ऑप्शन ट्रेडिंग में ITM, ATM, और OTM तीन महत्वपूर्ण शब्द हैं जो किसी ऑप्शन की स्थिति और उसकी कीमत के बारे में बताते हैं। अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में नए हैं, तो इन शब्दों को समझना आपके लिए बहुत जरूरी है। यह ब्लॉग आपको सरल भाषा में बताएगा कि इनका मतलब क्या है और इन्हें कैसे समझें।
तो चलिए जानते हैं - ITM, ATM, OTM Kya Hain
ऑप्शन ट्रेडिंग में ITM, ATM, OTM क्या हैं?

परिचय:ऑप्शन ट्रेडिंग शेयर बाजार का एक खास हिस्सा है, जो निवेशकों को एक अलग तरह का लाभ कमाने का मौका देता है। इसमें "ऑप्शन्स" खरीदे या बेचे जाते हैं, जो भविष्य में किसी शेयर को एक निश्चित कीमत पर खरीदने या बेचने का अधिकार देते हैं। इस प्रक्रिया में तीन मुख्य शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं – ITM (इन-द-मनी), ATM (एट-द-मनी), और OTM (आउट-ऑफ-द-मनी)। इन तीनों को समझना ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होने के लिए बहुत जरूरी है।
Option Trading Basics in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग में दो तरह के ऑप्शन्स होते हैं: कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन।
- कॉल ऑप्शन: यह आपको भविष्य में किसी शेयर को एक तय कीमत पर खरीदने का अधिकार देता है।
- पुट ऑप्शन: यह आपको भविष्य में किसी शेयर को एक तय कीमत पर बेचने का अधिकार देता है।
ऑप्शन का मूल्य "प्रीमियम" कहलाता है। जब आप ऑप्शन खरीदते हैं, तो आप केवल प्रीमियम का भुगतान करते हैं। यदि आपकी भविष्यवाणी सही होती है, तो आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में जोखिम कम होता है क्योंकि आप शेयर खरीदने के बजाय केवल प्रीमियम का भुगतान करते हैं।
ITM, ATM, OTM का मतलब क्या है?
ITM (इन-द-मनी):
ITM का मतलब है कि ऑप्शन की वर्तमान स्थिति आपको फायदा दे रही है। अगर यह कॉल ऑप्शन है, तो शेयर की मौजूदा कीमत स्ट्राइक प्राइस से ज्यादा होती है। अगर यह पुट ऑप्शन है, तो शेयर की कीमत स्ट्राइक प्राइस से कम होती है। यह एक सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है क्योंकि इसमें मुनाफा होने की संभावना ज्यादा होती है।
ATM (एट-द-मनी):
ATM का मतलब है कि ऑप्शन की स्ट्राइक प्राइस और शेयर की मौजूदा कीमत लगभग बराबर हैं। यह एक तटस्थ स्थिति है, जहाँ न तो ज्यादा मुनाफा होता है और न ही ज्यादा नुकसान। यह ऑप्शन ज्यादातर नए निवेशक चुनते हैं, जो बाजार को समझने की कोशिश कर रहे होते हैं।
OTM (आउट-ऑफ-द-मनी):
OTM का मतलब है कि ऑप्शन की वर्तमान स्थिति आपको कोई फायदा नहीं दे रही। अगर यह कॉल ऑप्शन है, तो शेयर की कीमत स्ट्राइक प्राइस से कम होती है। अगर यह पुट ऑप्शन है, तो शेयर की कीमत स्ट्राइक प्राइस से ज्यादा होती है। OTM ऑप्शन सस्ते होते हैं लेकिन इनमें जोखिम भी ज्यादा होता है।
ITM, ATM, OTM में से क्या ज्यादा अच्छा है?
- ITM: ITM ऑप्शन उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जो कम जोखिम और स्थिर मुनाफा चाहते हैं। क्योंकि इसमें मुनाफा होने की संभावना ज्यादा होती है, यह सुरक्षित विकल्प है।
- ATM: ATM ऑप्शन उन लोगों के लिए सही है, जो शुरुआत कर रहे हैं। यह विकल्प ज्यादा जोखिम नहीं देता, लेकिन मुनाफा भी सीमित होता है।
- OTM: OTM ऑप्शन उन लोगों के लिए है, जो ज्यादा जोखिम ले सकते हैं। इसमें मुनाफा बड़ा हो सकता है, लेकिन संभावना कम होती है। अनुभवी ट्रेडर्स इसे चुनते हैं।
हर व्यक्ति की पसंद और रणनीति अलग होती है। इसलिए ITM, ATM, या OTM में से क्या अच्छा है, यह आपकी ट्रेडिंग शैली पर निर्भर करता है।
ITM, ATM, OTM: कौन बेहतर है? (Which is Better in Hindi)
ITM, ATM, और OTM का चयन करने के लिए आपके उद्देश्य और जोखिम लेने की क्षमता को समझना बहुत जरूरी है।
- कम जोखिम: अगर आप कम जोखिम पसंद करते हैं, तो ITM ऑप्शन आपके लिए बेहतर है।
- संतुलित विकल्प: अगर आप समझदारी से निवेश करना चाहते हैं, तो ATM ऑप्शन चुन सकते हैं।
- उच्च जोखिम: अगर आप ज्यादा लाभ चाहते हैं और जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो OTM आपके लिए सही है।
Option Trading Book in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग को समझने के लिए आप कुछ अच्छी हिंदी किताबों का सहारा ले सकते हैं।
- “ऑप्शन ट्रेडिंग गाइड” – यह किताब ऑप्शन ट्रेडिंग के सभी पहलुओं को आसान भाषा में समझाती है।
- “शेयर बाजार के रहस्य” – इसमें ऑप्शन ट्रेडिंग की मूल बातें और रणनीतियाँ बताई गई हैं।
- ऑनलाइन ब्लॉग्स और वीडियोज: इनका उपयोग करके भी आप ऑप्शन ट्रेडिंग को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग को सही दिशा में सीखने के लिए समय और अभ्यास जरूरी है।
निष्कर्ष:
ऑप्शन ट्रेडिंग में ITM, ATM, और OTM को समझना ट्रेडिंग के फैसले लेने में आपकी मदद करता है। सही जानकारी और समझ से आप ट्रेडिंग में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उम्मीद है कि इस ब्लॉग से आपको इन तीनों टर्म्स को समझने में मदद मिली होगी। हमेशा ध्यान रखें कि ट्रेडिंग में रिस्क होता है, इसलिए सोच-समझकर निर्णय लें।