इंट्राडे ट्रेडिंग में हर बार मुनाफा कमाना क्या संभव है? यह सुनने में तो सरल लगता है, लेकिन हकीकत में इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क लेने से ज्यादा ज़रूरी है कि आप रिस्क को कैसे संभालते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे पहले आपको अपने पैसों की सुरक्षा पर ध्यान देना होता है फिर ट्रेडिंग करनी चाहिए। अगर आप लगातार मुनाफा कमाना चाहते हैं | तो आपको कुछ आसान बातों पर ध्यान देना होगा |
जैसे - अपने ट्रेड्स को नोट करना, लिमिट्स सेट करना, और रिस्क को सही तरीके से संभालना। यहां 10 आसान कदम बताए गए हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए।
तो चलिए जानते हैं - Steps to Being Profitable in Intraday Trading
10 स्टेप्स इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कैसे प्राप्त करें, Steps to Being Profitable in Intraday Trading

इंट्राडे से लाभ कमाने के 10 तरीके -
- अपने खुदके ट्रेडिंग के नियम लिखना
- अपनी स्टॉपलॉस सीमा बनाये और फॉलो करें
- अपने नुकसान को पहले से तय कर लें
- तय करें की आप एक दिन में कितना प्रॉफिट चाहते हैं
- इंट्राडे ट्रेडर के तौर पर, चार्ट और रिसर्च खुद करें
- उम्मीद पर खरीदें और असली जानकारी पर बेचें
- इंट्राडे में 2 या 3 से ज्यादा ट्रेड एक साथ न लें
- बाजार की दिशा को समझें और आगे बढ़ते रहें
- इंट्राडे में बहुत बार कुछ न करना प्रॉफिटेबल हो सकता है
- एक जनरल बनाये और उसमें ट्रेड के बारे में लिखें
1 . अपने खुदके ट्रेडिंग के नियम लिखना -
क्या आपने अपने ट्रेडिंग के नियम लिखे हैं? यदि नहीं, तो आपको आज ही इन्हे लिख लेना चाहिए या आप हर दिन ट्रेडिंग से पहले इसे लिख सकते हैं, इस नियम की लिस्ट में आपको अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग से जुड़ी सारी जरूरी बातें लिखनी होती हैं।
जैसे - आप कितना नुकसान झेल सकते हैं, आप कितनी पूंजी गंवाने के लिए तैयार हैं, आपका रिस्क और इनाम का अनुपात क्या होना चाहिए, यह आपकी ट्रेडिंग की गाइड है, जिसे आपको हमेशा फॉलो करना चाहिए।
2 . अपनी स्टॉपलॉस सीमा बनाये और फॉलो करें -
इंट्राडे ट्रेड में स्टॉप लॉस एक बहुत जरूरी चीज़ है, चाहे आप ट्रेड खरीद (लॉन्ग) रहे हों या बेच (शॉर्ट) रहे हों, स्टॉपलॉस एक आर्डर होता है, जो आमतौर पर, सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आधार पर तय किया जाता है, लेकिन यदि आप चाहें तो इसे अपने बजट के हिसाब से भी सेट कर सकते हैं।
जब भी आप इंट्राडे ट्रेड करें स्टॉप लॉस को हमेशा अपने ऑर्डर में शामिल करें, इसमें जब आपका स्टॉप लॉस ट्रिगर हो जाए, तो आपको अपनी पोजीशन को तुरंत बंद कर देंना है, आपको प्रॉफिट हो या लॉस आपको रिकवर करने की तरफ नहीं जाना ।
3 . अपने नुकसान को पहले से तय कर लें -
आपको ट्रेड लेने के पहले ही तय कर लेना चाहिए, कि आप एक ट्रेड में कितना नुकसान सह सकते हैं। यानी की आपको यह सोच लेंना है, कि आप अपनी कुल पूंजी में से कितना पैसा खोने को तैयार हैं, तय करने के बाद जब आपका नुकसान तय सीमा तक पहुंच जाए, तो आपको तुरंत ट्रेडिंग रोक देनी चाहिए |
इसके साथ यह भी तय करें कि आप एक दिन में आप कितना नुकसान उठाने को तैयार है । यदि आपको दिन के शुरूआती घंटे में ही नुकसान हो जाता है, तो फिर उस दिन आपको अपने ट्रेडिंग टर्मिनल को बंद कर देना चाहिए और बाकी दिन आराम करना चाहिए।
4 . तय करें की आप एक दिन में कितना प्रॉफिट चाहते हैं -
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय, आपको अपना प्रॉफिट पहले से तय करना जरूरी है, और ट्रेड के ऊपर या नीचे जाने के नौसन उसे बदलने के लिए तैयार रहना हपगा। इस प्रॉफिट के लक्ष्य को सिस्टम में ब्रैकेट ऑर्डर के रूप में डालें ताकि जब स्टॉप लॉस या प्रॉफिट हो जाए दूसरा ऑर्डर अपने आप बंद हो जाए।
5 . इंट्राडे ट्रेडर के तौर पर, चार्ट और रिसर्च खुद करें -
यदि आप ट्रेडिंग करते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडर के तौर पर, आपको शेयर की चार्ट और शेयर की रिसर्च खुद ही करनी होगी। आप इसे किसी और से नहीं करवा सकते |
किसी भी इंसान को इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए, खुद शेयर की चार्ट की व अन्य रिसर्च करनी होगी, यह करना बहुत कठिन नहीं होता, आप कुछ आसान नियमों का पालन करके इसे कर सकते हैं, और लगातार अच्छे ट्रेड कर सकते हैं।
6 . उम्मीद पर खरीदें और असली जानकारी पर बेचें -
इंट्राडे ट्रेडर के तौर पर, आप ज्यादातर उम्मीदों के साथ काम करते हैं। जब सभी को यह खबर पता चल जाती है, की बाजार में कुछ सही नहीं होने वाला, तो मार्किट के हर एक स्टॉक में ट्रेडिंग कम हो जाती है |
तब यदि आप खबरों के आधार पर ट्रेड कर रहे हैं तो पहले उम्मीद के आधार पर ट्रेड करें, और फिर असली जानकारी मिलने पर प्रॉफिट निकालें।
7 . इंट्राडे में 2 या 3 से ज्यादा ट्रेड एक साथ न लें -
ध्यान रखने की आप अपनी खुली पोजीशन्स को कंट्रोल में रखे हुए हैं, आपको एक समय में बहुत सारी पोजीशन्स नहि बनानी चाहिए, क्योंकि ऐसे में उन्हें ट्रैक करना आपके लिए कठिन हो सकता है |
यह हर एक इंट्राडे ट्रेडर्स की एक सामान्य गलती होती है। क्यूंकि आपकी सोचने की क्षमता कुछ ही पोजीशन्स को सही से ट्रैक कर सकती है जैसे - उनके फंडामेंटल्स, चार्ट्स और खबरें
8 . बाजार की दिशा को समझें और आगे बढ़ते रहें -
एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में, यदि आप मार्किट ट्रेंड यानी की बाजार की दिशा के साथ चलते हैं, तो आपके ट्रेड के सफल होने के चांस ज्यादा होते हैं, बाजार की दिशा और चाल आपकी दोस्त की तरह होती है | क्योंकि आपको उसमें हमेशा कुछ न कुछ सीखने को ही मिलता है।
जब मार्किट आपको कोई ट्रेंड यानी दिशा दिखाता है, तो आपका काम उस दिशा को समझना और उसी के अनुसार ट्रेड करना, क्यूंकि आखिरकार, बाजार की चार्ट और उसका ज्ञान हमेशा हमसे आगे होता है, जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग में यह समझ लेते हैं तो आप मुनाफे की ओर बढ़ते हैं।
9 . इंट्राडे में बहुत बार कुछ न करना प्रॉफिटेबल हो सकता है -
बहुत बार कुछ ना करना भी इंट्राडे ट्रेडिंग में एक जरूरी नियम और रणनीति है, बहुत बार, जब आप पीछे देखते हैं, तो यह सबसे ज्यादा प्रॉफिट देने वाला तरीका साबित होता है |
इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब यह नहीं कि आपको हर समय शेयर खरीदना और बेचना ही होता है, बहुत बार बाजार बहुत उलझन में होता है या बहुत बदल रहा होता है ऐसे समय में आपको बाजार से दूर रहना ही अच्छा है।
10 . एक जनरल बनाये और उसमें ट्रेड के बारे में लिखें -
जनरल बनाना और ट्रेडिंग का रिकॉर्ड रखना शुरुआत में थोड़ा बोरिंग लग सकता है, लेकिन यह करना आपकी इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता के चांस को बढ़ा देता हैं, आपको एक ट्रेडिंग डायरी रखनी है, इसमें आपको अपने ट्रेड व उन्हें खरीदने व बेचने का कारन इस सबका रिकॉर्ड होता है |
इसके साथ ही दिन के अंत में आपको देखना होता है, कि आपने कैसा प्रदर्शन किया, ये सब आपको अपनी डायरी में लखना होता है, इसके साथ ही आपने कहां गलती की और कैसे सुधार कर सकते हैं यह भी लिखें लगातार ऐसा करने पर धीरे-धीरे, आपकी इंट्राडे ट्रेडिंग की स्किल्स और भी निखरती जाती है !
निष्कर्ष -
इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमान आसान है, लेकिन तब जब आप कुछ नियमों का ढंग से पालन करते है, जैसे की - खुदके ट्रेडिंग के नियम, स्टॉपलॉस सीमा, अपने नुकसान, चार्ट और रिसर्च खुद करें, बाजार की दिशा को समझें, एक जनरल बनाना आदि को ध्यान में रखकर ट्रेड लेना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है |