किसी भी बिज़नेस या प्रोफेशन में यदि आप उसके जरूरी नियमों को ध्यान में रखकर काम करते हैं, तो उस फील्ड में आपके सक्सेस होने के चांस बढ़ जाते है, रूल्स को फॉलो करने से आप गलतियां कम करते हैं, और काम को अच्छे से कर पाते हैं। ट्रेडिंग भी कुछ ऐसी ही है, ट्रेडिंग एक ऐसा बिज़नेस है, जिसमे हाई रिस्क और हाई reward होता है, लेकिन यदि आप इसमे कंसिस्टेंट प्रॉफिट बनाना चाहते हैं, तो आपको ट्रेडिंग के 7 नियम | golden rules of trading in hindi में अवस्य याद रखने चहिए। ये नियम आपके ट्रेडिंग करियर में बहुत अधिक काम आने वाले हैं, तो कृपया इन्हे ध्यान से पढ़ें और फॉलो करें।
तो चलिए जानते है - Trading Ke Rules In Hindi
7 बेस्ट ट्रेडिंग के नियम | Trading Rules In Hindi
चाहे आप ट्रेडिंग शुरू कर रहे हों, या बहुत पहले से ट्रेडिंग करते आ रहे हैं, आपको 7 golden rules of trading in hindi जरूर पता होने चाहिए - जो यहाँ नीचे दिए गए हैं -
- ट्रेंड के विपरीत ट्रेड ना करे(Don't trade against trend) ,
- लिमिट में ट्रेड करें
- जल्दबाजी में ट्रेड ना करें (Don't trade in hurry)
- कभी भी लोसिंग साइड में एवरेज न करें (Never avarage on lossing side)
- एक बार में केवल एक ट्रेड ना लें (Never place a single trade)
- एक बार प्रॉफिट या लोस के बाद ट्रेड ना करें (Book your profit or loss and shutdown your window)
- लोस् रिकवर करने की ना सोचें (Never try to recover your loss)
1. ट्रेंड के विपरीत ट्रेड ना करे(Don't Trade Against Trend)
trading rules in hindi में जो सबसे पहला नियम है, वो है की जब भी आप ट्रेडिंग करें तो यह बात जरूर याद रखे की ट्रेंड के विपरीत ट्रेड नहीं करना है, शेयर मर्केट में ट्रेंड 3 प्रकार से चलता है, Uper trend, Down trend और Sideways trend.
trading rule in hindi Exmple-
मान लेते हैं किसी स्टॉक का ट्रेंड, डाउन ट्रेंड है आप देख रहे हैं की ट्रेंड नीचे की तरफ जा रहा है, आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट मे अपने जूरी इंडीकेटर्स को लगाए हुए हैं, और आपको कोई ऐसा सिग्नल दिखता है, जिससे आपको लगता है, की शेयर का प्राइस यहाँ से उपर की ओर जा सकता है। और आप उसपर ट्रेड कर देते हैं, ट्रेड उपर की ओर नहीं गया पर आपने अपने लगने के आधार पर ट्रेड कर दिया और आपको लॉस होता है, इस प्रकार आप ट्रेंड के against (विपरीत) ट्रेड करते हैं।
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2. लिमिट में ट्रेड करें
trading ke niyam में आपको दूसरी यह बात हमेसा याद रखनी चाहिए की लिमिट में ही ट्रेड करना है, हर इंसान की लिमिटेशन अलग होती हैं। आपको दूसरों के प्रॉफिट मात्र देखकर ट्रेड नहीं करना चाहिए, आप
instagram YouTube या किसी अन्य
social media platform में देखते हैं की किसी को 5 लाख 10 लाख का प्रॉफिट हुआ, और आप उनके प्रॉफिट को देखकर जोश - जोश में अपनी लिमिट से जादा पैसा लगा देते हैं, मतलब आपकी लिमिट है, 2 लाख की और आपने अपनी सेविंग या लोन के पैसों से 5 लाख से ट्रेड किया हो सकता है आपको प्रॉफिट भी हो जाय, पर आप इस तरह जादा लंबे समय तक पैसे नहीं बना सकते ।
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आपका जितना दायरा है जितनी आपकी लिमिट है, उसी में ट्रेड करें हो सकता है, कोई व्यक्ति 2 लाख का लॉस ले सकता है कोई 20 लाख का, हर किसी की लिमिटेशन अलग अलग होती है। आपको अपनी लिमिटेशन को पहचानना बहुत जरूरी है। किसी को देखकर आपको ट्रेड नही करना चाहिए, यदि आप अपनी लिमिट को नज़रंदाज़ करते हैं तो इससे आपको बड़ा लॉस हो सकता है।
पढ़ें - 7 rules of money in hindi3. जल्दबाजी में ट्रेड ना करें (Don't Trade In Hurry)
कभी भी ट्रेड करने में जल्दबाज़ी मत करें, की जब भी टाइम मिला तो ट्रेड करने लगे, मान लीजिये आप ऑफिस में हैं, या किसी काम में हैं आपको आधे या एक घंटे का समय मिला तो आपको ट्रेड करना है, बिना कुछ देखे ट्रेड नहीं करना है, आपको अपने सिस्टम पर ही ट्रेड करना है। Price action व support resistance या जो भी आपका सिस्टम हो उसपर ही ट्रेड करें, आप कोई भी स्टॉक खोल लेते हैं और अपने लगने पर ट्रेड करते हैं तो ऐसा बिल्कुल मत करें यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
4. कभी भी लोसिंग साइड में एवरेज न करें (Never Avarage On Lossing Side)
आपको ध्यान चाहिए की आपको कभी भी lossing side पर ट्रेड नहीं करना है, बहुत से लोग शेयर के नीचे जाने पर ट्रेड करते हैं, क्यूंकि उन्हें लगता है, की नीचे जाकर फिरसे शेयर का प्राइस ऊपर जाएगा |
Example-
मान लीजिये आपने कोई स्टॉक 100 रुपए में ख़रीदा और वह 100 से गिरकर 70 रुपए का हो गया तो बहुत से लोग सोचते हैं की और शेयर खरीद लें और ऐसे ही वह 70 से गिरकर 60 हो जाता है और आप खरीदते जाते हैं यह एक सबसे बड़ी गलती है। आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है। इससे आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।
इसकी जगह यदि आपके पास एक स्टॉक है जो आपने 100 रुपए में खरीदा था और वह बढ़कर 150 हो जाता है तो आपको और शेयर खरीद लेने है, इस बात का हमेसा ध्यान रखें की जो यदि कोई स्टॉक नीचे जा रहा है तो उसके नीचे जाने की कोई लिमिट नहीं है, और यदि कोई शेयर उपर जा रहा है तो उसके उपर जाने की कोई लिमिट नहीं है।
इसलिए हमेसा बढ़ने वाले स्टॉक में पैसे लगाइये जो नीचे जा रहा है उस कभी एवरेज ना करें।
5. एक बार में केवल एक ट्रेड ना लें (Never Place A Single Trade)
कभी भी केवल एक ट्रेड ना लें, जब भी आप ट्रेड करें तो यह बात हमेसा याद रखे की आपके 2 order लगने चाहिए एक तो buying order और दूसरा stoploss order , बिना stoploss order के कभी भी ट्रेड ना करें। Stoploss order आपको बड़ा लॉस होने से बचाता है। और आप बेफिक्र होकर ट्रेड कर सकते हैं।
Exemple -
मान लीजिये आपने कोई स्टॉक 100 रुपए पर खरीदा और आप चाहते हैं की यदि यह 80 तक गिरेगा तो आप इसे बेच देंगे, तो आप 80 रुपए पर अपना stoploss order place कर सकते हैं और जब स्टॉक का price 100 से गिरकर 80 पर आयेगा तो आटोमेटिक आपका ट्रेड एग्जिट हो जायेगा। इससे आप बड़े लॉस से बच जाते हैं। और यदि आप बिना stoploss order के ट्रेड करते हैं आप सोचते तो हैं की आप 100 का 80 होने पर बेच देंगे पर किसी कारण से आप ध्यान नहीं दे पाते और प्राइस बहुत नीचे चला जाता है तो आपको बड़ा नुकसान होता है |
6. एक बार प्रॉफिट या लोस के बाद ट्रेड ना करें (Book Your Profit Or Loss And Shutdown Your Window)
जब हम एक बार प्रॉफिट हो जाता है, या हमे लॉस हो जाता है तो दोनो में ही हमारी phychology चेंज हो जाती है। यदि हमे अच्छा प्रॉफिट हो जाता है, तो हमे लगता है की और अधिक प्रॉफिट मिल जाय, प्रॉफिट अच्छा होने पर हमरा कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है |
और हम और भी ट्रेड लेने की ओर जाते हैं, और ऐसा करने पर हो सकता है आपको दुबारा प्रॉफिट हो जाय लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है क्योंकि यदि आपका प्रॉफिट होने के बाद लॉस होता है तो आपका स्ट्रेस बढ़ता है, और आप फिर लॉस को रिकवर करने के लिए और भी ट्रेड खरीदते हैं यह आपके लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए यदि प्रॉफिट हुआ तो उसे एन्जॉय करें और लॉस हुआ तो और सीखें और आगे बढ़ें।
7. लोस् रिकवर करने की ना सोचें (Never Try To Recover Your Loss) -
यदि आपने ट्रेड किया और आपको लॉस हो जाय तब आपको कभी भी लॉस रिकवर के लिए दोबारा ट्रेड नहीं करना है। यह एक सबसे बड़ी गलती है जो अधिकतर लोग ट्रेडिंग में करते हैं
लॉस रिकवर करने के लिए वो दोबारा ट्रेड लेते हैं, हो सकता है की आपका ट्रेड अच्छा चल जाय और आपका लॉस भी रिकवर हो जाय लेकिन यदि एक बार लॉस हो जाय तो दोबारा ट्रेड कभी ना करे क्योंकि दोबारा यदि लॉस होता है तो आपकी mental stability disturb होती है और आप ट्रेड को अछे से एक्सीक्यूटे नहीं कर पाते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम | Intraday Trading Rules In Hindi
यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं या करना चाहते हैं, तो आपको इन 5 नियमों को जरूर अपनाना चाहिए, इससे आप अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग को बेहतर बना सकते हैं |
- इंट्राडे ट्रेडिंग में सही समय पर इंटर और एग्जिट होना जरूरी है |
- इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेड करने के लिए सही स्टॉक को चुनना
- अपने रिस्क लेने की क्षमता को जानना और सही रिस्क लेना जरूरी है |
- इंट्राडे में मिलने वाली मार्जिन सुविधा का सही से उपयोग करना |
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपनी भावनाओं पर काबू रखना जरूरी है |
ट्रेडिंग में 3 5 7 नियम क्या है? | What Is The 3-5-7 Rule In Trading?
ट्रेडिंग के इस नियम के अनुसार, जब आप ट्रेड करें तो आपको एक ट्रेड में अपने पूरे पैसे का 3% से ज्यादा, किसी एक सेक्टर में 5% से ज्यादा, और सभी ट्रेडों में 7% से ज्यादा का रिस्क नहीं लेना चाहिए। यह नियम आपके ट्रेडिंग के रिस्क को कम करने में मदद करता है, और आपके पूरे पोर्टफोलियो को बड़े नुकसान होने से बचाता है।
ट्रेडिंग में 90% नियम क्या है?
यह एक ज्यादा रिस्क वाला खेल है, जिसे बहुत सारे लोग जल्दी और तेज़ी से बड़ा पैसा कमाने की उम्मीद इस तरह के ट्रेड करते हैं, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही होती है। ट्रेडिंग में बड़ा रिस्क लेने की क्षमता रखने वालों के लिए यह "90 का नियम" है, इस नियम के अनुसार 90% नए ट्रेडर अपने पहले 90 दिनों में अपनी शुरुआती पैसे का 90% खो देते हैं।
ट्रेडिंग में 1% का नियम क्या है?
1% नियम के अनुसार आपको किसी एक ट्रेड में अपने पूरे पैसे का केवल 1% का ही जोखिम लेना है, इससे ज्यादा का रिस्क न लें। यानी आपको अपने कुल पैसे का केवल 1% ही ट्रेड में लगाना है। आप जितनी चाहें पूंजी लगा सकते हैं, लेकिन यदि ट्रेड में आपका नुकसान 1% से ज्यादा हो जाता है, तो फिर उस दिन आपको दोबारा ट्रेड नहीं करना चाहिए ।
ट्रेडिंग का नंबर वन नियम क्या है?
एक अच्छा प्लान बनाना ही ट्रेडिंग का सबसे न. वन नियम है, आप जब भी ट्रेड करें उसके पहले हमेशा एक ट्रेडिंग योजना बनाये और ट्रेडिंग के दौरान उस योजना का पालन करें। एक योजना आपकी हमेशा सही ट्रेडिंग फैसले लेने में और आप कितनी दूर तक ट्रेड करेंगे यह तय करने में मदद करती है |
ट्रेडिंग में गोल्डन रूल क्या है?
- अपने नुकसान को जल्दी कम करें: कभी भी नुकसान को बढ़ने न दें।
- ट्रेंड के साथ ट्रेड करें: बाजार की दिशा को फॉलो करें।
- हर दिन ट्रेड न करें: ट्रेड केवल तब करें जब बाजार सही हो।
- ट्रेडिंग प्लान का पालन करें: अपनी योजना पर भावनाओं के बिना चलें।
सफल ट्रेडिंग के लिए शीर्ष 10 नियम कुछ अन्य नियम
- ट्रेडिंग के दौरान हमेशा एक ही ट्रेडिंग प्लान का यूज करें
- ट्रेडिंग को एक बिज़नेस की तरह देखें
- नयीं ओर अच्छी Technology को सीखें और उनका प्रयोग करें
- अपनी ट्रेडिंग के कैपिटल को मैनेज और सुरक्षित रखें
- बाहरी बाजारों का भी एनालिसिस करें
- केवल वही जोखिम उठाएं जितनी आपकी क्षमता है
- ट्रेडिंग की किसी एक मेथड को अच्छी तरह से विकसित करें
- बिना स्टॉप लॉस के एक भी ट्रेड न करें
- तय करें कि आपको कितने ट्रेड लेने और ट्रेडिंग कब बंद करनी है
- ट्रेडिंग को Perspective में रखें
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए क्या करें?
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए
- एक व्यापार लक्ष्य निर्धारित करें
- अपने व्यापारी प्रोफ़ाइल को परिभाषित करें
- एक ट्रेडिंग पाठ्यक्रम लें
- एक ट्रेडिंग रणनीति चुनें
- एक ट्रेडिंग योजना विकसित करें
- डेमो खाता पर अभ्यास करें
- छोटे पदों के साथ वास्तविक खाते में स्विच करें
- अनुभव के साथ पदों में वृद्धि करें
FAQ - ट्रेडिंग के 7 नियम | golden rules of trading in hindi
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए क्या करें?
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आप - एक ट्रेडिंग गोल तय करें, अपना खुदका एक ट्रेडिंग प्लान बनाये, ट्रेडिंग को सीखने, एक ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को सीखें, पहले एक डेमो अकाउंट में प्रैक्टिस करें. शुरुआत कम पैसों से करें और धैर्य रखें इस तरह आप ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं | .
ट्रेडिंग करने से पहले क्या करना चाहिए?
ट्रेडिंग करने से पहले आपको एक ट्रेडिंग प्लान बनाना चाहिए, जिसमें आपको तय करना है की आप एक दिन में कितने ट्रेड लेंगे, कितनी क्वॉन्टिटी लेंगे, कितना प्रॉफिट कामना चाहते हैं, आपका स्टॉपलॉस क्या होगा, आप कितना नुक़सानं लेने को तैयार हैं | .
ट्रेडिंग के 5 प्रकार कौन से हैं?
ट्रेडिंग के कुछ प्रकार इस तरह हैं - इंट्राडे ट्रेडिंग, स्केलिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोजीशन ट्रेडिंग, मोमेंटम ट्रेडिंग .
हमें प्रति दिन कितने ट्रेड लेने चाहिए?
यह आपके रिस्क लेने की क्षमता व आपके पास कितने पैसे हैं, उसपर निर्भर करता है, यदि मैं बोलू तो आपको एक दिन में 2 से 5 ट्रेड ही लेने चाहिए| .
आज हमने जाना -
आज के ब्लॉग में ट्रेडिंग के 7 नियम | golden rules of trading in hindi के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की तथा अन्य बातेँ भी हमने सीखी।
जैसे -
- इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम | Intraday Trading Rules In Hindi
- ट्रेडिंग में 3 5 7 नियम क्या है? | What Is The 3-5-7 Rule In Trading?
- ट्रेडिंग में 90% नियम क्या है?
- ट्रेडिंग में 1% का नियम क्या है?
- ट्रेडिंग का नंबर वन नियम क्या है?
- ट्रेडिंग में गोल्डन रूल क्या है?
- सफल ट्रेडिंग के लिए शीर्ष 10 नियम कुछ अन्य नियम
- एक सफल ट्रेडर बनने के लिए क्या करें?
आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद 🙏😊
यदि आपको Trading के rules in hindi से जुडी किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो आप comment करके जरूर बताएं। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे।
धन्यवाद