Margin Kya Hai? यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उतना पैसा नहीं है जिससे आप एक अच्छा प्रॉफिट निकाल सकें, तो ऐसे में आप अपने ब्रोकर से पैसा लेकर इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं, और इसी पैसे को इंट्राडे मार्जिन कहा जाता है |
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इंट्रा डे ट्रेडिंग में मार्जिन क्या है? इंट्राडे में मार्जिन लेने से पहले यह जान लें!

याद रखने योग्य बात - यदि आप इंट्राडे में मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करते हैं, और किसी कारण से यदि आपको लोस होता है, तो आपको मार्जिन तो पूरा ही लौटाना होता है | जिससे आपको काफी नुकसान झेलना पड़ता है |
हां मार्जिन के फायदे हैं, लेकिन नुक्सान भी हैं, इसलिए जब भी आप मार्जिन से इंट्राडे ट्रेडिंग करें, रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखें | और स्टॉपलॉस के बिना इंट्राडे ट्रेड न करें | पढ़ें - Intraday Trading in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, कैसे सीखें?
इंट्राडे में 5x मार्जिन क्या है? (what is 5x margin in intraday trading)
जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया की आप इंट्राडे ट्रेडिंग से ज्यादा लाभ कमाने के लिए मार्जिन ले सकते हैं, चूँकि शेयर मार्केट में आप चाहे किसी भी ब्रोकर के माध्यम से इंट्राडे ट्रेडिंग करें, जैसे - Groww, Upstox, Zerodha हर ब्रोकर आपको इंट्राडे में ज्यादा शेयर खरीदने के लिए 5 गुना तक का मार्जिन ही देता है, इसलिए इसे intraday 5x margin कहा जाता है।
मान लीजिये आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं, और आपके पास सिर्फ 500 रूपए हैं, लेकिन जिस शेयर में आप इंट्राडे ट्रेड करना चाहते हैं, उसका एक शेयर का प्राइस 100 रूपए है, तब आप 500 रूपए में केवल 5 शेयर ही खरीद पाएंगे, और आपको 5 शेयर में ही फायदा होगा |
लेकिन यदि आप ज्यादा शेयर में इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं, और ज्यादा पैसा कामना चाहते हैं, तब आप ब्रोकर से 5 गुना तक का मार्जिन यानी 500 का 5 गुना 500 * 5 = 2500 रूपए से ट्रेडिंग कर सकते हैं | यानी अब आप 25 शेयर खरीद सकते हैं, और इससे होने वाला लाभ अपने पास रख सकते हैं | और लिया हुआ मार्जिन आपको वापस करना होता है | पढ़ें - डे ट्रेडिंग में पैसा लगाने से पहले क्या करना चाहिए?
क्या हम बिना मार्जिन के इंट्राडे कर सकते हैं?
इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन का उपयोग करना चाहिए या नहीं?
इसे पढ़कर समझे की इंट्राडे में मार्जिन का उओयोग करना चाइये या नहीं - चूँकि इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्की है, और आपको इसमें सुबह 9:15 से साम के 3:30 के बीच ट्रेड को खरीदना व बेचना होता है, व पोजीशन क्लोज करके बहार निकलना होता है | उसमे आपको चाहे लोस हो या प्रॉफिट | यानी यदि आप इतने समय के बीच में ट्रेड से बहार नहीं निकलते तो आपको लोस हो सकता है | अब आप इससे खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं, की आपको मार्जिन का उपयोग करना है या नहीं |
इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन का उपयोग करना चाहिए या नहीं? को उदहारण से समझें -
मान लो यदि आप एक दिन में 30 बार इंट्राडे ट्रेड करते हैं, तब आपको इन 30 ट्रेड में से 15 बार मार्जन का उपयोग करके ट्रेड करना चाहिए, और 15 बार बिना मार्जन के ट्रेड करके देखना चाहिए। और तब आपको देखना है की किस्में कितना प्रॉफिट और कितना लॉस कैलकुलेट करना चाहिए। ऐसा आपको कम से कम 1 से 2 महीने तक करके देखना है, और फिर आपको अपना पूरा प्रॉफिट और लॉस देखना है, तब आपको पता चलेगा की मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करने पर आपको कितना प्रॉफिट हो रहा है, व बिना मार्जिन के ट्रेडिंग करने पर आपको कितना प्रॉफिट हो रहा है ।
तब यदि आपको लगता है, की इंट्राडे में मार्जिन लेकर ट्रेड करने से आपको ज्यादातर नुकसान ही हो रहा है, तो आपको बिना मार्जिन लिए ही intraday trading करना फायदेमंद होगा | लेकिन यदि 1 से 2 महीने इंट्राडे ट्रेडिंग करने पर आपको margin लेकर ट्रेड करने से ज्यादा प्रॉफिट हो रहा है, तो आपके लिए daily इंट्राडे में मार्जिन लेकर ट्रेड करना ही फायदेमंद होगा ।
इस तरह आप यह तय कर पाएंगे, कि आपको इंट्राडे ट्रेडिंग मार्जिन लेकर करनी चाहिए या बिना मार्जिन के करनी चहिये । पढ़ें - 8 टिप्स इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने?
इंट्राडे मार्जिन के फायदे और नुकसान
इंट्राडे मार्जिन के फायदे (Advantages of Intraday Margin in Hindi)
- कम पैसे से ट्रेडिंग
- ज्यादा लीवरेज
- फास्ट ट्रेडिंग
- कम ब्रोकरेज
- अधिक मुनाफ़ा
- कोई ओवरनाइट रिस्क नहीं
- स्ट्रैटेजी टेस्टिंग
इंट्राडे में मार्जिन के नुकसान (Advantages of Intraday Margin in Hindi)
- हाई वोलैटिलिटी रिस्क
- मार्जिन कॉल जोखिम
- ओवरट्रेडिंग जोखिम
- आवश्यक अनुशासन
क्या इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन लेना जरूरी है?
इंट्राडे में आवश्यक मार्जिन कितना होता है?
ट्रेडिंग में मुझे कितना मार्जिन इस्तेमाल करना चाहिए?
इंट्राडे में पीक मार्जिन क्या है?
डे ट्रेड पर मार्जिन इंटरेस्ट चार्ज किया जाता है?
Intraday Mein Kitna Margin Hota Hai
- Initial Margin (प्रारंभिक मार्जिन): आपको अपनी कुल इन्वेस्टमेंट का कम से कम 50% अमाउंट पहले ही जमा करना होगा।
- Maintenance Margin (रखरखाव मार्जिन): आपको अपने खाते में हमेशा इन्वेस्टमेंट के वर्तमान बाजार मूल्य का कम से कम 40% अमाउंट बनाए रखना होगा, यदि आपके इन्वेस्टमेंट का मूल्य इससे कम हो जाता है, तो आपको अपने खाते में और पैसे जमा करने होंगे।
- Margin Deposit (मार्जिन जमा): आपको कुल लेन-देन की राशि का 20% एक तरह की सुरक्षा के रूप में जमा करना होगा।
FAQ - इंट्रा डे ट्रेडिंग में मार्जिन क्या है?
इंट्राडे के लिए कितना मार्जिन चाहिए?
यदि बात करें की इंट्राडे के लिए कितना मार्जिन चाइए - तो मैं बता दूँ सेबी ने 2020 में शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए अपने ब्रोकर को अपनी पूरी लेन-देन की 20% राशि जमा करनी होगी तभी वे आपको मार्जिन उपयोग करने की सुविधा देंगे। .
इंट्राडे ट्रेडिंग में 10x मार्जिन क्या है?
10x मार्जिन का मतलब है कि अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग में ₹10,000 लगाते हैं, तो आप अपने ब्रोकर से ₹90,000 उधार ले सकते हैं और ₹1,00,000 का निवेश कर सकते हैं। यानी आप राशि का 10% मार्जिन के रूप में देते हैं। मार्जिन निवेश पर संभावित रिटर्न (आरओआई) बढ़ाने में भी मदद करता है। .
आज हमने क्या सीखा -
- इंट्रा डे ट्रेडिंग में मार्जिन क्या है? इंट्राडे में मार्जिन लेने से पहले यह जान लें!
- इंट्राडे में 5x मार्जिन क्या है? what is 5x margin in intraday
- क्या हम बिना मार्जिन के इंट्राडे कर सकते हैं?
- इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन का उपयोग करना चाहिए या नहीं?
- इंट्राडे मार्जिन के फायदे और नुकसान
- क्या इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन लेना जरूरी है?
- इंट्राडे में आवश्यक मार्जिन कितना होता है?
- ट्रेडिंग में मुझे कितना मार्जिन इस्तेमाल करना चाहिए?
- इंट्राडे में पीक मार्जिन क्या है?
- डे ट्रेड पर मार्जिन इंटरेस्ट चार्ज किया जाता है?