में निवेश के नियमों को फॉलो करना, आपको सेबी के नियमों को याद रखना चाहिए और फॉलो करना चाहिए | शेयर मार्केट की रेगुलेटरी बॉडी ने 1 सितंबर 2020 से शेयर खरीदने और बेचने के नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। जिस वजह से शेयर खरीदना मुश्किल हो गया है। लेकिन इन नियमों से निवेशकों की सुरक्षा काफी बढ़ गई हैं |
“कार्वी ऑनलाइन” घोटाले के बाद सेबी ने नियम बनाने के लिए कदम उठाए। ऐसे में अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको शेयर खरीदने के कुछ बेसिक नियम जरूर पता होने चाहिए।
शेयर खरीने से पहले क्या करना चाहिए ? इससे जुड़े कुछ जरूरी प्रश्न हैं, जो आपको जरूर पढ़ने चाहिए
फंडामेंटल ऑफ इन्वेस्टमेंट इन हिंदी (share market fundamental analysis in hindi)
किसी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले आपको उस कंपनी के बारे में और उसके इंडस्ट्री के बारे में रिसर्च करना चाहिए। चूँकि पैसों को बढ़ाना ही इन्वेस्टमेंट का मुख्य फंडामेंटल है, जहाँ आप अपने पैसों को किसी ऐसी जगह काम पर लगाते हैं, जहाँ से आपको अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है, इसके अंदर आप किसी घर में इन्वेस्ट कर सकते हैं, और किराए में दे सकते हैं, आप अपने पैसों को किसी बिज़नेस में इन्वेस्ट कर सकते हैं, या जमीन जायजाद में इन्वेस्ट कर सकते हैं | इसके अलावा भी बहुत सारे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन जैसे - FD, RD, SIP आदि भी हैं |
शेयर में निवेश करने से पहले कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए?
share lene se pahle kya dekhe - मैंने इस पोस्ट में वो सारी बाते बताई हैं, जो शेयर खरीदने से पहले आपको जरूर ध्यान में रखनी चाहिए, यदि आप इन्हे फॉलो करके किसी कम्पनी में निवेश करते हैं तो आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं | बस आपको इन सभी बातों को अच्छे से ध्यान देना हैं जो मैंने ऊपर बताई हैं | आपको मेहनत के साथ काम करना है, और कन्सिस्टेन्सी से इन बातों को याद रखकर फॉलो करना है | इसके अलावा यदि आप शेयर मार्किट में पहली बार निवेस्ट करने जा रहें हैं, और आपको नहीं पता की अपना पहला शेयर कैसे खरीदें? तो आप इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए शेयर खरीद सकते हैं, तो मैं एक बार फिरसे वो बातें बता दूँ, ताकि आप अच्छे से याद रख सकें-
अपना पहला शेयर कैसे खरीदें? what to check before buying a share for first time
- कंपनी का बिजनेस मॉडल समझे
- कंपनी पर कर्ज ज्यादा नहीं होना चाहिए -
- बैलेंस शीट और फाइनेंसियल हेल्थ यानी फंडामेंटल देखें
- देखें कि कंपनी कितनी पुरानी है
- सर्किट लगने वाले शेयरों में निवेश नहीं करना चाहिए
- मैनेजमेंट पर एक नजर जरूर डालें
- शेयर होल्डिंग पेटर्न जरूर चेक करें
- भविष्य की योजनाओं के बारे में पता करें
- उस कंपनी के सेक्टर और अपोनेंट बिजनेस की तुलना करें
- कंपनी का साइज देखें
- डिविडेंड हिस्ट्री पर एक नजर डालें
- इनोवेटिव और ग्रोथ वाली कंपनी में ही निवेश करना चाहिए
- कंपनी के जरूरी फाइनेंसियल रेश्यो जरूर देखें
- अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें:
- सही कीमत पर शेयर खरीदें
- समय-समय पर करें निवेश-
- सेबी के नियमों का पालन करे
ये 17 चीज़ों की चेकलिस्ट को जरूर याद रखें आपके बहुत काम आएगी |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - शेयर को खरीदने से पहले क्या ध्यान रखना चाहिए? FAQ
शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार में शुरुआत कैसे करें?
डिमैट अकाउंट के लिए एक ऑनलाइन ब्रोकर चुनें, खुद से स्टॉक पर Research करना शुरू करें, Plan बनाएं कि: शेयर को कब खरीदना और बेचना है, एक पेशेवर की तरह ट्रेडिंग स्टॉक कैसे शुरू करें, शेयर बाजार में समझदारी से निवेश कैसे करें, शेयर ट्रेडिंग के साथ अपने वित्तीय भविष्य को कैसे सुरक्षित करें .
शेयर मार्केट की सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?
शेयर मार्किट की सबसे अच्छी इन 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एलआईसी, एसबीआई, एचडीएफसी और आईटीसी का स्थान रहा।.
एक शुरुआत करने वाले को शेयर कब खरीदना चाहिए?
स्टॉक खरीदने का सबसे अच्छा समय वह है जब किसी स्टॉक की शेयर कीमतें कम हों ।
शेयर खरीदने के लिए कितने पैसे होने चाहिए?
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए मिनिमम अमाउंट जैसी कोई लिमिट नहीं होती है। अगर आपके पास ₹100 से ₹500 हैं तो भी आप शेयर खरीद सकते हैं। जैसा कि आपको पता है कि शेयर मार्केट कई प्रकार से ट्रेडिंग होती है। आप किसी भी अमाउंट से शेयर मार्किट चालू कर सकते हैं यहाँ आपको अधिक दोनों प्राइस की कंपनियां मिल जाएँगी | .
शेयर बेचने के बाद पैसा कब आता है?
आप कोई भी शेयर बेचते हैं तो उसका पैसा दो कारोबारी दिनों के बाद आपके खाते में आता है। .
कैसे पता करे शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी?
अगर चार्ट पर बुलिश पैटर्न बन रहा है तो बाजार ऊपर जाएगा और अगर बियरिश पैटर्न बने तो समझ जाइए कि स्टॉक मार्केट नीचे जाएगा। शेयर मार्केट बढ़ेगा या घटेगा, इसका पता आप निफ़्टी इंडेक्स के चार्ट पेटर्न को देखकर लगा सकते हैं।
शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार में शुरुआत कैसे करें?
1 शेयर मार्केट में कारोबार करने के लिए अच्छी शिक्षा लें
2 पहला स्टेप – डिमैट अकाउंट के लिए एक ऑनलाइन ब्रोकर चुनें
3 दूसरा स्टेप – खुद से स्टॉक पर Research करना शुरू करें
4 तीसरा स्टेप – Plan बनाएं कि: शेयर को कब खरीदना और बेचना है
5 एक पेशेवर की तरह ट्रेडिंग स्टॉक कैसे शुरू करें.
भविष्य में कौन सा शेयर सबसे ज्यादा रिटर्न देता है?
बड़ौदा रेयॉन इंडस्ट्रीज शेयर मार्केट में वर्ष 2022 का सबसे बड़ा मल्टीबैगर शेयर बड़ौदा रेयॉन इंडस्ट्रीज बना।,
राज रेयॉन इंडस्ट्रीज,
बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance),
टाइटन (Titan),
पिडिलाइट (Pidilite Industries),
वरुण बेवरेजेज (Varun Beverages),
डी मार्ट (Avenue Supermart),
एस्ट्रल (Astral).
मुझे कैसे पता चलेगा कि कौन से शेयर खरीदने हैं?
NSE से Stock की Delivery Position चेक करें
किसी कंपनी का शेयर कब बढ़ता है?
Conclusion
Share मार्केट पैसे कमाने का एक बहुत अच्छा तरीका है, share मार्केट में आप इंवेस्ट व ट्रेड दोनो कर सकते हैं, और अच्छा पैसा कमा सकते हैं, बहुत से लोग ऐसे हैं, जो केवल share market से महीने का करोड़ रुपए भी कमा रहे हैं, share मार्केट पैसे का समुद्र है, यदि आप इसमें तैरना सीख जाते हैं, तो आप इससे इतना पैसा कमा सकते हैं जो आप सोंच भी नहीं सकते। बस आपको Consistant सीखना है और काम करना है, यह मार्केट आपको बहुत पैसा दे सकता है।जब भी कोई व्यक्ति share मार्केट में प्रवेश करता है। तो उसके मन में बहुत से सवाल आते हैं, जैसे - Share खरीदने से पहले क्या करना चाहिए? और भी बहुत से ऐसे प्रश्न जो लोग जानना चाहते हैं । कोई भी इंसान यदि अछे से सीखकर मार्केट में काम करे तो वह लाखों का महिना घर बैठे कमा सकता है ।
आज हमने क्या सीखा -
आज के ब्लॉग में हमने Share खरीदने से पहले क्या करना चाहिए? | 17 महत्वपूर्ण बातें के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की हमने share मार्केट से पैसें कमाने के तरीके सीखे तथा अन्य बातेँ भी हमने सीखी।
आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏😊
यदि आपको share मार्केट से related कोई जानकारी चाहिए तो आप comment करके हमे बता सकते। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे।
धन्यवाद ( Thank you )