तो चलिए जानते हैं - share bajar me oprator kaun hain aur inka kaam kya hai
शेयर बाजार में ऑपरेटर कौन होते हैं? इनका काम क्या होता है

शेयर बाजार में किसी शेयर को तेज़ी से ऊपर व नीचे ले जाने वाले लोग ही शेयर मार्केट के ऑपरेटर होते हैं, शेयर बाजार में ऑपरेटर छोटे, कम कीमत व कम वॉल्यूम वाले शेयर में बहुत बड़ी मात्रा में एक साथ पैसा लगाकर शेयरों की कीमतों को तेज़ी से ऊपर ले जाने का प्रयास करते हैं। और जब उन छोटे शेयर की कीमत बढ़ जाती है, तो इससे ऑपरेटर शेयरों को बेच देते हैं, जिससे ऑपरेटर को बहुत बड़ा फायदा होता है |
शेयर मार्केट में ऑपरेटर को कैसे पहचाने?
शेयर मार्केट में जब ऑपरेटर किसी शेयर में इन्वेस्ट या ट्रेड करते हुए एंट्री हैं, तब इस एंट्री का पता लगाना मुश्किल होता है | वहीँ इसके दूसरी तरफ जब ऑपरेटर उस शेयर को बेचकर बाहर निकलते हैं, तब आपको खुद ही पता चल जाता है, की ऑपरेटर शेयर से निकल रहा है। अब सवाल यह आता है, की कैसे पता करें की ऑपरेटर कब शेयर में एंट्री व एग्जिट करता है | पढ़ें - सेंसेक्स शेयर बाजार क्या है, कैसे काम करता, निवेश कैसे करें ?
इसे आप दो तरह से पता लगा सकते हैं-
- पहला - किसी भी शेयर से जब ऑपरेटर उसे बेचकर बाजार से बाहर निकलता है, तो शेयर की चार्ट में आपको बहुत बड़ा गैप देखने को मिलता है, और जैसे ही आपको ये गैप दिखे आपको समझ जाना है, की ऑपरेटर शेयर से बहार निकल रहा है, और शेयर में बड़ी गिरावट आ सकती है।
- दूसरा - यदि आप शेयर का प्राइस चार्ट देखते हैं जहां पर आपको देखने को मिल जाता है, की कौन कितने क्वांटिटी में खरीद रहा है, तो आपको वहां कुछ ऐसे लोग भी देखने को मिलेंगे जिन्होंने बहुत बड़ी मात्रा में शेयर खरीदे होंगे, और इसे देखकर जान सकते हैं, ऑपरेटर की एंट्री हो चुकी है।
शेयर मार्केट के जिस भी शेयर में ऑपरेटर बड़ी मात्रा में पैसा लगाकर एंट्री करता है, और आप भी उस ऑपरेटर के साथ एंट्री करते हैं, तो आपको बहुत बड़ा फायदा हो सकता है |
शेयर मार्केट में ऑपरेटर से कैसे बचें?
यदि आप शेयर मार्केट में ऑपरेटर से बचना चाहते हैं, तो आपको ये 5 बातें ध्यान में रखनी चाहिए |
शेयर मार्केट में ऑपरेटर के जाल से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें?
- ब्रेक आउट या ब्रेक डाउन होने के तुरंत बाद हमे ट्रेड न लेकर कुछ कैंडल बनने के बाद ट्रेड लेना चाहिए |
- ब्रेकआउट होने के बाद यदि अगली कैंडल लाल बन रही है, और रेजिस्टेंस के नीचे क्लोज हो, तो हमे ट्रेड नहीं लेना चाहिए |
- जहाँ पर आपको लगने लगे की ऑपरेटर की एंट्री कर रहा है, तो उस समय आपको ट्रेड लेने से बचना है |
- यदि आप शेयर मार्केट में नए हैं, और आपको ऑपरेटर से बचना हैं, तो का एक ही तरीका है, आपको ट्रेडिंग की जगह लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करना चाहिए |
- जब भी आपको शेयर की कीमत तेज़ी से बढ़ती हुई दिखाई दे तो आपको उस समय उस शेयर में पैसा ना लगाकर 1 , 2 कैंडल और बनने का इंतज़ार करना है | पढ़ें - 5 टिप्स शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार में शुरुआत कैसे करें?
शेयर बाजार में ऑपरेटर कैसे बनते हैं?
शेयर बाजार में ऑपरेटर बनने के लिए आपको 5 बातों को ध्यान में रखना चाहिए जो यहाँ नीचे बताई गई हैं -
- शेयर मार्केट में ऑपरेटर बनने के लिए आपके पास बहुत ज्यादा पैसे होने चाहिए।
- आपके अंदर बड़ा रिस्क लेने की क्षमता होनी चाहिए, क्यूंकि इसमें आप बहुत बड़ी मात्रा में शेयर खरीदते हैं, और ज्यादा पैसा लगाते हैं, जिससे आपको नुकसान भी ज्यादा हो सकता है |
- शेयर मार्केट में जो पहले से ऑपरेटर हैं उनसे मिले और समझे की वो कैसे ऑपरेट करते हैं |
- आपको किसी एक स्ट्रेटेजी में मास्टरी करनी होगी ताकि आप आसानी से ऑपरेट कर सकें और नुकसान होने पर उसे आसानी से रिकवर कर सकें |
- ऑपरेट करने के लिए सबसे जरूरी है, सही जगह एंट्री व एग्जिट करना तो इसे सीखने में सबसे ज्यादा ध्यान दें | पढ़ें - 10+ शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स | share market tips in hindi
निष्कर्ष -
शेयर बाजार ऑपरेटर शेयर बाजार में किसी भी शेयर के प्राइस को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं, जिसके लिए ये बड़ी मात्रा में किसी सस्ते शेयर को खरीदकर उसकी कीमत को तेज़ी से ऊपर ले जाने का प्रयास करते हैं, शेयर बाजार ऑपरेटर आपको बहुत बड़ा नुकसान दे सकते हैं, इसलिए आपको इन्हे पहचानना और इनसे बचना बहुत जरूरी है |