7 Best Part Time Jobs For Students || No Investment

7 Best Part Time Jobs For Students || No Investment

 यह ब्लॉग खास तौर पर उन छात्रों के लिए है जिन्हें इन्वेस्टमेंट नहीं करना और पार्ट-टाइम जॉब करके पैसे कमाना है — बड़ी बात यह है कि वो जॉब आपके स्कूल-कॉलेज के साथ भी चल सकती हैं। नीचे मैं सात ऐसे कामों को आसान हिंदी में बताऊँगा, जो मैंने या मेरे दोस्तों ने किया है, मतलब “इधर-उधर से सुना हूँ” नहीं — असली अनुभव पर आधारित हैं।

याद रखो: कोई जॉब “जल्दी अमीर बनने” का हल नहीं है, लेकिन अगर आप दिमाग लगाओगे और सही तरीका अपनाओगे, तो ये महीने में रु16,300 जैसी राशि कमाने का मजबूत रास्ता हो सकती है — जैसा मेरे एक दोस्त ने पिछले 6 महीनों में किया।


पहले समझ लेते हैं — क्यों पार्ट-टाइम काम करना चाहिए?

  • छात्र होने के नाते समय कम होता है, इसलिए ऐसा काम चुनना चाहिए जिसे आप कॉलेज-स्कूल के आगे पीछे घंटों में कर सकें।

  • इन्वेस्टमेंट नहीं करना मतलब आपका पेशगी खर्च नहीं लगेगा, यानी “माँ-पापा से उधार” या “कर्ज” नहीं लेना।

  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प हैं — आपके पास बाइक नहीं हो सकती, या बाइक हो सकती है। आपके पास लैपटॉप हो सकता है या सिर्फ मोबाइल। इसलिए विकल्प होना जरूरी है।

  • आजकल इंटरनेट ने काम के तरीके बदल दिए हैं — ऑनलाइन फ्रीलांसिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसे काम सुस्त नहीं हैं बल्कि बढ़ते जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, “वर्क‐फ्रॉम‐होम / नो इन्वेस्टमेंट” जॉब्स बढ़ रही हैं। Aditya Birla Sun Life Insurance+3LinkedIn+3Chegg India+3

  • लेकिन! बहुत से स्कैम्स भी हैं — “बहुत कम मेहनत में बहुत पैसा” जैसी बातें सुनकर भी सावधान रहना है। उदाहरण के तौर पर इल्‍हाना रिपोर्ट में बताया गया है कि कई छात्रों को ऑनलाइन “टास्क जॉब्स” का लालच देकर धोखा दिया गया। The Times of India+1


अब चलिए सात जॉब्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं — चार ऑनलाइन और तीन ऑफलाइन।


1) ऑफलाइन: डिलीवरी पार्टनर / कस्टमर केयर (18+ उम्र वाले)

पहला ऑफलाइन काम जो मैंने और मेरे दोस्त ने देखा है — आपने सुना होगा जैसे Zomato, Swiggy आदि।

  • मेरे दोस्त बाइक/स्कूटी से शाम 6:00 से रात 10:00 तक काम करते हैं और महीने में ₹10,000+ आसानी से कमाते हैं — सिर्फ 4 घंटे काम करके।

  • इस तरह के काम में बाइक/स्कूटी चाहिए होती है, रास्ते में समय देना पड़ता है। इसलिए अगर आपके पास वाहन है और आपको ड्राइविंग में दिक्कत नहीं है, तो ये अच्छा ऑप्शन है।

  • लेकिन अगर वाहन नहीं है — तो भी विकल्प है: कस्टमर-केयर सपोर्ट या चैट सपोर्ट घर से, जैसे Zomato के चैट सपोर्ट या फोन कॉल सपोर्ट। इसके लिए कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होनी चाहिए।

  • टिप्स:

    • शाम के टाइम में डिलीवरी करना ज्यादातर फायदेमंद होता है क्योंकि ऑर्डर्स ज्यादा होते हैं।

    • वाहन की मेंटेनेंस, हेलमेट, मोबाइल माउंट आदि का ध्यान रखना होगा।

    • समय देखकर काम करना — हाईटाइम पिरियड पर काम करो ताकि इनकम बढ़ सके।


2) ऑफलाइन: मोबाइल रिपेयरिंग पार्ट-टाइम

जिसका इस्तेमाल भविष्य के लिए भी हो सकता है — जैसे मेरा एक दोस्त स्कूल के बाद यह काम करता था और अब उसका खुद का मोबाइल रिपेयरिंग स्टोर है।

  • काम थोड़ा-बहुत सीखने वाला है — मोबाइल रिपेयर, स्क्रीन चेंज, चार्जर/केबल/स्किन-कार्ड आदि बेचना। शुरुआती खर्च बहुत ज़्यादा नहीं; सीखने और अभ्यास करने से आप आगे बढ़ सकते हैं।

  • इस तरह काम करते-करते आपके पास स्किल बन जाती है और आगे आपका अपना बिज़नेस भी शुरू हो सकता है।

  • टिप्स:

    • नज़दीकी मोबाइल रिपेयर की दुकान के मालिक से बात करें कि क्या आप पार्ट-टाइम काम कर सकते हैं सीखने के लिए।

    • सीखते समय अपने खर्चे-कमाए को अलग रखें — जैसे स्क्रैपर्स/पार्ट्स के लिए बचत करें।

    • ग्राहकों के साथ अच्छा बर्ताव रखो — आगे रिफरल मिलेगा।


3) ऑफलाइन: रिटेल / फूड आउटलेट पार्ट-टाइम

यह भी बहुत क्लासिक काम है — जैसे KFC, Subway, स्टेशनरी शॉप या चेन स्टोर।

  • यहाँ हर घंटे के हिसाब से वर्क मिलता है। आपका लक्ष्य “थोड़े समय के लिए काम करो, खर्च निकालो, अनुभव ले लो” होना चाहिए।

  • मेरा एक दोस्त स्ट्रगल टाइम में बर्गर शॉप में काम करता था — आज वो अच्छी स्थिति में है।

  • टिप्स:

    • अपने टाइमटेबल के अनुसार शिफ्ट चुनें — रात या सप्ताहांत में ज्यादा मौका होता है।

    • काम का अनुभव भी आपके सीवी में काम आएगा।

    • काम करते-करते सीखिए — ग्राहक सेवा, टीम वर्क, टाइम मैनेजमेंट।


4) ऑनलाइन: सोशल मीडिया मैनेजर

अब चलते हैं ऑनलाइन वर्क की ओर — और यह एक जोब है जिसे बहुत लोग अंडररेटेड समझते हैं, लेकिन इसमें बहुत अवसर है।

  • आज ब्रांड्स और क्रिएटर दोनों को सोशल मीडिया मैनेजर चाहिए। यह सिर्फ “पोस्ट डालना” नहीं है — आप टीम मैनेज कर सकते हैं, एडिटर्स-क्रिएटर्स को मैनज कर सकते हैं, स्पॉन्सरशिप्स ले सकते हैं।

  • मैंने खुद कुछ क्रिएटर के लिए स्पॉन्सरशिप मैनेज किया है — जिसमें काम मिलता है नेगोशिएशन, कम्युनिकेशन, एसईओ आदि का।

  • टिप्स:

    • यदि आपके पास इंस्टाग्राम, टिकटॉक, यूट्यूब जैसी प्लेटफार्म की समझ है — यह वर्क आसान होगा।

    • शुरू में फ्रीलांस प्लेटफार्म (फ्रीलांसर, Upwork आदि) पर प्रोफाइल बनाएं।

    • एक-दो छोटे क्रिएटर के साथ काम करके अपना पोर्टफोलियो बनाएं।

    • नेगोशिएशन और कम्युनिकेशन स्किल्स बढ़ाएं — यह पैसा बढ़ाती हैं।


5) ऑनलाइन: फ्रीलांसिंग स्किल-आधारित वर्क

अगर आपके पास कोई “स्किल” है — जैसे ग्राफिक डिज़ाइन, कंटेंट राइटिंग, वीडियो एडिटिंग, टाइपिंग आदि — तो फ्रीलांसिंग आपके लिए बेहतरीन हो सकता है।

  • जैसे- जैसे आपकी स्किल बढ़ेगी, क्लाइंट्स और पैसे मिलना शुरू होंगे। Aditya Birla Sun Life Insurance+1

  • टिप्स:

    • शुरुआत में छोटे-मोटे काम लें — ताकि आप अनुभव हासिल कर सकें।

    • अपनी वर्क की प्राइसिंग को समझें — कम काम मत करें बस अनुभव के लिए।

    • भरोसेमंद प्लेटफार्म पर काम करें और पेमेंट टर्म्स क्लियर करें।

    • अपने काम को सोशल मीडिया/लिंकेडिन पर प्रोजेक्ट के रूप में दिखाएं।


6) ऑनलाइन: टेलीग्राम/माइक्रो-इनकम वर्क

यह एक “छोटी-छोटी कमाई” वाला ऑप्शन है — लेकिन काम करेगी अगर आप कंटीनू रख सकें।

  • मेरे एक दोस्त ने अपने Telegram चैनल पर कंटेंट अपलोड किया, उसे लिंक शॉर्टनर के जरिए मोनेटाइज किया — यानी जब लोग लिंक पर क्लिक करते, विज्ञापन दिखते।

  • इससे शुरुआत में बड़े पैसे नहीं हो सकते, लेकिन मोबाइल रिचार्ज जितना पैसा निकालने के लिए काफ़ी है।

  • टिप्स:

    • चैनल के लिए कंटेंट सोचें जो आपके ऑडियंस को पसंद आए।

    • लिंक शॉर्टनर जैसे प्लेटफॉर्म से रेफरल इनकम या क्लिक-इनकम की समझ बनाएं।

    • भरोसेमंद प्लेटफार्म चुनें — स्कैम से सावधान रहें।


7) ऑनलाइन: रेफरल-एंड-अर्न सिस्टम

यह सबसे सरल ऑप्शन है — जिसमें आप किसी ऐप या सेवा को रेफर करते हैं, और कमीशन या इनाम मिलता है।

  • उदाहरण के लिए, एक यूपीआई-ऐप “नावी” में रेफर करने पर आपका दोस्त को ₹5 मिलता है, और आप को ₹50।

  • अगर आप 6 लोगों को ही रेफर कर देते हैं, तो मोबाइल रिचार्ज जितना पैसा निकालना आसान हो जाता है।

  • टिप्स:

    • रेफर करना आसान है लेकिन इसे सिर्फ टाइमपास मत समझो — सही तरीके से रेफर करें।

    • ऐप/सर्विस की वैधता चेक करें — “बहुत कम काम में बहुत पैसा” वाला मॉडल स्कैम हो सकता है। The Times of India

    • अपने लक्ष्य के हिसाब से काम करें — जैसे “मैं हर महीने X ₹ कमाऊँगा”।


थोड़े से सुझाव / भागीदारी रणनीति

  • अपने समय का अच्छे से बजट बनाओ — पढ़ाई पहले, काम बाद में।

  • शुरुआत में कमाई कम हो सकती है — लेकिन कंसिस्टेंसी रखो। जैसे मेरा दोस्त 6 महीने में रु16,300 कमा पाया क्योंकि वो नियमित रहा।

  • कमाई को खर्चे से अलग रखो — थोड़ा-थोड़ा बचत करो, स्किल बढ़ाओ।

  • स्कैम से सतर्क रहो — किसी काम को शुरू करने से पहले “पेमेंट कैसे मिलेगा”, “क्या इन्वेस्टमेंट है” ऐसे सवाल पूछो।

  • अपने लक्ष्य निर्धारित करो — उदाहरण के लिए “मैं महीने में X ₹ कमाऊँगा” या “मैं 4 घंटे काम करूंगा” जैसे।

  • पॉजिटिव माइंडसेट रखो — काम छोटा-बड़ा नहीं होता, काम करने की आपकी लगन बड़ी होती है। जैसा वीडियो वाले दोस्त ने कहा:

    “कोई भी काम छोटा-बड़ा नहीं होता है… बस सिचुएशन की होती है।”


निष्कर्ष

तो दोस्तों — अगर आप स्कूल या कॉलेज में हैं और चाहते हैं कि थोड़ा-बहुत पैसा कमाएं, साथ ही स्किल्स भी बनाएं, तो ये सात विकल्प बहुत काम के हैं। इन्हें चुनो, आज से शुरू करो, और अगले 6-12 महीनों में देखो कि कहाँ तक पहुँच सकते हो।

अगर चाहो, तो मैं इनमें से हर एक जॉब का अलग ब्लॉग पोस्ट तैयार कर सकता हूँ, जिसमें “कैसे शुरू करें”, “सकते हैं कमाई कितनी”, “कौन-कौनसी स्किल्स चाहिए” वगैरह होंगे — क्या चाहोगे?

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I am Pranshu Soni, I am a blogger and I give information about Investment, Trading, Share Market Concept, Share Price Target, And Best Share to people in my blog.

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