शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग करने वालों को कॉल व पुट ऑप्शन ही खरीदने व बेचने होते हैं, लेकिन जब आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से अच्छा लाभ प्राप्त करना है, तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय सही समय पर एंट्री व एग्जिट करना सीखना होगा, क्यूंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रीमियम बहुत तेज़ी से ऊपर व नीचे जाते हैं | इसलिए आज के इस ब्लॉग में आपको मैं 5 तरीके तरीके में बताने वाला हूँ, जिससे आप जान सकेंगे की कॉल और पुट कब खरीदना और बेचना चाहिए?
तो चलिए जानते हैं - Cll Or Put Kb Khareedna Va Bechna Chahiye
5 टिप्स कॉल और पुट कब खरीदना और बेचना चाहिए?
ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट ऑप्शन कब खरीदने और बेचने हैं, इसके कुछ सबसे आसान तरीके हैं, जो यहाँ नीचे बताये गए हैं |
- सपोर्ट व रेजिस्टेंस लेवल पर ऑप्शंस खरीदें व बेचें
- कॉल या पुट खरीदने से पहले ऑप्शन चैन डाटा जरूर देखें
- एक्सपायरी के दिन कॉल और पुट खरीदना चाहिए
- ब्रेकआउट होने पर कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेड करें
- सुबह और दोपहर के समय ऑप्शन ट्रेड करें
1. सपोर्ट व रेजिस्टेंस लेवल पर ऑप्शंस खरीदें व बेचें
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पर ऑप्शन ट्रेड करना आपको काफी फायदा दे सकता है, सपोर्ट जिसे प्राइस छूकर ऊपर जाने लगता है, और रेजिस्टेंस वह लेवल जिसे छूकर ऑप्शन का प्राइस गिरने लगता है।
शेयर बाजार में बहुत सारे लोग हैं, जो केवल सपोर्ट और रेसिस्टेंट लेवल पर कॉल या पुट खरीदते व बेचते हैं, और बहुत पैसा कमाते हैं, इसलिए इस तरीके को मैं ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सबसे बढ़िया तरीका मानता हूँ, क्यूंकि यह एक सरल तरीका है | इसके लिए आपको चार्ट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पहचानना सीखना होगा |
पढ़ें - कॉल और पुट का मतलब क्या होता है?2. ऑप्शन चैन डाटा देखकर कॉल या पुट खरीदें
ऑप्शन चैन डाटा देखकर कॉल या पुट ऑप्शन ट्रेड करने से आपको सही जगह पर ऑप्शन खरीदने व बेचने में बहुत आसानी होती है, इस ऑप्शन चैन में आपको स्ट्राइक प्राइस, ओपन इंटरेस्ट, वॉल्यूम चीजों की जरूरी जानकारी मिलती है।
जब बाजार नीचे जाने की सम्भावना होती है, तब ओपन इंटरेस्ट और वॉल्यूम में गिरावट आने लगती है, ऐसे में ऑप्शन चैन डेटा को देखकर आपको पहले से संकेत मिल जाता है, जिससे आप सही जगह पर ऑप्शन खरीद व बेच सकते हैं |
तो देखा आपने इस प्रकार ऑप्शन चेन डेटा की मदद से आप सही समय पर कॉल या पुट खरीद और बेच सकते हैं।
3. एक्सपायरी के दिन कॉल और पुट खरीदना चाहिए
शेयर बाजार में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो केवल एक्सपायरी के दिन ही ऑप्शन ट्रेड करते हैं, क्यूंकि इस समय में कॉल और पुट दोनों ही ऑप्शन के प्रीमियम बहुत कम प्राइस में मिल रहे होते हैं। और आपको बहुत कम पैसे लगाकर बड़ा प्रॉफिट कमाने का मौका मिलता हैं।
Expiry के दिन ऑप्शन के प्रीमियम का प्राइस तेजी से बढ़ता व घटता हैं। इसीलिए यदि आप एक्सपायरी के दिन ट्रेड करते हैं, तो खरीदे गए कॉल या पुट ऑप्शन को बहुत देर तक होल्ड नहीं करना चाहिए । यानी आपको जल्दी ही ट्रेड से प्रॉफिट बुक करके बाहर निकल जाना चाहिए ऐसा ना करने पर आपको बहुत बाद प्रॉफिट की बजह बडा नुकसान भी हो सकता है।
ऑप्शन की एक्सपायरी इंडेक्स व स्टॉक के लिए अलग - अलग होती है, यहाँ इंडेक्स में ट्रेडिंग करने वालों के लिए वीकली एक्सपायरी यानी हप्ते में किसी एक दिन होती है, और स्टॉक के ऑप्शन में ट्रेड करने वालों के लिए एक्सपायरी महीने के अंत में होती है |
पढ़ें - option trading ke niyam | ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम ?4. ब्रेकआउट के बाद कॉल और पुट को ट्रेड करें
जैसा की ऊपर के एक पॉइंट में मैंने सपोर्ट व रेसिस्टेंट के बारे में बताया है, और यह ब्रेकआउट भी उसी से जुड़ा हुआ है, इसमे जब शेयर का प्राइस सपोर्ट या रेजिस्टेंस को ब्रेकआउट करता है, तब आपको ट्रेड करना है, क्यूंकि ब्रेकआउट के बाद किसी भी ऑप्शन का प्राइस बहुत तेजी से ऊपर या नीचे जाता है।
तो यदि आप भी सपोर्ट या रेजिस्टेंस ब्रेकआउट होने पर जब आप call या put में ट्रेड करते हैं, तो आपको बहुत बड़ी moveमेन्ट देखने को मिलती हैं। जब किसी ऑप्शन का प्राइस एक मजबूत सपोर्ट लेवल को ब्रेक करता है, तब आपको पुट ऑप्शन खरीदना चाहिए,
इसके दूसरी तरफ जब किसी ऑप्शन का प्राइस किसी मजबूत रेजिस्टेंस को ब्रेक करता है, तब ऐसे में आपको कॉल ऑप्शन खरीदना चाहिए। इसके अलावा यदि आप ऑप्शन को बेचना चाहते हैं, तो आपको सपोर्ट लेवल टूटने पर कॉल बेचना और रेजिस्टेंस लेवल टूटने पर पुट बेचना चाहिए।
पढ़ें - ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है?5. सुबह और दोपहर के समय ऑप्शन ट्रेडिंग करें
यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो आपको सुबह के समय जब मार्किट खुलता है, तब 9:15 से 11:00 बजे के बीच के समय कॉल या पुट ऑप्शन ट्रेड करने चाहिए, क्यूंकि इस समय में प्रॉफिट होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
इसके बाद 11:00 बजे से 1:30 बजे के बीच में मार्किट में बहुत कम मूवमेंट होते हैं, और बाजार धीमे चलता है, और इसके बाद 1:30 से 2:00 बजे के बाद बाजार में फिरसे तेज़ी आती है, और आप फिर 2 बजे से 3:30 के बीच ऑप्शन ट्रेड कर सकते हैं |
मैं आपको यहाँ क्लियर कर दूँ की ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको तभी प्रॉफिट होता है, जब बाजार में अच्छे मूवमेंट्स होते हैं |
कॉल और पुट कब खरीदना और बेचना चाहिए? इससे जुड़े कुछ जरूरी प्रश्नो के उत्तर यहाँ नीचे देने वाला हूँ जिन्हे आपको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए |
जब मैं अपना पुट ऑप्शन बेचता हूं तो क्या होता है?
जब आप अपना पुट ऑप्शन बेचते हैं, तो आप किसी को यह अधिकार देते हैं कि वे आपको एक निश्चित समय के भीतर एक निश्चित मूल्य पर स्टॉक बेच सकें। अगर स्टॉक की कीमत उस समय सीमा के दौरान गिरती है, तो वे आपसे वह स्टॉक खरीदने के लिए कह सकते हैं।
इसका मतलब है कि आपको वह स्टॉक खरीदना पड़ेगा, भले ही उसकी कीमत गिर गई हो। आप इसके बदले में उनसे प्रीमियम (एक तरह की फीस) पाते हैं। अगर स्टॉक की कीमत नहीं गिरती है, तो वे आपसे स्टॉक बेचने का अधिकार का उपयोग नहीं करेंगे, और आप प्रीमियम रख सकते हैं।
कैसे तय करें कि कौन सा कॉल ऑप्शन खरीदना है?
यह तय करने के लिए कि कौन सा कॉल ऑप्शन खरीदना है, इन 5 आसान बातों का ध्यान रखें:
- शेयर की कीमत देखें: देखें अभी शेयर का प्राइस क्या है, और उस शेयर का प्राइस कहाँ तक जाने की उम्मीद है।
- सही स्ट्राइक प्राइस चुनें: इसके बाद अलग - अलग ऑप्शन के स्ट्राइक प्राइस देखें और अपने प्रॉफिट लक्ष्य के अनुसार सही स्ट्राइक प्राइस चुने ।
- ऑप्शन समय अवधि: जाने की आपने जो ऑप्शन चुना है, उसकी एक्सपायरी कब है, और यदि आपको लगता है, की उस समय तक शेयर का प्राइस बढ़ सकता है, तो उसमें ट्रेड करें |
- ऑप्शन प्रीमियम: देखने की आपको उस ऑप्शन के लिए कितने रुपयों की जरूरत होगी और क्या वह आपके बजट में आता है।
- मार्केट ट्रेंड: इसके बाद मार्केट के रुझान को समझने की कोशिश करें, ताकि आप सही समय पर सही ऑप्शन ट्रेड कर सकें।
FAQ - कॉल और पुट कब खरीदना और बेचना चाहिए?
आपको पुट ऑप्शन कब बेचना चाहिए?
आपको अपना पुट ऑप्शन तब बेचना है, जिस समय आपको लगे कि मार्किट अब ऊपर जा सकता और अंडरलाइंग की कीमत अब और नहीं जायेगी। यदि स्पॉट प्राइस स्ट्राइक प्राइस से नीचे जाता है, तो ऐसे में आपको बड़े लोस का सामना करना पड़ सकता है।
हम पुट कब खरीदते हैं?
आप पुट ऑप्शन तब खरीदते हैं जब आपको लगता है कि कोई शेयर गिरेगा और आप उस नुकसान से बचने के लिए सुरक्षा चाहते हैं। आमतौर पर, पुट ऑप्शन तब खरीदा जाता है जब बाजार या शेयर की कीमत ऊपर होती है, लेकिन आपको लगता है कि वह जल्द ही गिरने वाली है।
ऑप्शन बेचने के लिए कितनी पूंजी की आवश्यकता होती है?
आप 2 लाख रुपये से कम में भी छोटे पैमाने पर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। लेकिन, छोटे पैमाने पर ट्रेड करते समय सावधानी बरतनी चाहिए ताकि नुकसान कम हो और मुनाफे की संभावना बढ़ सके। कम पूंजी के साथ ट्रेडिंग के लिए इन सरल और असरदार नियमों का पालन करें।
मुझे अपना ऑप्शन कॉल कब बेचना चाहिए?
जब आप कॉल खरीदते हैं, और अपना टारगेट प्राप्त कर लेते है, या बढ़ते समय के साथ ऑप्शन का प्राइस कम हो रहा होता है, तो ऐसे में आपको ऑप्शन बेच देना चाहिए । दूसरी ओर, शॉर्ट कॉल या नेकेड कॉल तब बेचना प्रॉफिटेबल होता है, जब आपको लगता है, कि स्टॉक की कीमत स्थिर या घटेगी।
क्या पुट खरीदना कॉल बेचने के समान है?
जब आप पुट ऑप्शन buy करते हैं, तो आपका नुकसान उतना ही होता है, आपने जितना प्रीमियम में पैसा भुगतान किया है, लेकिन, जब आप कॉल ऑप्शन सेल करते हैं, तो आपको होने वाले नुकसान की सीमा नहीं होती । इसलिए, कॉल ऑप्शन बेचने के लिए आपको ज्यादा पैसों की जरूरत होती है, जैसा - कि फ्यूचर्स में होता है।
आज हमने क्या सीखा
आज के ब्लॉग में हमने 5 टिप्स कॉल और पुट कब खरीदना और बेचना चाहिए? के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की forex trading क्या है forex trading कैसे काम करती है, इससे पैसे कैसे कमाए तथा अन्य बातेँ भी हमने इस ब्लॉग से सीखी। जो आपको forex tradin करते समय आपकी मदद करेगी ।
आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏😊
यदि आपको कॉल और पुट से related कोई जानकारी चाहिए तो आप comment करके हमे बता सकते। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे।
धन्यवाद ( Thank you)