इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? | Intraday Trading in Hindi 2024

Intraday Trading in Hindi | 2024 में इंट्राडे से कमाएं हर महीने लाखों
शेयर मार्किट में आपने इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में तो सुना ही होगा, जिसे दिन की ट्रेडिंग भी कहा जाता है, इससे ट्रेडर  दिनभर में ट्रेडिंग करके अच्छा खासा पैसा कमा लेते हैं, इंट्राडे ट्रेडिंग से दिनभर में लाख दो लाख कामना तो आसान बात है | यदि आप भी ट्रेडिंग से पैसे कमाना चाहते हैं, और आप नए हैं, आप इसे सीखकर पैसे कमाना स्टार्ट कर सकते हैं, यदि आप भी नहीं जानते की इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है, तो आज के हम आपको Intraday Trading in Hindi में बताने वाले हैं | 

आज के इस ब्लॉग में हम आपको ट्रेडिंग से जुड़े खास प्रश्नो के उत्तर बिलकुल आसान भाषा भाषा में देंगे जैसे - इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें, इंट्राडे से पैसे कैसे कमाएं आदि चीज़ें आज आपको सीखने को मिलेंगी | 

आज के इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद इंट्राडे से जुड़े आपके सारे डाउट क्लियर हो जायेंगे इसका मैं वादा करता हूँ, बस आपको इसे अंत तक ध्यान से व फोकस के साथ पढ़ना है | और आप इंट्राडे से पक्का पैसा कमाने लगेंगे |

Intraday Trading in Hindi 2024 में इंट्राडे से कमाएं हर महीने लाखों


Table of Contents

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (What is Intraday Trading in Hindi)

Intraday Trading in Hindi | 2024 में इंट्राडे से कमाएं हर महीने लाखों  
intraday kya hai - वह ट्रेडिंग जिसमें हम किसी कम्पनी के शेयर को एक ही दिन में खरीदते व बेचते हैं, और अपना प्रॉफिट कमाते हैं, इसका मकसद कम समय में शेयर मार्किट से पैसे कमाने का होता है, आपको लम्बे समय तक पैसे लगाए रहने की जरूरत नहीं होती | आप दिनभर में 9:15 से 3:30 के बीच किसी भी समय शेयर को खरीद व प्रॉफिट होने पर बेच सकते हैं | ज्यादा तर लोग सुबह कम प्राइस पर शेयर खरीदते हैं और जब प्राइस बढ़ जाता है, तो उसे बेचकर प्रॉफिट कमा लेते हैं | 
आसान शब्दों में कहें तो - इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे अक्सर डे ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है, एक ही दिन में वित्तीय उत्पादों को खरीदने और बेचने का अभ्यास है। और इसमें प्रॉफिट होने पर शेयर बेचकर प्रॉफिट कमा लेते हैं |  इसमें आप अगले दिन के लिए शेयर होल्ड करके नहीं रख सकते | 
चूँकि शेयर मार्किट का समय 9:15 से 3:30 होता है इसलिए इंट्राडे में आपको  9:15 के बाद शेयर खरीदने होते हैं और 3:30 पर बंद होने से पहले शेयर बेचने होते हैं, चाहे आपका  फायदा हो या नुक्सान यदि आप मार्किट बंद होने से पहले शेयर नहीं बेचते तो आपका ब्रोकर उस दिन की आपकी सभी पोजीशन को खुद ही square off कर देता है, यानी आपके शेयर खुद बा खुद बेच दिए जाते हैं | 

चूँकि आपने खुद अपने शेयर मार्किट बंद होने से पहले नहीं बेचे इसलिए आपको ब्रोकर को चार्ज देना पड़ता है, इसे square off चार्ज कहते हैं, जो लगभग 50 या 60 रूपए तक हो सकता है | इसलिए आपको शेयर मार्किट में इंट्राडे करते वक्त यह जरूर ध्यान रखना चाहिए की आपको अपने शेयर मार्किट बंद होने से पहले बेचने हैं, तभी आप इससे प्रॉफिट कमा सकेंगे | पढ़े - Share market क्या है, जाने Warren Buffett के द्वारा 

intraday trading hindi का उदहारण - 

मान लीजिये आपने किसी कम्पनी A का एक शेयर मार्किट खुलने पर 1000 रूपए का खरीदा, और उस शेयर का प्राइस मार्किट बंद होने से पहले 1200 रूपए का हो गया चूँकि आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं इसलिए आपने उसे शेयर को उसी दिन बेच दिया तब आपने - 

BUY - 1000 
SELL - 1200 

तब आपका प्रॉफिट - 2०० हुआ 
नोट - आपको इंट्राडे करते वक्त यह जरूर याद रखना है की आपको शेयर मार्किट खुले के बाद खरीदकर बंद होने से पहले उन शेयर को किसी भी हाल में बेच देना है | 

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How intraday trading works in hindi)

शेयर बाज़ार में इंट्राडे ट्रेडिंग Buyer व seller के बीच का व्यापार होता है, इसमें किसी भी कम्पनी के शेयर्स को एक ही दिन के अंदर कम प्राइस पर खरीदा और अधिक प्राइस पर बेचा जाता हैं | इंट्राडे नए लोगों के लिए थोड़ा रिस्की होता है, क्यूंकि इसमें शेयर को एक ही दिन में खरीदा व बेचा जाता है, और ट्रेड लिया जाता है | 

यदि आप इंट्राडे में प्रॉफिट कमाना चाहते हैं,  तो आपको कुछ intraday trading strategies सीखने की जरूरत पड़ती है | जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको प्राइस को देखना होता है, प्राइस ऊपर जा रहा है या नीचे और इसी बेस पर शेयर को खरीदना व बेचना पड़ता है | कुल मिलकर आपको प्राइस को ट्रैक करना होता है | पढ़ें - Share market में invest करना चाहिए या नहीं ? 

इंट्राडे करते समय आपको क्या देखना चाहिए -

इंट्राडे ट्रडिंग करते समय ध्यान रखने योग्य बातें - 

  1. शेयर का प्राइस किस दिशा में जा रहा है,
  2. शेयर के support और resistance level क्या हैं,
  3. चार्ट का बड़े टाइमफ्रेम पर ट्रेंड क्या है,
  4. चार्ट पर अगली कैंडलस्टिक कौन सी बनने वाली है,
  5. किस प्राइस पर ब्रेकआउट होने वाला है,
जब आप इंट्राडे कर रहे होते हैं, और इन सभी बातों को ध्यान में रखकर काम कर रहे होते हैं, तो इस इंट्रा डे ट्रेडिंग फॉर्मूला से आपके लाभ कमाने के काफी चांस होते हैं, इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादातर लोग फ़ैल हो जाते हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण है, वो कम समय में बिना सीखे इससे अधिक पैसे कमाने की सोंचते हैं | आपको ऐसा बिलकुल नहीं करना है पहले इसे अच्छे से सीखना है समझना है थोड़ा समय देना है तभी मार्किट में ट्रेडिंग के लिए जाना है | पढ़े - पैसे निवेश कैसे करें? अपना पैसा निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें ( how to learn intraday trading in hindi )

intraday trading kaise sikhe - इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको स्टॉक के प्राइस मूवमेंट को सीखना सबसे ज्यादा जरूरत होती है |  इसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस सीखने की जरूरत है, तथा अन्य चीज़ों  सीखने की जरूरत है, पढ़ें - Trading kaise sikhe |  पूरी जानकारी in hindi 

जैसे -  
  1. टेक्निकल इंडिकेटर्स
  2. मूविंग एवरेज
  3. प्राइस एक्शन
  4. चार्ट पेटर्न एनालिसिस 
यदि आप इन सभी के साथ लगातार प्रैक्टिस करते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने में जल्द ही सफलता पा सकते हैं। पढ़ें - Trading शुरू कैसे करें ? step by step in hindi 

Intraday trading for beginners in hindi–

यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हैं,  तो आप पेपर ट्रेडिंग द्वारा इसकी प्रैक्टिस कर सकते हैं, लेकिन उससे पहले आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बेसिक्स को समझना चाहिए, 

जैसे - 
  1. स्टॉक का सपोर्ट और रेसिस्टेंट प्राइस क्या होता है,
  2. शेयर प्राइस किस तरह मूवमेंट करता है,
  3. स्टॉक के चार्ट पर कौन-कौन से पैटर्न बनते हैं,
  4. प्रॉफिटेबल इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी कौन-कौन सी हैं,
जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हों तो ऊपर दी गई बेसिक चीज़ें आपको पता होनी चाहिए | ताकि आप जल्दी इसे  सीख सकें | ये पॉइंट आपकी काफी मदद  कर सकते हैं | नीचे पढ़े - 

1. इंट्राडे ट्रेडिंग के basics सीखो

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जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हो तो सबसे पहले आपको इसके बेसिक्स को सीखने पर पूरा फोकस करना चाहिए | सबसे पहले आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जितनी भी जरूरी चीज़ें हैं उन्हें एक एक करके सीखना है, इससे आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में धीरे धीरे अच्छा ज्ञान होता चला जायगा | और इसे आप अच्छे से समझने लगेंगे जिससे आप अन्य ने ट्रेडर से आगे होंगे | क्यूंकि इंट्राडे रिस्की होता है, और ज्यादातर लोगों के फ़ैल होने का सबसे बड़ा कारण इंट्राडे ट्रेडिंग के बेसिक्स को सीखे बिना ही ट्रेडिंग करना होता है | 

2. इंट्राडे ट्रेडिंग की books पढ़ें

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यदि आपको से ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ सीखना है, या कहें तो शुरुआत से अंत तक सीखना है, तो आपको ट्रेडिंग से जुडी एक्सपर्ट द्वारा लिखी किताबें किताबें पढ़नी चाहिए, बुक्स आपको डे ट्रेडर बनने के लिए बहुत कुछ महत्वपूर्ण बातें सीखा सकती है, सबसे खास बात जो है वह है- बुक्स में आपको हर जानकारी डिटेल में मिलती है | क्यूंकि जो व्यक्ति बुक लिखता है, वह अपने पूरे  ट्रेडिंग यात्रा का एक्सपीरियंस एक बुक में निचोड़ देता है | 

 इसलिए आपको ट्रेडिंग से जुडी बुक्स पढ़नी चाहिए, क्यूंकि आप जो इन बुक्स से सीख सकते हैं, वो आप और कहीं से नहीं सीख सकते | और जब आप दूसरों के एक्सपीरियंस से सीखते हैं, तो आपको कोई भी चीज़ सीखने में काम समय लगता है | पढ़ें - इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान book 

3. यूट्यूब पर इंट्राडे ट्रेडिंग की वीडियोस देखें

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यदि आप अभी इंट्राडे सीख रहे हैं तो यूट्यूब इसे सीखने का एक अच्छा जरिया हो सकता है, बहुत से ऐसे ट्रेडर हैं, जो अपनी ट्रेडिंग के एक्सपीरियंस को यूट्यूब के माध्यम से सबको सीखा रहे हैं, इसलिए आप चाहें तो यूट्यूब के जरिये, अच्छी खासी डे ट्रेडिंग सीख सकते हैं | यूट्यूब में जो भी ट्रेडर विडिओ डालते हैं  पूरी जानकारी देने की कोशिश करते हैं | इसलिए आपको ट्रेडिंग से जुडी यूट्यूब विडिओ जरूर देखनी चाहिए |

ट्रेडिंग सीखने के लिए आप टूटूबे में ट्रेडिंग से जुड़े किसी ऐसे चैनल को भी फॉलो कर सकते हैं, जो केवल इंट्राडे ट्रेडिंग सिखाता हो इससे आपको डे ट्रेडिंग की पूरी जानकारी मिलती है | आप जिस भी चैंनले को ट्रेडिंग सीखने के लिए चुने, पहले कन्फर्म कर लें की उस चैनल में जो विडिओ दाल रहा है, उसे भी ट्रेडिंग का एक्सपीरियंस होना चाहिए |  

4. पेपर ट्रेडिंग की लगातार प्रैक्टिस करके सीखें 

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paper trading kaise sikhe  - यह शुरुआत में ट्रेडिंग सीखने का काफी पॉपुलर तरीका है, यदि आप भी ट्रेडिंग में नए हैं तो आप पेपर ट्रेडिंग का सहारा लेकर सीख सकते हैं, इसमें आप बिना पैसा लगाए ट्रेडिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं, इसमें आपको प्रैक्टिस करने के लिए रियल पैसों की जरूरत नहीं होती | अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा की पेपर ट्रेडिंग क्या है | 

पेपर ट्रेडिंग में आप शेयर मार्किट में किसी कम्पनी का चार्ट ओपन करते हैं, जिसमें प्राइस वा बाकी चीज़ें होती हैं, इसमें आपको एक कॉपी और पेन लेनी है, चार्ट को खोलना है, आपको प्राइस देखना है, और इसके बाद - 

आपको लिखना है - 
  1. आपको जिस प्राइस में शेयर को खरीदना है लिख लें 
  2. जिस प्राइस पर बेचना है यानी टारगेट प्राइस 
  3. जितने शेयर खरीदने हैं 
  4. स्टॉपलॉस प्राइस लिख लें 
  5. आप कितना रिस्क ले सकते हैं paper trading kaise sikhe 
इन सभी चीज़ों को अपने  पेपर या कॉपी में लिख लें इसी तरह प्रैक्टिस करते रहें बार - बार इसी को पेपर ट्रेडिंग कहते हैं | यदि आप चाहें तो बहुत से ऐसे आप हैं जिसमें बिना पैसे लगाए आपको सबकुछ मिलता है और आप प्रैक्टिस कर सकते हैं, मैं आपको Tradingviwe   की सलाह दूंगा क्युन्कियह एक सरल प्लेटफार्म है, 

जहाँ से आप पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं | यदि आप नए नए ट्रेडर हैं तो आपको कुछ समय पेपर ट्रेडिंग में देना चाहिए | मिनिमम 3 से 4 महीने पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस जरूर करें | ताकि जब आप रियल पैसों से ट्रेड करें तो आपको नुक्सान ना  हो | 

जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग सीख लेते हैं तो अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा की इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें - 

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें - 

intraday trading kaise kare hindi - सबसे पहली बात यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग या किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग जैसे फोरेक्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं, उसके लिए आपको एक Demate  अकाउंट खुलवाने की जरूरत होती है, जब आप Demate  खुलवा लेते हैं तो आपको इसे अपने बैंक अकाउंट से ऐड करना है, और अपने demate अकॉउंट में पैसे ऐड करने हैं, इसके बाद आप जिस भी कम्पनी में ट्रेड करना चाहते हैं, उस कम्पनी के शेयर का टेक्निकल अनालयसिस करना है, और सही प्राइस पर शेयर buy  करना है | और जब आपके शेयर का प्राइस आपके खरीद वाले प्राइस से बढ़ जाय तो उसे बेचकर मुनाफा कमा लेना है | पढ़े - Bonds क्या होते हैं? Bond में invest कैसे करें? 

आपके मन में यह सवाल जरूर आएगा की आपको कैसे पता चलेगा कि शेयर का प्राइस कब बढ़ने वाला है?
इसके लिए आपको दो बातों का विशेष ध्यान रखना है - 
इसके लिए पहले आपको स्टॉक की price history को देखना चाहिए मतलब past में उस शेयर ने कैसा परफॉर्म किया है। यह देखने के लिए आपको उस स्टॉक का 15 मिनट या 1 hour टाइमफ्रेम का चार्ट देखना होगा।
यदि उस चार्ट का प्राइस लगातार ऊपर जा रहा है, तो इसका मतलब है, की कम्पनी ने अच्छा पर्फोमन्स दिया है, और यदि लगातार नीचे की और गया है, तो इसका मतलब है, कम्पनी की पास्ट पर्फोमन्स अच्छी रही है |  
शेयर के गिरने के बहुत से कारण हो सकते है और जब आपको गिरावट की वजह पता होती है,  तो आप उस शेयर को खरीदेंगे नहीं उल्टा बेचेंगे मतलब short selling करेंगे,
नोट - इंट्राडे में आप शेयर के नीचे जाने पर भी पैसे कमा सकते हैं, इसे शार्ट सेल्लिंग कहते हैं | इसमें जब शेयर नीचे जाता है, तो आप उसे शार्ट सेल करते हैं | आपको एक बात जरूर याद रखनी है शार्ट सेल्लिंग आप केवल इंट्राडे ट्रेडिंग में कर सकते हैं | 
याद रखने योग्य बात - जब आप शुरुआत में इंट्राडे कर रहे हों तो आपको बहुत ज्यादा पैसे एक साथ नहीं लगाने, बल्कि थोड़ा थोड़ा पैसा लगाकर ही इंट्राडे ट्रेडिंग करनी है | क्यूंकि यह इन्वेस्टमेंट या निवेश  के मुकाबले थोड़ी रिस्की होती है |  और जब आप इस्स्में थोड़ा सही हो जाएँ तो ज्यादा पैसे लगाकर ट्रेड कर सकते हैं | 

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कंपनी के शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने की जगह टेक्निकल एनालिसिस जरूरत होती है| 
  1. कंपनी कैसा परफॉर्म कर रही है, 
  2. उस पर कर्ज कितना है
  3. बिजनेस कैसा है
  4. भविष्य में वह इंडस्ट्री कैसा परफॉर्म करेगी
इन सब के बारे में आपको जानने की जरूरत नहीं होती है। आपको केवल टेक्निकल एनालिसिस करनी है, आपको प्राइस और चार्ट की प्रैक्टिस पर ध्यान देना है | पढ़ें - FD (fixed deposit) क्या है? क्या यह आपके भविष्य के लिए सही है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक कैसे चुनें (how to select stock for intraday trading in hindi) 

यदि आप भी इंट्राडे करना चाहते हैं लकिन आपको नहीं पता की इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक कैसे चुनें तो आपको यहाँ कुछ बातें बताई गई हैं जिससे  इंट्राडे के लिए आसानी से स्टॉक्स चुन सकते हैं | 
  1. इंट्राडे ट्रेडिंग में सही स्टॉक चुनने के लिए आपको सबसे पहले कुछ कम्पनी के शेयरों की एक वॉच लिस्ट बनानी   है।
  2. जिनमें लिक्विडिटी ज्यादा हो  है।आपको उन्हीं शेयरों को चुनना है
  3. शेयर को खरीदने और बेचने में कोई प्रॉब्लम नहीं आती। यदि आप हाई लिक्विड स्टॉक खरीदते हैं क्यूंकि इनमे  buyers और sellers अच्छी खासी संख्या में मौजूद होते हैं 
  4. इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर चुनते समय आप Nifty next 50 स्टॉक्स में ट्रेड कर सकते हैं।
  5. उनका टेक्निकल एनालिसिस अच्छे से कर लें। जिन शेयरों में intraday ट्रेडिंग करनी है, यह बहुत जरूरी है | 
  6. उसी दिशा में ट्रेडिंग करने का डिसीजन ले। जहा प्राइस ऊपर जा रहा हो, या शार्ट सेल्लिंग के चांस हों | 
  7. आप उन्हें buy करें  जिन स्टॉक्स में आपको लगता है कि वॉल्यूम अच्छा है और टेक्निकल इंडिकेटर्स शेयर प्राइस ऊपर बढ़ने का संकेत दे रहे हैं 
मैं आपको सलाह देना चाहूंगा की जब भी आप जब भी स्टॉक्स buy  करें अपना खरीदने और बेचने का प्राइस तय कर लें जिसे एन्ट्री एक्सिट प्राइस भी कहा जाता है | तक आप अपने तय प्राइस पर खरीद और बेच सकें | पढ़ें - Sip में निवेश कैसे करें? (How to invest sip) 

इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम (intraday trading Rules in hindi) 

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के कुछ नियम हैं जो आपको ट्रेडिंग के पहले जरूर पता होना चाहिए - इन नियम के अंदर आपको - 
टेक्निकल एनालिसिस करना, रिस्क मैनेजमेंट, टाइमिंग, डिसीप्लिन, ओवरट्रेडिंग से बचना, सही ट्रेडिंग स्ट्रेटजी इस्तेमाल करना, अपनी कैपिटल को मैनेज करना और लिक्विड स्टॉक चुनना आदि नियमों को फॉलो करने की जरूरत होती हैं. चलिए हम कुछ नियमों को डिटेल से पढ़ते हैं | 

1. Discipline मेंटेन करना

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intraday trading tips in hindi में सबसे पहले मैं आपको बताना चाहूंगा की यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्किट में जा रहे हैं,  तो आपको Discipline मेंटेन करना सबसे ज्यादा जरूरी है, जैसे अपने ट्रेडिंग प्लान व स्ट्रेटेजी को फॉलो करना | 

इसमें आपको - 
  1. अपनी स्ट्रेटेजी पर ही ट्रेड करना है 
  2. ट्रेडिंग प्लान बनाकर ट्रेड करना है 
  3. बिना स्टॉपलॉस के ट्रेड ना करें 
  4. ट्रेडिंग के नियमों का पालन करने 
  5. impulsively trades लेने से बचना चाहिए।
  6. हमेशा अपने ट्रेड को रिव्यू करें
  7. ट्रेडिंग में अपनी गलतियों से सीखें।  
साथ ही आपको इमोशनली स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है, यानी यदि आपको लोस दिख रहा है, तो खुद से ट्रेड न बेचकर आपको स्टॉपलॉस के अनुसार ही ट्रेड को कट होने देना है | साथ ही इंट्राडे ट्रेडिंग में patience और कंसिस्टेंसी मेंटेन करे। जो सबसे ज्यादा जरूरी चीज़ों में से एक हैं | अनुशासन के साथ ट्रेडिंग करने से आप अपने ट्रेडिंग स्किल्स और प्रॉफिट को बेहतर कर सकते हैं। अनुशासन के साथ ट्रेडिंग करने से आप अपने ट्रेडिंग स्किल्स और प्रॉफिट को बेहतर कर सकते हैं। पढ़ें - Trading के 7 golden rules in hindi 

2. इंट्राडे ट्रेडिंग कैपिटल मैनेजमेंट करें

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कैपिटल मैनेज करना किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग में सफल होने के लिए बहुत जरूरी है | इसलिए आपको यह सबसे अच्छी tips for intraday trading in hindi जानना बहुत जरूरी है, की यदि आप अपना कैपिटल मैनेज नहीं करेंगे तो आप जल्दी ही अपना सारा कैपिटल लोस् कर देंगे, इसलिए आपको अपने ट्रेड के लिए कैपिटल को मैनेज करना होगा और ओवर ट्रेडिंग से बचना होगा। साथ ही अपने कैपिटल को बांटे और एक साथ सारा कैपिटल किसी एक शेयर में लगाने से बचें | 

इंट्राडे ट्रेडिंग कैपिटल मैनेज कैसे करें - 
  1. कैपिटल को spread out करें 
  2. एक ही स्टॉक में पूरा कैपिटल invest न करें। 
  3. ओवर ट्रेडिंग से बचें 
  4. अपने रिस्क टॉलरेंस को जाने | 
  5. ट्रेडिंग प्लान के अनुसार trades को साइज करें।
  6. ट्रेडिंग में रिस्क रिवॉर्ड रेशियो मेंटेन करें 
  7. स्टॉप लॉस ऑर्डर का इस्तेमाल करें | 
इस प्रकार से आप अपने कैपिटल को मैनेज करके ट्रेडिंग को सफल बना सकते हैं | 

3. स्टॉक की लिक्विडिटी चेक करें

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स्टॉक की लिक्विडिटी चेक करें यह बहुत जरूरी है, लिक्विडिटी का मतलब होता है किसी स्टॉक को खरीदने व बेचने वालों की संख्या, किसी भी ऐसे स्टॉक को खरीदने से बचें जिसकी  लिक्विडिटी कम हो, क्यूंकि जब किसी स्टॉक की लिक्विडिटी कम होती है तो आपको ऐसे स्टॉक को BUY व SELL करने में दिक्क्त हो सकती है | चूँकि लिक्विडिटी  का अर्थ buyer व seller  की संख्या होती है, तब यदि किसी स्टॉक की लिक्विडिटी कम है तो आप किसी स्टॉक को जल्दी खरीद या बेच नहीं सकते | जिससे आपको ट्रेड करने में आसानी होती है | 

4. इंट्राडे ट्रेडिंग में सही टाइमिंग पर शेयर में एंट्री और एग्जिट करें

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इंट्राडे ट्रेडिंग में टाइमिंग का बहुत बड़ा रोल है, आपको सही समय में स्टॉक को खरीने वे बेचने की अच्छी प्रैक्टिस करनी होगी, तभी आप इससे अच्छा प्रॉफिट बना पाएंगे | जब मार्किट ओपन होता है, उसके तुरंत बाद ट्रेड ना लें कुछ कैंडल बनने दें ताकि आपको पता लग सके की स्टॉक ऊपर जायगा या नीचे, साथ ही मार्किट बंद होने से पहले अपने ट्रेड को बेच दें | 

नोट - मार्किट ओपन और क्लोज होने के समय इसकी वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इस समय ट्रेड करने से बचें | 

याद रखने योग्य बातें - 
  1. यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में मॉर्निंग में ट्रेड एंट्री करते हैं तो इससे आपको अच्छे  रिजल्ट मिलते हैं।
  2. मॉर्निंग में मार्केट का ट्रेंड सेट हो जाता है और स्टॉक्स में हाई वॉल्यूम भी होता है।
  3. जब मार्केट में अचानक उतार-चढ़ाव हो तो उस समय पर ट्रेडिंग को अवॉइड करें, और अपने ट्रेडिंग प्लान के हिसाब से ही हाई ट्रेड को एक्जीक्यूट करें।
यदि आप ट्रेडिंग की टाइमिंग अच्छी कर लेते हैं तो आपके प्रॉफिट के चांस बढ़ जाते हैं | 

5. इंट्राडे ट्रेडिंग से अधिक रिटर्न्स कमाने की उम्मीद ना रखें

Intraday Trading in Hindi | 2024 में इंट्राडे से कमाएं हर महीने लाखों  
यह आपको याद रखना चाहिए की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको रीयलिस्टिक एक्सपेक्टेशन रखनी है, क्यूंकि यह एक रिस्की टर्म है, इसमें आपको लॉसेस भी, होंगे और प्रॉफीट भी बस आपको अपने रिस्क रिवॉर्ड को ध्यान में रखते हुए ट्रेडिंग को इस प्रकार करना है, की आपका प्रॉफिट आपके लॉसेस से ज्यादा हो | अपने ट्रेड में स्टॉपलॉस व टारगेट सेट करके ही ट्रेड करें और इसका अच्छे से पालन करें | 

यदि आपके प्रॉफ़िट्स आपके लोस्स से ज्यादा होंगे तभी आप ट्रेडिंग से पैसे कमा सकेंगे इसलिए अपने इमोशन को साइड में रखकर ट्रेड करें और छोटे प्रॉफ़िट्स होने पर दुखी न होकर उन्हें एन्जॉय करें | 
SMALL PROFITS ARE BATTER THEN BIG LOSSES 
ध्यान रखें छोटे प्रॉफ़िट्स बड़े लोस से बेहतर होते हैं | इसलिए अपने इमोशन को साइड में रखकर ट्रेड करें और  ओवर कॉन्फिडन्स में आके कभी ट्रेड ना करे | 

याद रखने योग्य कुछ बातें - 
  1. एक ट्रेडिंग सेशन में बहुत ज्यादा प्रॉफिट की ना उम्मीद करें 
  2. ट्रेडिंग में प्रॉफिट और लॉस दोनों के चांसेस होते हैं।
  3. अपने ट्रेडिंग प्लान को लगातार फॉलो करते रहें 
  4. अपनी गलतियों से सीखते रहें 
  5. Realistic expectations के साथ ट्रेडिंग करें  
इन सभी बातों  को ध्यान में रखने से आप ट्रेडिंग  में जल्दी सफल हो सकते है | 

इन्हे भी पढ़ें - 

इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from intraday trading in hindi) 

इंट्राडे ट्रडिंग से पैसे कमाने के लिए आपको मार्किट के ट्रेंड और डेली न्यूज़ को देखकर ट्रेड खरीदना व बेचना होगा | इसके लिए आपको अधिक लिक्विडिटी वाले स्टॉक को  चुनने और साथ ही डिसीप्लेन के साथ ही ट्रेड करना होगा | इसके अलावा आपको और भी कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होगी जिन्हे आप नीचे पढ़ सकते हैं | 

इंट्राडे ट्रडिंग से पैसे कमाने के लिए क्या करना चाहिए - 
 
ट्रेडिंग से पैसे कमाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, बहुत लोगो के दिमाग में यह सवाल जरूर आता होगा की ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए या शेयर मार्किट ट्रेडिंग से कितना पैसा कमाया जा सकता है | आप यहाँ नीचे कुछ महत्वपूर्ण बातें पढ़ सकते हैं, जिससे आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करके पैसे कमा सकें | 

1. Research and Analysis:     

जब भी आप ट्रेड करें रिसर्च और एनालिसिस जरूर करें, जिसमें आपको ऐसे स्टॉक्स चुनने हैं, जिनका वॉल्यूम अच्छा हो, लिक्विडिटी हाई हो | 

2. Trading plan:

ट्रेडिंग प्लान के बिना कभी ट्रेड न करें ट्रेडिंग प्लान में आपको अपना - BUY व SELL प्राइस स्टॉपलॉस RISK MANAGEMENT आदि चीज़ों को तय करना है | और सबसे बड़ी बात आपको अपने प्लान के अनुसार ही ट्रेड करना है | प्लान के बहार कुछ नहीं करना | 

3. Capital Management: 

कैपिटल मैनेज करना बहुत जरूरी है इसमें आपको - अपने कैपिटल को जितना हो सके संरक्षित करने पर ध्यान देना है | आपको इसके अंदर कभी भी अपना सारा कैपिटल किसी एक ट्रेड में नहीं लगाना  बल्कि अपने कैपिटल को कुछ भागों में बाटना है और अलग अलग शेयर में ट्रेड करना है | 

4. Discipline:

बिना इसके आप ट्रेडिंग में कभी सफल नहीं हो सकते यदि आपको ट्रेडिंग से पैसे कमाने हैं तो, अपने आपको डिसिप्लिन बनाना बहुत जरूरी है | 

5. Timing: 

टाइमिंग का विशेष ध्यान रखें, आपकी एंट्री और एग्जिट की टाइमिंग आपको ट्रेडिंग से पैसे कमाने में मदद करेगी | 

6. Patience:   

ट्रेडिंग में सबसे जरूरी जो है वह है धैर्य यदि आपमें धैर्य  नहीं है तो आपको इंट्राडे से दूर ही रहना चाहिए | 

7. Consistency:   

CONSITANT रहने से आप ट्रेडिंग में बेहतर होते जाते हैं, जिससे ज्यादा पैसे कमाने के चांस बढ़ते हैं | 

CONSISTANCY IS THE KEY TO SUCCES 

Intraday Trading For Beginners in Hindi 

जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं, और आप नए नए होते हैं, तो आपको ट्रेडिंग से जुड़े काफी सारे सवाल परेशान करते हैं| इसलिए जबआप नए होते हैं तो आप ट्रेडिंग में घबरा जाते हैं, यहाँ नीचे मैंने आपको कुछ सवालों के उत्तर विस्तार से दिए हैं जिन्हे आपको एके बार जरूर पढ़ना चाहिए | 

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी उपयोग करना चाहिए?intraday trading strategy in hindi–

इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स को काफी सारी स्ट्रेटेजी को सीखना पड़ता है | जिनमें से कुछ सबसे अच्छी इंट्रा डे ट्रेडिंग रणनीति ये हैं | जैसे- 

1. Trend following strategy:  

इसमें आपको ट्रेंड को फॉलो करना होता है, और ट्रेड खरीदना और बेचना है | ट्रेंड दो तरह के होते है, अप और डाउन ट्रेंड कोई स्टॉक ऊपर की ओर जाता है, तो अप ट्रेंड और जब कोई स्टॉक नीचे की ओर जाता है, तो उसे डाउन ट्रेंड कहते हैं | और अप व डाउन ट्रेंड को देखकर ही ट्रेडर ट्रेड करते हैं | 

2. Break out strategy:  

इस स्ट्रेटेजी का उपयोग करने पर ट्रेडर स्टॉक के सपोर्ट व रेजिस्टेंस लेवल को देखकर ट्रेड करते हैं और जब सपोर्ट या रेजिस्टेंस को स्टॉक ब्रेक करता है, तो ट्रेड लेते हैं | 

3. न्यूज ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी:  

न्यूज़ के आधार पर जो ट्रेड किये जाते हैं, उसे न्यूज ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी कहते हैं, इसमें आपको न्यूज़ द्वारा बताये गए मार्किट ट्रेंड व फाइनेंसियल न्यूज़ के आधार पर ट्रेडिंग होती है | 

4. Scalping strategy:  

Scalping strategy का इस्तेमाल कर ट्रेडर छोटे समय के फ्रेम में ट्रेड करते हैं, इसमें तेज़ी से मूवमेंट्स होते हैं, और यह रिस्की भी होता है |  यदि आप भी इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो आपको इन सभी को एक बार जरूर समझना चाहिए | जिससे आप भी ट्रेडिंग से अच्छा प्रॉफिट कमा सकें | पढ़ें - निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन से टूल्स और इंडिकेटर्स का यूज़ करना चाहिए? Trading tools and technical indicators for intraday trading in hindi–

ट्रेडिंग में ट्रेडर को काफी सरे इंडीकेटर्स सीखने की जरूरत होती है, ये इंडीकेटर्स प्राइस कहाँ जायेगा बताते हैं, और इसी के अनुसार ट्रेडर्स ट्रेड लेते हैं, इसमें उन्हें मार्किट के ट्रेंड और मूवमेंट को देखते  है, और इसकी प्रैक्टिस से ही धीरे धीरे आप भी सफल ट्रेडर बन सकते हैं | कुछ महत्वपूर्ण इंडीकेटर्स यहाँ नीचे दिए गए हैं |

1. वॉल्यूम इंडिकेटर:

वॉल्यूम इंडिकेटर का उपयोग करके ट्रेडर्स एंट्री व एग्जिट पॉइंट का पता लगाते हैं, इससे स्टॉक की खरीददारी और सेल्लिंग के टाइम का पता चलता है | 

2. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI):

इसका इस्तमाल कर ट्रेडर्स स्टॉक के ट्रेड्स के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स के लिए इस्तेमाल करते हैं।  और ओवरबॉट और ओवरसोल्ड कंडीशंस को पहचानते हैं, 

3. कैंडलस्टिक चार्ट्स:

कैंडलस्टिक चार्ट्स का इस्तेमाल करके ट्रेडर्स स्टॉक के प्राइस पैटर्न्स के हिसाब से ट्रेड लेते हैं।प्राइस मूवमेंट्स की पहचान करते हैं |  

4. मूविंग एवरेज:

मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करके ट्रेडर्स ट्रेंड के डायरेक्शन में ट्रेड करने में मदद मिलती है साथ ही स्टॉक के एवरेज प्राइस को कैलकुलेट करते हैं | 

5. कैंडलस्टिक चार्ट्स:

प्राइस पैटर्न्स के हिसाब से ट्रेड लिया जाता है  ट्रेडर्स इसका इस्तेमाल करके स्टॉक के प्राइस मूवमेंट्स को पता करते हैं | यदि कोई भी व्यक्ति एक सफल टरडेर बनना चाहता है तो यह जरूरी है की उसे इन टूल्स और इंडिकेटर्स को अच्छे से समझना चाहिए | इससे आपका नुकसान काम और प्रॉफिट अधिक मिलने में मदद मिलेगी| 

इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडिंग प्लान कैसे बनाएं? How to make trading plan for intraday trading in Hindi–

जब भी इंट्राडे ट्रेडिंग करें याद रखें ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग प्लान बनना बहुत जरूरी है, बिना ट्रेडिंग प्लान के आप  कभी भी एक सफल ट्रेडर  नहीं बन सकते, लेकिन बहुत लोगों का यह प्रश्न होगा की आखिर ट्रेडिंग प्लान कैसे बनायें  | 
ट्रेडिंग प्लान बनाने के लिए आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना  होता है | जैसे - ट्रेडिंग गोल्स, रिस्क टॉलरेंस लेवल, ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी और मार्केट एनालिसिस आदि 

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए प्लान कैसे बनायें - स्टेप्स 

  1. आप कितना प्रॉफिट चाहते हैं, और कितना नुक्सान लेने को तैयार हैं और कितने टाइम फ्रेम में ट्रडिंग करेंगे , ये सब आपके ट्रेडिंग गोल्स के अंदर आता है | यानि एक ट्रेडिंग गोल सेट करना चाहिए | 
  2. गोल सेट हो जाने के बाद अपने रिस्क को तय करें की आप एक ट्रेड में कितना रिस्क ले सकते हैं | ताकि आप अपने ट्रेड और कैपिटल को मैनेज कर सकें | 
  3. इसके बाद आपको एक अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी चुन्नी है, जिसमें आप अच्छे हो जिसकी आपने प्रैक्टिस की हो | 
  4. इसके बाद स्टॉक्स की मूवमेंट, ट्रेंड और वॉल्यूम को observ करना होता है, यानी मार्केट का एनालिसिस करना होता है  |  किस स्टॉक में enter करना है और किस स्टॉक से exit करना इस सबकी जानकारी मार्केट का एनालिसिस करने पर होती है | 
इमोशंस को कंट्रोल करना होता है। और ट्रेडिंग प्लान को ध्यान में रखकर ही ट्रेड लेना होता है | 
एक दमदार ट्रेडिंग प्लान बनाने के लिए आपको सभी चीज़ों को ध्यान रखना होता है | और प्लान को अपने ट्रेडिंग के हिसाब से एक्सेक्यूटे करना होता है | 

इंट्राडे ट्रेडिंग पर न्यूज और इवेंट्स का क्या प्रभाव होता है? Effects of news and events on intraday trading in Hindi

न्यूज़ और इवेंट्स का इंट्राडे ट्रेडिंग में बहुत बडा प्रभाव पड़ता है, ये मार्किट के मूवमेंट में अचानक और गहरा प्रभाव डालते है, ये प्राइस को अचानक घटा या बढ़ा सकते हैं | हर बड़ा ट्रेडर डे ट्रेडिंग करने से पहले न्यूज़ व इवेंट्स को एक बार जरूर देखता है | इससे  वो अपने ट्रेड को आसानी से मैनेज और मेंटेन कर सकता है | 

इसके अंदर ट्रेडर्स मार्किटी या किसी स्टॉक  में आने वली न्यूज़ का एनालिसिस करते हैं, क्यूंकि न्यूज़ के अच्छे या बुरे होने पर मार्किट व स्टोक्स के मूवमेंट्स अचानक से  बदल सकते हैं, यदि ट्रेडर को न्यूज़ की जानकारी होती हैं तो वो आसानी से अपने ट्रडिंग प्लान में बदलाव कर सकता है | और अपने ट्रेड को मेंटेन कर सकता है | 

इसलिए आपको थोड़ा ध्यान न्यूज़ व इवेंट्स में देने की जरूरत है, ताकि आप भी अपने ट्रेड्स को आसानी से मेंटेन कर सकें | 

इंट्राडे ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस का महत्व Importance of technical analysis in intraday trading in hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग में जो सबसे बड़ा रोले है वो टेक्निकल एनालिसिस का ही है | क्यूंकि इसमें टट्रेडर्स को बहुत कम समय में ट्रेड को बेचना व खरीदना पड़ता है | 
  1. ट्रेडर्स प्राइस चार्ट्स, इंडिकेटर्स और ऑसिलेटर्स के द्वारा मार्केट ट्रेंड्स, पैटर्न्स और प्राइस लेवल्स को टेक्निकल एनालिसिस की मदद से ही देखते हैं | 
  2. किस स्टॉक को खरीदना है, किस स्टॉक को बेचना है और कब ट्रेड एंटर और एग्जिट करना है। इसका डिसीजन लेने में मदद मिलती है| 
  3. कैंडलस्टिक चार्ट्स, बार चार्ट्स और लाइन चार्ट्स इन सबको टेक्निकल एनालिसिस की मदद से ही इस्तेमाल किया जाता है | 
  4. मूविंग एवरेज, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंगर बैंड्स और MACD इन सभी का इस्तेमाल भी टेक्निकल एनालिसिस की मदद से होता है | 
टेक्निकल एनालिसिस के ट्रेडिंग व इंट्राडे ट्रेडिंग में बहुत बड़ा महत्त्व है बिना  इसके आप इंट्राडे ट्रेडिंग तो बिलकुल भी नहीं कर सकते | 

इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क और रिवॉर्ड रेशियो क्या होना चाहिए? Risk reward ratio in intraday trading in hindi–

रिस्क रिवॉर्ड का मतलब होता है आपने कितना कमाया और कितना लोस्स किया यदि आपका रिवॉर्ड आपके रिस्क से ज्यादा है, तो आप ट्रेडिंग से पैसे कमा सकते है, अन्यथा आपको इसे और अधिक सीखने की जरूरत हैं, यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग  आपको इसका विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, तभी आप इंट्राडे से पैसे कमा सकते हैं | 

रिस्क और रिवॉर्ड को सही करने के लिए आपको कुछ बातों  विशेष ध्यान रखना चाहिए | 
  1. आपको अपने स्टॉप लॉस और टारगेट प्राइस को सही जगह सेट करना होगा।
  2. टारगेट प्राइस आपके एंट्री प्राइस से थोड़ा बहुत ऊपर होना चाहिए
  3. स्टॉप लॉस आपके एंट्री प्राइस से नीचे होना चाहिए।
  4. रिस्क मैनेज करना आना चाहिए | 
  5. आपको किसी एक स्ट्रेटेजी में बहुत अधिक बेहतर बनना होगा | 
  6. आपको अपने इमोशन को कण्ट्रोल करके ट्रेडिंग करनी होगी | 
इन सभी को ध्यान में रखते हुए आप रिस्क रिवॉर्ड को मैनेज कर सकते हैं | और एक प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन सकते हैं | 

इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है? What is risk management in intraday trading in Hindi

यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग और  रिस्क मैनेज करना नहीं आता तो आप लम्बे समय तक इंट्राडे में नहीं टिक पाएंगे, क्यूंकि रिस्क मैनेजमेंट आपके कैपिटल की सुरक्षा करता हैं, यदि आपका कैपिटल ही सुरक्षित नहीं होगा तो आप इंट्राडे कैसे करेंगे | रिक्मनागमेंट आपकी ट्रेडिंग को बेहतर  प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनाने के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है | आपने जब जान लिया है की रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है, तो आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आ रहा होगा की रिस्क मैनेजमेंट कैसे करें | 

रिस्क मैनेजमेंट कैसे करें 

इंट्राडे में ट्रेडर रिस्क मैनेजमेंट करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें  - 
  1. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें  | 
  2. अपने कैपिटल का प्रॉपर मैनेजमेंट करना चाहिए 
  3. अपने ट्रेड्स में सिर्फ इतना ही अमाउंट इन्वेस्ट करना चाहिए, जो वह loss के लिए afford कर सकते हैं।
  4. अपने ट्रेड्स को बारीकी से मॉनिटर करना चाहिए और उन्हें मैनेज करना चाहिए।
  5. ट्रेडर्स को अपने ट्रेड्स पर कंट्रोल रखना चाहिए 
  6. अपने कैपिटल को प्रोटेक्ट करना चाहिए। 
इन सभी को ध्यान में रखकर आप भी रिस्क मैनेज कर सकते हैं और  ट्रेड्स को प्रॉफिटेबल बना सकते हैं, और सफल ट्रेडर बन सकते हैं | पढ़ें - सबसे सुरक्षित निवेश कौन से हैं ? 

नोट - ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी है, इसे सीखकर ही ट्रेड करें | 

इंट्राडे ट्रेडिंग में Stop Loss का क्या रोल होता है? What is stop loss in intraday trading in Hindi–

स्टॉपलॉस इंट्राडे एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा जरूरी है, बिना इसके ट्रेडिंग करना रिस्की हो सकता है, अचानक से स्टॉक में आने वाले डाउन फॉल से आपको जो नुक्सान होता है, उसे रोकने में स्टॉपलॉस आपकी बहुत मदद करता है | इसलिए आपको अपनी ट्रेडिंग में इसे जरूर शामिल करना चाहिए | 

स्टॉपलॉस एक आर्डर होता है, जो एंट्री प्राइस से नीचे लगाया जाता है, इससे आपको सुरक्षा मिलती है, यदि कभी कोई स्टॉक अचानक से नीचे  जाता है, और यदि  अपना स्टॉपलॉस आर्डर लगा के रखा होता है, तो आपके शेयर अपने आप स्टॉपलॉस में आकर बिक जाते हैं जिससे आपको अधिक लोस नहीं होता | इससे आपके कैपिटल की सुरक्षा होती है | यदि आप ट्रेडिंग में  स्टॉपलॉस का उपयोग करते हैं तो आपको बहुत से फायदे मिलते हैं | 

जैसे - 
  • ट्रेडर्स अपने ट्रेड्स को कंट्रोल कर सकते हैं | 
  • इमोशन्स के प्रभाव से बच सकते हैं।
  • ट्रेडर्स अपनी ट्रेड्स को मैनेज कर सकते हैं 
  • अपने लॉस को मिनिमाइज कर profitable trades ले सकते हैं।
यदि कोई ट्रेडर स्टॉपलॉस का इस्तेमाल करता है, तो उसे ये सब फायदे मिलते हैं |

intraday trading kitne paise se start hota hai

जब नए लोग इंट्राडे की शुरुआत कर रहे होते हैं तो उनके मन में सबसे पहला सवाल यही आता है, की मैं intraday trading कैसे और कितने बजट के साथ start कर सकता हूँ? तो मैं आपको बता दूँ की आपको शेयर मार्किट इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए, कम से कम 1000 रूपए और ज्यादा की बात करें तो आपके रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार आप कितने भी पैसों के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं, लेकिन आपको पता होना चाइये की जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे होते हैं, तो आपको दिन में मार्किट बंद होने से पहले शेयर खरीदना व बेचना होता है, इसलिए यदि आप दिन का अच्छा प्रॉफिट बनाना चाहते हैं, तो आपको इसे कम से कम 50000 रूपए से शुरू करना चाहिए |  
  • minimum amount for intraday trading - 1000 
  • maximum  amount for intraday trading - 50000 या आप कितना रिस्क ले सकते हैं | 

intraday trading se kitna paisa milta hai 

how much a person can earn from intraday trading-  यदि आप शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कर  रहे हैं, तो आप 50000 रुपये लगा कर हर दिन 3000 से 5000 रुपये आसानी से कमा सकते हैं। यानी यदि आपने शेयर बाजार को सीखकर अच्छे से सभी नियमों को फॉलो करते हैं, तो ट्रेडिंग से रोजाना इतना पैसा कमाना कोई बड़ी बात नहीं है।

इंट्राडे में कितना चार्ज लगता है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में लगने वाला चार्ज अलग - अलग ब्रोकर में अलग - अलग होता है, लेकिन यदि एवरेज ब्रोकर के चार्ज की बात करें तो यह चार्ज 15 रुपये प्रति ट्रेड से 20 रूपए प्रति ट्रेड होता है | इस तरह यदि आप ज्यादा ट्रेड करते हैं, तो आपको ज्यादा चार्ज लगेगा और कम ट्रेड करेंगे तो आपको कम चार्ज लगेगा | 

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान 

यदि आप इंट्राडे करते हैं तो आपको इसके कुछ फायदे  नुक्सान के बारे में जानना बहुत जरूरी है | कुछ फायदे व नुक्सान यहाँ नीचे बताये गएँ हैं जिन्हे आपको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए | 

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे (Advantages of intraday trading in hindi)

intraday trading ke fayde इस तरह हैं - 

1. हाई लिक्विडिटी

इंट्राडे में आपको हाई हाई लिक्विडिटी स्टॉक्स को खरीदने व बेचने या कहें तो ट्रेड करने की सुविधा मिलती है | और ये स्टॉक्स ऐसे होते हैं  व बेचने में आसानी होती है | 

2. Trading tools

informal trading decisions लेने के लिए। इंट्राडे ट्रेडर्स बहुत सारे तकनीकी संकेतक, चार्ट, और research tools जैसे बहुत से  ट्रेडिंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं | 

3. मार्केट नॉलेज

मार्केट के बारे में बेहतर समझ  बढ़ाने के लिए , इंट्राडे ट्रेडर्स को अलेर्ट रहने की जरूरत होती है,  जैसे - लेटेस्ट मार्केट न्यूज और ट्रेंड आदि की जानकारी रखनी होती है | 

4. तुरंत मुनाफा

जल्दी प्रॉफिट कमाने का मौका मिलता है, क्यूंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में छोटे प्राइस मूवमेंट होते हैं, जिससे आप तेज़ी से फायदा कमा सकते हैं | 

5. कोई ओवरनाइट जोखिम नहीं

इंट्राडे दिन में ही होती है इसलिए आपको यह दर नहीं होता की रात भर में मार्केट में क्या होगा  चीज़ की चिंता नहीं होती | 

6. कम पूंजी की आवश्यकता

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको बहुत अधिक पैसों की  जरूरत नहीं होती जो की लम्बे समय  के निवेश में होता है,  यदि आपके पास कम पैसे भी हैं तो आप 5 गुना मार्जिन ब्रोकर से प्राप्त कर सकते है।

7. Flexibility: 

दिन में कई बार ट्रेड enter और exit करने की फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। क्यूंकि इसमें मूवमेंट्स तेज़ी से होते हैं | जिससे आप दिन में किसी भी समय ट्रेड खरीद व बेच सकते हैं | 

8. समय का efficient use

आपके समय को efficiently उपयोग करने की सुविधा देता है। क्यूंकि इंट्राडे ट्रेडिंग शॉर्ट-टर्म मार्केट मूवमेंट का फायदा उठा सकते हैं | 

9. Tax benefit

शॉर्ट-टर्म  कैपिटल गेन टैक्स लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स से कम होता है। आपको इंट्राडे में में सबसे बड़ा फ़ायदा इसे का मिलता है | 

10. टाइमिंग

चूँकि इसे आप सुबह 9 : 15 से 3 : 30 तक करते हैं इसलिए काफी सारा टाइम आपको अन्य चीज़े करने के लिए बचता है जिसका उपयोग आप और कहींभी कर सकते हैं | 

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of intraday trading in hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग से होने वाले कुछ नुक्सान भी हैं  एक बार जरूर जानना चाहिए, इन्हे आप नीचे पढ़ सकते हैं | 

1. Addiction

ये एडिक्शन ट्रेडर के लिए काफी खतरनाक होता है, और इस एडिक्शन के होने का मुख्य कारण है , आपको प्रॉफिट बहुत जल्दी मिल जाना,  इसलिए लगातार ट्रेडिंग से आप लिए एडिक्ट बन सकते है. और ये एडिक्शन ट्रेडर के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकता है, 
क्योंकि एक समय वो अपने ट्रेड्स को कंट्रोल नहीं कर पाते, और मार्किट बंद होने के बाद भी लगातार मार्केट मूवमेंट और कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते रहते हैं| ये ट्रेडर के मेंटल और इमोशनल स्वस्थ को बुरी तरह प्रभावित करता है| 

2. Market uncertainty

कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी fluctuate होते हैं, जिससे आपका ट्रेडिंग निर्णय कई बार गलत भी हो सकता है।

3. Competition

ट्रेडर्स को लगातार अलर्ट रहना होता है, क्युकी इंट्राडे ट्रेडिंग में कॉम्पिटिशन काफी ज्यादा  होता है |  मार्केट ट्रेंड और न्यूज का विशेष ध्यान रखना होता है | 

4. High risk

स्टॉक प्राइस में छोटे बदलाव की वजह से इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्की होता है, इस वजह से कई बार आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है।

5. High stress

इंट्राडे ट्रेडिंग में तुरंत निर्णय लेने की जरूरत होती है, इसलिए इसमें आपको कभी - कभी हाई स्ट्रेस भी हो सकता है।

5. Requires Expertise

अगर आपको मार्केट एनालिसिस और ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी के बारे में अच्छा ज्ञान नहीं है तो बहुत बार आपको काफी लॉस भी हो सकता है।

7. Time consuming

इसमें  आपका काफी टाइम और एनर्जी कंज्यूम होती  है। क्यूंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको बहुत  समय तो केवल रिसर्च और एनालिसिस में देना पड़ता है | जिससे आपका बहुत सारा समय इसी में निकल जाता है | 

8. Margin calls

इसमें आपको margin calls की वजह से बड़ा loss हो सकता है, क्यूंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में अधिक लाभ कमाने के लिए ज्यादा लीवरेज का उपयोग किया जाता है, तब यदि आपका ट्रेड आपके प्लान से विपरीत जाता है तो आपको काफी लॉस हो सकता है | 

9. Emotional trading

इसमें ज्यादातर लोग लालच और डर की वजह से ओवर-ट्रेड करते हैं, इसमें  इमोशनल ट्रेडिंग काफी कॉमन है, जो कि अधिकतर लोगों के बडे नुकसान का कारण बन जाती है।

10. High transaction cost 

जिसे ब्रोकरेज शुल्क और कर भी कहा जाता है, इसमें लेन-देन की लागत काफी अधिक होती है | 

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए टिप्स | Intraday Trading Tips for Beginners in Hindi 

स्टॉक की टेक्निकल एनालिसिस करें, मार्केट ट्रेंड के बारे में जाने तभी ट्रेड लें जिसके लिए यहाँ share market intraday tips in hindi में बताई गई हैं - 
  1. समय के साथ अपने trading skills को सुधारने के लिए अपनी गलतियों से सीखते  रहें। और एक सकारात्मक मानसिकता बनाए रखें | 
  2. हाई वॉल्यूम स्टॉक्स में ही ट्रेड करें, जिससे लिक्विडिटी का फायदा उठाया जा सके।
  3. जिस  स्टॉक में आप ट्रेड कर रहे हैं, उस सेक्टर और इंडस्ट्री के बारे में जानकरी रखें | 
  4. न्यूज और इवेंट्स को ट्रैक करें ताकि आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव को समझने में मदद मिले।
  5. शुरुआत में ट्रेडिंग कम पैसों से स्टार्ट करें, जिससे ज्यादा लॉस से बच सके।
  6. लालच, डर और ओवर कॉन्फिडेंस से बचें और ट्रेडिंग साइकोलॉजी और इमोशंस को याद रखें और ध्यान दें | 
  7. Daily profit या loss के टारगेट तक पहुँचने के बाद उस दिन ट्रेडिंग मत करें | इससे ओवरट्रेडिंग करने के चांस बढ़ जाते हैं | बड़े नुकसान को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है | 
  8. entry और exit points का पता लगाने के लिए मूविंग एवरेज, RSI और MACD आदि इंडीकेटर्स का उपयोग करें | 
  9. ट्रेडों को आसानी से खरीदने और बेचने के लिए अधिक ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले लिक्विड शेयरों पर ही ट्रेड करें | 
  10. अपने ट्रेडों से इमोशनल रूप से न जुड़ें | 
  11. अपने नुकसान को कम करने और अधिक लॉस होने से बचने के लिए हमेशा स्टॉप लॉस जरूर लगाएं | | 
  12. ओवर-ट्रेडिंग से बचें और एक दिन में आपके द्वारा किए जाने वाले ट्रेडों की संख्या को काम करें। इससे आप ब्रोकरेज फीस और कमीशन के प्रभाव को कम कर सकते हैं | 
  13. अपनी गलतियों, प्रॉफिट व लोस को ध्यान में रखने के लिए ट्रेडिंग जर्नल रखें। ताकि आप दुबारा गलती दोहराने से बच सकें | 
  14. अपनी ट्रेडिंग प्लान और अपनी स्ट्रेटेजी का पालन करें | 
  15. स्टॉप लॉस ऑर्डर लगाये बिना ट्रेड न करें , जिससे नुकसान कम हो सके।
इन 16 नियमों को हमेशा याद रखें ये नियम आपकी शुरूआती ट्रेडिंग दौर में बहुत काम आएंगे | यदि आप इन सभी नियमो को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करते हैं तो आप जल्दी ही सक्सेस फुल ट्रेडर बन सकते हैं | 

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखें? 

जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे होते हैं तब आपको कुछ बातों को ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, जिनमें से कुछ यहाँ नीचे बताई गयी हैं कृपया इन्हे ध्यान से पढ़ें | 
  1. जब तक आप को अपनी ट्रेड पर पूरा भरोसा ना हो, लीवरेज (margin) का इस्तेमाल न करें।
  2. स्टॉप लॉस ऑर्डर का प्रयोग करें।
  3. अनुशासन रखें।
  4. एक समय में एक से ज्यादा स्टॉक में trade न करें।
  5.  ट्रेड के लिए हाई लिक्विडिटी वाले स्टॉक्स ही चुने | 
  6. न्यूज और इवेंट्स को ध्यान में रखकर ट्रेड लें | 
  7. स्टॉक्स के टेक्निकल चार्ट्स व इंडीकेटर्स को अच्छी तरह से सीखकर ट्रेड करें।
  8. पहले पेपर  ट्रेडिंग से प्रैक्टिस करें।
  9. ट्रेडिंग के ज्ञान को धीरे - धीरे बढ़ाते रहे | 
  10. इमोशंस पर काबू रखें | 
  11. बाजार के ट्रेंड की स्थति का ध्यान रखें।
  12. अपनी रिस्क कैपेसिटी को समझें | 
  13. एक अच्छे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।
  14. मार्जिन ट्रेडिंग से बचें।
  15. धैर्य और दृढ़ संकल्प से निर्णय लें | 
  16. अपने खुद के फैसले के साथ, Expert की सलाह नहीं मानें | 
  17. ट्रेडिंग जर्नल बनाएं अपने प्रॉफ़िट्स लोस व गलतियों को लिखें | 
  18. ट्रेडिंग फीस और टैक्स को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करें | 
  19. ट्रेडिंग में timing का ध्यान रखें  | 
  20. थकान के समय पर ट्रेडिंग न करें।
  21. ट्रेडिंग प्लान बनाएं बिना ट्रेड न लें | 
  22. अनप्लांड ट्रेडिंग से बचे।
  23. मार्किट खुलने के तुरंत बाद स्टॉक न खरीदें | 
  24. इंट्राडे में मार्किट बंद होने से पहले अपने स्टॉक्स को बेच दें | 
  25. रिस्क मैनेजमेंट को ध्यान में रखके ही ट्रेड करें | 
इंट्राडे करते समय आप चाहे नए हों या पुराने इन नियमों को ध्यान में रखकर ही ट्रेड करें | 

Intraday Trading in Hindi | FAQ 

इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है?

कोई सीमा नहीं है। आप 1000 रुपये या 1,00,000 रुपये के साथ शुरू कर सकते हैं। पूंजी में कोई सीमा नहीं है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना लाभ प्रतिशत?

भारत में केवल 3.5%-4.5% इंट्राडे ट्रेडर्स ही पैसा कमाने में सफल होते हैं।

क्या मैं 100 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

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कितने रुपये से ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं |

भारत में डे ट्रेडिंग के लिए कोई निश्चित न्यूनतम राशि की आवश्यकता नहीं है । आप 1000 से या 1 लाख से भी शुरुआत कर सकते हैं |

मैं एक दिन में कितने इंट्राडे कर सकता हूं?

इंट्राडे में आप कितने भी ट्रेड कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है ,

आप डे ट्रेडिंग कितना कर सकते हैं?

डे ट्रेडिंग का वेतन $68,000 और $198,000 प्रति वर्ष के बीच होता है। मैं किस लायक हूँ?

भारत में नंबर 1 शेयर बाजार कौन है?

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज

इंट्राडे में शेयर कैसे चुनें?

उन शेयरों को चुनना है जिनके पास प्रमुख सेक्टर (क्षेत्रों) और सूचकांक के साथ मजबूत सहसंबंध है।

शेयर मार्केट का किंग कौन है?

शेयर बाजार में बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala ) अब नहीं रहे.

सबसे अच्छा इंडिकेटर कौन सा है?

Intraday Trading in Hindi | आज हमने क्या सीखा -

आज के ब्लॉग में हमने Intraday Trading in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, कैसे सीखें? के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की हमने इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें, इंट्राडे से पैसे कैसे कमाएं तथा अन्य बातेँ भी हमने सीखी। 

हमने सीखा - 
  1. इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (What is Intraday Trading in Hindi )
  2. शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How intraday trading works in hindi)
  3. इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें ( How to learn intraday trading )
  4. इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें - 
  5. इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक कैसे चुनें (How to select stocks in intraday trading in hindi)
  6. इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम (Rules of intraday trading in hindi)
  7. इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from intraday trading in hindi)
  8. Intraday Trading For Beginners in Hindi
  9. इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
  10. Intraday Trading Tips for Beginners in Hindi
  11. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏😊

यदि आपको Intraday Trading से related कोई जानकारी चाहिए तो आप comment करके हमे बता सकते। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे। 

धन्यवाद ( Thank you )

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