Candle Ko Kaise Samjhe

Candle Ko Kaise Samjhe
कैंडल को कैसे समझें? - शेयर मार्केट में कैंडलस्टिक (Candle Stick) एक ऐसा तरीका है जिससे हम यह समझ सकते हैं कि किसी शेयर की कीमत समय के साथ कैसे बदल रही है। यह एक चार्ट की तरह दिखता है, जिसमें कैंडल की शेप होती है। कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग ट्रेडिंग में किया जाता है ताकि निवेशक यह समझ सकें कि शेयर की कीमत कब बढ़ रही है और कब घट रही है। इस लेख में, हम कैंडल को सरल और आसान भाषा में समझेंगे, ताकि जो लोग नए हैं, वे भी इसे आसानी से समझ सकें।

Candle Ko Kaise Samjhe

Candle Ko Kaise Samjhe
कैंडलस्टिक चार्ट में हर कैंडल एक निश्चित समय अवधि को दर्शाती है, जैसे 1 मिनट, 5 मिनट, 1 दिन या 1 हफ्ता। कैंडल चार्ट के ज़रिए हम यह देख सकते हैं कि किसी समय पर शेयर की शुरुआती (Opening) कीमत, सबसे ऊंची (High), सबसे निचली (Low), और आखिरी (Closing) कीमत क्या थी। आइए इसे और विस्तार में समझते हैं।

कैंडलस्टिक का मूल रूप

कैंडलस्टिक चार्ट में हर कैंडल का एक खास आकार होता है। एक कैंडल में मुख्य रूप से तीन हिस्से होते हैं:
  • बॉडी (Body): यह कैंडल का मोटा हिस्सा होता है, जो शुरुआती और आखिरी कीमत को दिखाता है।
  • विक (Wick) या शैडो (Shadow): यह कैंडल के ऊपर और नीचे की पतली लाइनें होती हैं, जो सबसे ऊंची और सबसे निचली कीमत को दर्शाती हैं।
  • रंग (Color): कैंडल का रंग बताता है कि कीमत बढ़ी है या घटी है। हरे (या सफेद) रंग का मतलब है कि कीमत बढ़ी है, और लाल (या काली) रंग का मतलब है कि कीमत घटी है।
यह मूल संरचना आपको कैंडल को समझने में मदद करती है। इसके आधार पर, आप यह देख सकते हैं कि किसी समय पर बाजार में क्या हो रहा था।

2. कैंडल का ओपन, हाई, लो, और क्लोज

हर कैंडल में चार मुख्य बिंदु होते हैं:
  • ओपन (Open): यह उस समय की कीमत है जब कैंडल बननी शुरू होती है।
  • हाई (High): यह उस समय की सबसे ऊंची कीमत है।
  • लो (Low): यह उस समय की सबसे निचली कीमत है।
  • क्लोज (Close): यह उस समय की कीमत है जब कैंडल खत्म होती है।
इन चार बिंदुओं को देखकर आप समझ सकते हैं कि उस समय पर बाजार में कितनी हलचल थी। उदाहरण के लिए, अगर हाई और लो के बीच बहुत बड़ा अंतर है, तो इसका मतलब है कि बाजार में बहुत उतार-चढ़ाव हुआ।

3. ग्रीन और रेड कैंडल का मतलब

कैंडल का रंग बहुत महत्वपूर्ण होता है।
  • ग्रीन कैंडल: यह बताती है कि कीमत बढ़ी है। इसका मतलब है कि क्लोजिंग कीमत ओपनिंग कीमत से ज्यादा है।
  • रेड कैंडल: यह दिखाती है कि कीमत घटी है। इसका मतलब है कि क्लोजिंग कीमत ओपनिंग कीमत से कम है।
इन रंगों को देखकर आप तुरंत यह समझ सकते हैं कि बाजार में खरीदारी का दबाव (Buying Pressure) था या बिकवाली का दबाव (Selling Pressure)।

4. लंबे और छोटे विक का मतलब

कैंडल की विक (Wick) यानी ऊपर और नीचे की पतली लाइनें भी बहुत कुछ कहती हैं।
  • लंबी विक: अगर कैंडल की विक लंबी है, तो इसका मतलब है कि कीमत ने उस समय पर बहुत उतार-चढ़ाव किया।
  • छोटी विक: अगर विक छोटी है, तो इसका मतलब है कि कीमत ज्यादा नहीं बदली।
यह जानकारी आपको यह समझने में मदद करती है कि बाजार में कितनी अस्थिरता (Volatility) थी।

5. डोजी कैंडल क्या है?

डोजी कैंडल एक खास प्रकार की कैंडल होती है, जिसमें ओपन और क्लोज कीमत लगभग बराबर होती हैं। इसका मतलब है कि बाजार में खरीदार और विक्रेता बराबर ताकत में थे, और कीमत ज्यादा नहीं बदली।

डोजी कैंडल यह बताती है कि बाजार में अनिश्चितता है। यह आमतौर पर तब बनती है जब निवेशक अगले कदम को लेकर स्पष्ट नहीं होते।

6. बुलिश और बियरिश कैंडल

कैंडल से आप यह भी जान सकते हैं कि बाजार का रुख क्या है:
  • बुलिश कैंडल: ग्रीन कैंडल को बुलिश कैंडल कहते हैं। इसका मतलब है कि खरीदार बाजार में मजबूत हैं।
  • बियरिश कैंडल: रेड कैंडल को बियरिश कैंडल कहते हैं। इसका मतलब है कि विक्रेता बाजार में हावी हैं।
यह जानकारी आपको ट्रेडिंग में सही निर्णय लेने में मदद करती है।

7. पैटर्न का महत्व

कैंडलस्टिक चार्ट में कैंडल्स का एक पैटर्न बनता है। यह पैटर्न यह दिखाता है कि भविष्य में कीमतें किस दिशा में जा सकती हैं। कुछ आम पैटर्न हैं:
  • हैमर (Hammer): यह तब बनता है जब कीमत नीचे जाती है लेकिन फिर वापस ऊपर आ जाती है। यह बाजार में खरीदारी का संकेत देता है।
  • शूटिंग स्टार (Shooting Star): यह तब बनता है जब कीमत ऊपर जाती है लेकिन फिर नीचे गिर जाती है। यह बाजार में बिकवाली का संकेत देता है।

8. समय अवधि का चयन

कैंडल को समझने के लिए यह भी जरूरी है कि आप सही समय अवधि चुनें।
  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग: अगर आप दिन के अंदर ट्रेड करते हैं, तो 5 मिनट या 15 मिनट की कैंडल्स देखें।
  • लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट: अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करते हैं, तो 1 दिन या 1 हफ्ते की कैंडल्स देखें।
समय अवधि का चयन आपके ट्रेडिंग या निवेश के लक्ष्य पर निर्भर करता है।

कैंडलस्टिक चार्ट के फायदे

कैंडलस्टिक चार्ट कई कारणों से उपयोगी है:
  • यह आपको कीमत का पूरा इतिहास दिखाता है।
  • यह समझने में आसान है।
  • यह आपको बाजार के रुझान को जल्दी समझने में मदद करता है।

कैंडल चार्ट में ध्यान रखने की बातें

जब आप कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें:
  • हमेशा पूरा पैटर्न देखें, न कि केवल एक कैंडल।
  • खबरों और आर्थिक स्थिति का ध्यान रखें।
  • अपनी रणनीति पर भरोसा करें और भावनाओं में न आएं।

निष्कर्ष

कैंडलस्टिक चार्ट एक बहुत ही शक्तिशाली उपकरण है जो आपको शेयर मार्केट में समझदारी से निर्णय लेने में मदद करता है। अगर आप इसे सही तरीके से समझ लें, तो आप आसानी से बाजार के रुझान को पकड़ सकते हैं। शुरुआत में यह थोड़ा कठिन लग सकता है, लेकिन अभ्यास से आप इसे आसानी से समझ सकते हैं।

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I am Pranshu Soni, I am a blogger and I give information about Investment, Trading, Share Market Concept, Share Price Target, And Best Share to people in my blog.

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