निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

शेयर बाजार में अक्सर लोगों का यह प्रश्न होता है, की "निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?" बहुत से लोग जो शेयर बाजार में पहली बार निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए आते है उनमें से बहुत सारे लोगों के मन में यह प्रश्न जरूर उठता है, लेकिन आज उनके इस प्रश्न का उत्तर आसान भाषा में मैं बताऊंगा, और पूरी कोसिस करूँगा की आपको अच्छे से समझ आ जाय  निवेश वह होता है, जिसमें  किसी व्यक्ति द्वारा लम्बे समय के लिए शेयर बाजार में शेयर खरीदे जाते है, जहाँ से उसे अच्छा प्रॉफिट मिल सके, जबकि ट्रेडर वह होता है जो बाजार में कुछ समय  महीने, हप्ता या कुछ दिन के लिए पैसा लगता है, और  प्रॉफिट होने पर बेच देता है। 

निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

आज के इस ब्लॉग में हम निवेश और  ट्रेडिंग के बीच अंतर को जानेंगे यदि आपको भी नहीं पता की "निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?" तो यह जानने के लिए इसे पूरा पढ़ें | 

निवेश क्या है ? 

निवेश लम्बे समय के के लिए होता है, जहां म्यूचुअल फंड, स्टॉक के पोर्टफोलियो को खरीदने और बेचने, स्टॉक, और बहुत कुछ जैसे- निवेश योजनाओं का उपयोग करके लम्बे समय में धीरे-धीरे पैसों को बढ़ाया जाता  है।

यह लोगों के लम्बे समय के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है, जिसमें निवेशक द्वारा फंडामेंटल एनालिसिस, बाजार की रिसर्च करके एक पोर्टफोलियो बनाना होता है जिसके अंदर उसके सारे निवेश आते हैं । पढ़ें - Share market में invest करना चाहिए या नहीं ? 

ट्रेडिंग क्या है? 

ट्रेडिंग एक कम समय की प्रक्रिया है, जिसमें बाजार कैसा चल रहा है इसके आधार पर बार-बार share खरीद व बेचकर पैसे कमाए जाते  है। म्यूचुअल फंड या बॉन्ड जैसे लंबे समय के लेनदेन की तुलना में इसका समय कम होता है। ट्रेडिंग के सामान्य रूप स्टॉक, कमोडिटीज, मुद्राएं [विदेशी मुद्रा], या अन्य में की जाती हैं।  निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में अधिक लाभदायक है।  मान लीजिए कि लंबी अवधि के निवेशक साल भर में लाभ का 10-15% कमाते हैं; ट्रेडर के विकल्पों और निर्णयों के आधार पर एक ट्रेडर समान रूप से 10-15% मासिक कमा सकता है।  लेकिन यह बिलकुल भी नहीं है;  ट्रेडिंग गतिशील और अस्थिर है;  यह एक रिस्क वाली पैसा बनाने की प्रक्रिया है ।

ट्रेडिंग का मूल सिद्धांत कीमत कम होने पर खरीदना और कीमत अधिक होने पर बेचना है, लेकिन रिवर्स ट्रेडिंग और शॉर्ट-सेलिंग जैसी कई अन्य रणनीतियाँ हैं, जिनका उपयोग केवल अनुभवी व्यापारी ही कम समय में अधिक लाभ कमाने के लिए करते हैं। पढ़े - पैसे निवेश कैसे करें? अपना पैसा निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

निवेश और ट्रेडिंग में अंतर (Diffrent between investment and trading) 

निवेश और ट्रेडिंग में बहुत सारे अंतर हैं, लेकिन कुछ प्रमुख 5 अंतर जो इनमे हैं , यहाँ नीचे बताये गय हैं। 

1. रिस्क

1. निवेश में कम रिस्क होता है, ट्रेडिंग में जादा रिस्क होता है। 

2. निवेश पर share बाजार के छोटे समय उतार - चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता, क्योंकि इसमें व्यक्ति लंबे समय के लिए share खरीदता है। जबकि ट्रेडिंग में छोटे समय के उतार चढ़ाव का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ट्रेडर एक दिन में ही share को खरीदते और बेचते हैं। 

2. समय

1. यहाँ share को लंबे समय तक होल्ड करके रखना पड़ता है, इसके लिए आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने तक धेर्य रखना होता है।, जबकि ट्रेडिंग में आप share को कुछ दिन या हप्ते तक होल्ड करते हैं। और इस समय में आपको प्रॉफिट हो या लॉस उसे accept करना होता है। 

3. Capital growth

1. निवेश में आपके द्वारा share में लगाया हुआ पैसा समय के साथ धीरे - धीरे बढ़ता है। जबकि ट्रेडिंग में आपको तुरंत प्रॉफिट देखने को मिलता है। 

2. निवेश करने वाले समय के साथ अपने पैसों को बढ़ाते हैं साथ में devidend जैसे लाभ भी प्राप्त करते हैं, जबकि ट्रेडिंग में आप एक दिन कुछ हप्ते या महीने में लाभ प्राप्त करते हैं। 

4. प्रयास

1. निवेश में आपको कम effort लगाना पड़ता है क्योंकि एक बार share खरीदकर आप लंबे समय तक उन्हे होल्ड करते हैं, जबकि ट्रेडिंग में आपको रोज बाजार का analysis करना पड़ता है, और इसमें रिस्क भी जादा होता है। 

2. निवेश करते समय आपको अच्छे स्टॉक चुनने होते हैं जो लंबे समय में आपको प्रॉफिट दे सकें, और फिर उसमें निवेश करना होता है, जबकि ट्रेडिंग में आपको कम समय में बढ़ने वाले स्टॉक जो आपको फायदा दे सकें चुनने होते हैं  । ट्रेडिंग में आपको चार्ट को पढ़ना होता है। 

5. Style ऑफ analysis

1. निवेश में आपको fundamental analysis, जबकि ट्रेडिंग में आपको technical analysis करनी होती है। 

2. निवेश में आपको fundamental analysis के लिए कंपनी के वित्तीय, बैलेंस-शीट, सबसे महत्वपूर्ण, समय के साथ बढ़ने की उनकी क्षमता की जांच की आवश्यकता होती है।, जबकि ट्रेडिंग में आपको चार्ट का analysis करना, price से बनने वाले पैटर्न की पहचान करना, खरीदने और बेचने के संकेतों को उत्पन्न करने के लिए tools का उपयोग करना होता है। 

Conclusion

निवेश और ट्रेडिंग दोनो का मकसद लाभ कमाना ही है, निवेश और ट्रेडिंग में सबसे बड़ा जो अंतर है, वह समय का ही है। हर किसी के पैसों को लेकर अपने अपने लक्ष्य होते हैं, जिसे प्राप्त करने के लिए आपको निवेश या ट्रेडिंग में जो पसंद हो उसे सीखकर आप पैसे कमा सकते हैं। यदि आपको share market से लंबे समय में पैसे कमाने हैं तो निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं, और यदि आपको जल्दी पैसे कमाने हैं, तो आपके लिए ट्रेडिंग अच्छा option है। 

इन्हे भी पढ़ें - 











About the Author

I am Pranshu Soni, I am a blogger and I give information about Investment, Trading, Share Market Concept, Share Price Target, And Best Share to people in my blog.

एक टिप्पणी भेजें

यदि आपको कोई भी doubts हैं, आप मुझे बताएं ।
Cookie Consent
We serve cookies on this site to analyze traffic, remember your preferences, and optimize your experience.
Oops!
It seems there is something wrong with your internet connection. Please connect to the internet and start browsing again.
Site is Blocked
Sorry! This site is not available in your country.