Option Trading in Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी)

Option Trading in Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी)

Option Trading in Hindi - शेयर मार्किट में आपने ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा, बहुत से लोग इससे दिनभर में लाखों रुपये कमा रहे हैं, ट्रेडिंग की दुनिया में ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है, जिसे लोगों द्वारा सबसे ज्यादा किया किया जाता है, और इसका सबसे बड़ा कारण है, पैसा क्यूंकि ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है, जिससे आप इतना पैसा कमा सकते हैं, जो सायद आपने कभी सोंचा भी न हो, की शेयर मार्किट से इतना पैसा कमाया जा सकता है, शेयर मार्किट से ज्यादा पैसे कमाने का कोई तरीका है, तो वह है, ऑप्शन ट्रेडिंग |

यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं, लकिन आपको नहीं पता की ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें और इससे पैसे कैसे कमाए, तो आज के इसे ब्लॉग को अंत तक पढ़िए, ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े आपके सारे प्रश्नो के उत्तर आज हम देने वाले हैं आज आपको ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी) मिलने वाली है, ताकि आप भी इसे करके अच्छा पैसा कमा सकें | पढ़े - Share market क्या है, जाने Warren Buffett के द्वारा 

जब कोई नया नया व्यक्ति ऑप्शन ट्रेडिंग में आता है तो उसके मन में बहुत से सवाल आते हैं जैसे - ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है, कॉल और पुट ऑप्शन क्या होते है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या है और ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए इस अंत तक पढ़ें -

तो चलिए जानते हैं - option trading kya hai 

Option Trading in Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी)

Option Trading in Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी)  
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? (What is Option Trading in Hindi) 

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कॉन्ट्रैक्ट है, जो खरीददार जो शेयर को खरीदता है, व बेचने वाले को कुछ प्रीमियम देकर एक तय समय पर  किसी स्ट्राइक प्राइस पर सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने का अधिकार देती है। इस ट्रेडिंग के अंदर हम Call व put ऑप्शन को खरीदते व बेचते हैं | या कहें ट्रेड करते हैं | 
सरल शब्दों में कहें तो - ऑप्शन ट्रेडिंग का सीधा मतलब है, की आप पहले ही जुछ तय पैसे देकर फ्यूचर के लिए शेयर खरीद व बेच सकते हैं | और इस पैसे को ऑप्शन प्रीमियम कहा जाता है | अधिकतर लोग इंडेक्स जैसे निफ़्टी या बैंक निफ़्टी में ट्रेड करते हैं |  जिसका सबसे बड़ा कारण यह है की इसमें टैक्स काम देना देना होता है, जबकि किसी शेयर में ट्रेड करने पर टैक्स ज्यादा लगता है | 

Option Trading मीनिंग in Hindi 

दोस्तों option एक contract के जैसा होता है, इसे खरीदने पर हमे भविष्य में किसी चीज को fix date पर तथा fix price पर खरीदने या बेचने का अधिकार प्राप्त होता है। और यह हमारे उपर है की उस फिक्स date पर हम अपने अधिकार का उपयोग करना चाहते हैं या नहीं, और हम अपने अधिकार का उपयोग तभी करना पसंद करेंगे, जब हमे उससे profit होगा। 

उदाहरण -

मान लेते हैं, की पवन नाम का एक bussiness men है, और वो मोहन नाम के किसी व्यक्ति से एक एकड़ जमीन खरीदना चाहते हैं। जिसका मार्केट price 100000 रुपए है, जमीन के बारे में एक ऐसी न्यूज़ है की सरकार उस जमीन से कुछ दूरी पर airport बनाने का निर्णय लेगी, और पवन जनता है की यदि सरकार यह निर्णय लेगी तो उस जमीन की कीमत बहुत तेजी से बढ़ेगी। 

इसलिए पवन चाहते हैं की वो जमीन को अभी के मार्केट price यानी 10 लाख रुपए में खरीद लें, और जैसे ही उसकी कीमत बढे उसे बेचकर profits बना सकें, लेकिन पवन को यह भी लग रहा है, की यदि किसी भी वजह से सरकार airport बनाने का फैसला नहीं लेती है, तो उनके 10 लाख रुपए उस जमीन में फस जायेंगे, इसी रिस्क को देखते हुए पवन ने पूरे पैसे ना देते हुए, राहुल को सिर्फ 50000 रुपए दिये और यह agreement किया की वो जमीन को अभी नहीं 3 महीने बाद 10 लाख रुपए में खरीदेंगे, और यदि 3 महीने बाद उस जमीन को ना लेने का फैसला लेते हैं तो राहुल, पवन के द्वारा दिये गय वो 50000 रुपए रख सकते हैं, 

इस तरह 50000 में पवन ने राहुल से यह contract किया और जमीन को 3 महीने बाद खरीदने का अधिकार प्राप्त किया।  इस तरह का contract option कहलाता है। पढ़ें - Share market में invest करना चाहिए या नहीं ? 

ऑप्शन ट्रेडिंग से जुडी महत्वपूर्ण परिभाषाय  

यहाँ ऑप्शन ट्रेडिंग से जुडी कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएं बताई गई हैं, आगे बढ़ने से पहले जिन्हे आपको एक बार जरूर पढ़ना और जानना चाहिए | 

1. Option buyer और option seller -

जब हम option लेते हैं, तो हमे यह अधिकार प्राप्त होता है, की future में किसी चीज को fix price पर खरीद या बेच सकते हैं। Option contract हमेसा 2 लोगों के बीच में होता है। जो इसे खरीदता है, उसे option buyer कहा जाता है, और जो बेचता है  उसे option seller कहते हैं। 

- हमारे द्वारा बताये गय उदाहरण में पवन ने खरीदा है, तो उसे option buyer कहेंगे, और राहुल ने बेचा है, तो उसे option seller कहेंगे। 

2. Option premium क्या होता है ? 

Option buyer option खरीदने के लिए जब पूरे पैसे ना देकर कुछ पैसों में अधिकार खरीद लेता है, उस पैसे को option premium कहते हैं। जब एक option contract करने के लिए एक option buyer, option seller को जो पैसा भुगतान करता है, उसे option price या option premium कहा जाता है। 

हमने ऊपर जो example बताया था, उसमे पवन ने राहुल को option खरीदने के लिए 50000 रुपए दिये थे, तो इस तरह इस contract का option price या option premium 50000 रुपए हो गया। 

दोस्तों हम option contract खरीदकर future में transection करने का अधिकार खरीद लेते हैं, और उसका उपयोग करना या ना करना यह हमारा option होता है। कोई मजबूरी नहीं। हम चाहे तो ले सकते है, ना चाहे तो नही ले सकते। पढ़े - पैसे निवेश कैसे करें? अपना पैसा निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट क्या होते हैं? (What is call and put in option trading hindi) 

ऑप्शन ट्रेडिंग २ प्रकार की होती है, जिसे call व put  कहते हैं - जिन्हे  नीचे पढ़ सकते हैं | 

Options के प्रकार (Type of options)-

Options 2 प्रकार के होते हैं-

1. Call option
2. Put option 

Call option

Call option वह contract कहलाता है, जिसे खरीदने पर हमे future में किसी चीज को एक निर्धारित तारीख और निर्धारित कीमत पर खरीदने का अधिकार मिलता है। 

हमने उपर जो उदाहरण बताया था -

उसमे पवन ने राहुल से future में जमीन खरीदने का अधिकार ख़रीदा था इस तरह पवन ने राहुल से option खरीदा था। इस प्रकार इस contract में पवन को call option buyer और राहुल को call option seller कहेंगे। 

Put option

Put option उस option contract को कहते हैं, जिस खरीदने पर हमे future में किसी चीज को निर्धारित तारीख व निर्धारित कीमत पर sell करने का अधिकार होता है, 

उदाहरण -

मान लेते हैं- मोहन एक दूध डेयारी का मालिक है, उनके पास एक डेरी फार्म है जिसकी बाजार में कीमत (market price) 5 लाख है, और मोहन को कुछ समय से ऐसा लग रहा है, की पैकेट वाला दूध आने के कारण उसकी डेरी के दूध की sell बहुत कम हो गई है | 

और हो सकता है,  उसे  कुछ समय के बाद अपना डेरी का bussiness बंद करना होगा, और यदि ऐसा होगा तो उसके डेरी फार्म की कीमत 5 लाख से बहुत नीचे गिर सकती हैं, और  इस बात को ध्यान में रखकर मोहन अपने डेरी फार्म को वर्तमान के  market price - 5 लाख रूपए में बेचना चाहता है, लेकिन उसे यह भी लगता है, की कुछ दिनों में लोगों को पैकेट वाला दूध अच्छा ना लगे और वापस से उनकी selling बढ़ सकती है। 

इस प्रकार दोनो तरह के रिस्क को देखकर मोहन अपने bussiness men दोस्त को रुपए 20000  देकर अपना डेरी फार्म आज से 6 महीने बाद 5 लाख रुपए में बेचने का option contract किया और यह अधिकार लिया की आज से 6 महीने बाद 5 लाख रुपए में वो इसे बेच सकता है, 

अब मोहन को अधिकार मिला है, अगर वो इस डेरी फार्म को 6 महीने बाद बेचने का फैसला लेता है, तो उसके bussiness men दोस्त को उसका डेरी फार्म 5 लाख में खरीदना ही पड़ेगा, चाहे मोहन के फार्म की कीमत गिरके 2 लाख भी हो जाय। 

और इस तरह से मोहन  ने अपने दोस्त को future में अपना डेरी फार्म रुपए 5 लाख में बेचने का option contract buy किया, हम इस तरह के contract को ही put option कहते हैं। 

इस प्रकार हम मोहन को put option  buyer और उसके दोस्त को put option seller कहेंगे। पढ़ें - Trading kaise sikhe |  पूरी जानकारी in hindi 

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How option trading works in hindi) 

ऑप्शन ट्रेडिंग ऑप्शन buyer और seller के बीच का एक कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसकी एक निश्चित एक्सपायरी डेट होती है, अगर आप कोई कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं, तो इससे आपको निश्चित तरीक पर underlying asset खरीदने का अधिकार मिलता है। लकिन ऐसा नहीं है की आपको उस तय तरीक पर खरीदना या बेचना ही होगा, यदि आप चाहह तो ही बेच या खरीद सकते हैं | 

उदहारण से समझते हैं - 

मान लेते हैं, आप किसी दुकान में realme की कोई मोबाइल या टीवी खरीदने जाते हैं, और आपको पता चलता है, की यह कम्पनी अपने आइटम्स के प्राइस कम या ज्यादा करने वाली है | ऐसे में आपको नहीं पता होता की इसका प्राइस बढ़ेगा या घटेगा, लेकिन आप यह अनुमान लगाते हैं की की इसका दाल समय के सतह बढ़ने वाला है | 

लेकिन जब आप किसि दूकान में जाकर उस टीवी को लेने जाते हैं, लेकिन उस दूकान में वो टीवी या मोबाइल खत्म हो चुकी होती हैं, और दुकानदार आपसे कहता है, की अब आपको यह टीवी अगले हप्ते ही मिलेगी, तब आप सोचते हैं की अगले हप्ते तक तो इस टीवी के दाम बढ़ने वाले हैं, और यदि ऐसा हुआ तो मुझे अधिक पैसे देने होंगे | 

और जब आप ये बात दूकान दार से करते हैं, तो वह कहता है की मैं यह टीवी आपको अगले हप्ते इसी दाम पर दे दूंगा बस आपको कुछ पैसे पहले से जमा करने होंगे, जिससे मैं आपकी टीवी की बुकिंग कर दूंगा | तब यदि टीवी की कीमत ३०००० रूपए है, और आप बुक करना चाहे तो आप 1000 रूपए देकर उस टीवी को अगले हप्ते लेने के लिए बुक कर सकते हैं | और जब आप अगले हप्ते टीवी लेने जायँगे तो आपको 49000 जो बकाया पैसा है वो देना होगा और टीवी लेंगे | 

लेकिन जब आप उस समय टीवी के प्राइस पूछते हैं तो आपको पता चलता है, की इसके प्राइस तो 5000 रूपए घट चुके हैं, और इससे आपको बड़ा झटका लगता है, और आप उस दुकानदार से टीवी को 45000 रूपए में देने को बोलते हैं, तब दूकानदार आपसे कहता है, की में आपको यह टीवी 45000 में तो दे दूंगा लेकिन आप अपने दिए हुए 1000 रूपए भूल जाईये वो आपको नहीं मिलने वाले | 

अब आपके पास 2 ऑप्शन होते हैं, या तो आप पूरा 49000 देकर उस टीवी को खरीदे या 45000 देकर अभी के प्राइस में खरीदे | और इसमें कोई सक नहीं है, की आप 45000 रूपए देकर अभी के प्राइस में वो टीवी खरीदेंगे | 
बस आपके द्वारा दिया हुए बुकिंग अमाउंट 1000 रूपए नहीं मिलने वाले | 

बिल्कुल इसी तरह ऑप्शन ट्रेडिंग काम करती है, जो 1000 rs आप बुकिंग अमाउंट के रूप में देते हैं,  उसे ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रीमियम बोलते हैं, जो आपका इस स्थति में वापस नहीं मिलता | 

सोचने की बात है, की अगर उस टीवी का दाम 50000 से बढ़कर 60000 रुपये हो जाता तो आपको 10000 रुपये का मुनाफा हो जाता इसका कारण है,  उस दुकानदार को आपको वह टीवी 50000 में ही देना पड़ता क्योंकि आपने उसके साथ 1 हफ्ते पहले कॉन्ट्रैक्ट किया था जिसका प्रीमियम अमाउंट उसके पास अभी भी है और वही आपके कॉन्ट्रैक्ट का प्रूफ है। पढ़ें - Trading शुरू कैसे करें ? step by step in hindi 

बस आपको बेसिक चीजों की understanding होनी चाहिए. और ऑप्शन ट्रेडिंग को समझना इतना कठिन नहीं है | 

ऑप्शन ट्रेडिंग में expiry date कब होती है? 

ऑप्शन ट्रेडिंग में हर ऑप्शन की एक्सपायरी गुरुवार को होती है,  और यह Expiry दो प्रकार की होती है,

पहली -  Weekly expiry 
दूसरी -   Monthly expiry. 
याद रखने योग्य बात - निफ़्टी और बैंक निफ़्टी जैसी इंडेक्स में  weekly expiry होती है, दूसरी तरफ stocks में monthly expiry ही होती है, जो महीने के लास्ट वीक में गुरुवार को ऑप्शन की expiry date होती है।
Option की expiry डेट नजदीक आते-आते क्या होता है?

आपके option की expiry date जैसे जैसे पास आती जाती हैं, तो आपके ऑप्शन प्रीमियम का जो दाम होता है, वह बदलता रहता है।  यानी वह बढ़ भी सकता है घाट  भी सकता है | 
याद रखने योग्य बात - यदि  आपका  call option में फायदा हुआ है, और आपका share या index का प्राइस नहीं बढ़ रहा है, बल्कि sideways ही चल रहा है, तो आप देखते हैं कि आपका ऑप्शन प्रीमियम समय के साथ कम होता चला जाएगा।
उदाहरण: मान लीजिए यदि आपने सोमवार को 50rs ऑप्शन प्रीमियम दिया, और आपका underlying asset जैसा आपने अनुमान लगाया था, वैसा परफॉर्म नहीं कर रहा है, तो आपका ऑप्शन प्रीमियम कम होता चला जाएगा |  जिससे आपके investment की वैल्यू भी कम होती जाएगी। हो सकता है कि गुरुवार आते - आते आपके  50 rs का ऑप्शन प्रीमियम 0 भी हो जाए। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों होता है, मतलब ऑप्शन प्रीमियम का प्राइस कौन कम करता है, और आपका पैसा धीरे - धीरे कम होने का क्या कारण होता है? तो इसका सीधा और सरल जवाब है, थीटा (Θ)

थीटा ही वह  है. जो आपके ऑप्शन प्रीमियम को कम होने का सबसे बड़ा कारण होता है। लेकिन अब आप पूछेंगे कि आपकी ऑप्शन प्रीमियम की जो वैल्यू कम होती रहती है, तो अब आप सोच रहे होंगे की उसका पैसा कहां जाता है, तो मैं आपको बता दूं कि वह पैसा,  option seller के पासजाता है।
याद रखने योग्य बात - ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा एक व्यक्ति की जेब से निकलकर दूसरे व्यक्ति की जेब में जाता है। यह बात आप अपने दिमाग में क्लियर कर लीजिए, और यदि आपका नुकसान होता है, तो किसी दूसरे का उतना ही फायदा होता है और अगर आपका फायदा होता है, तो किसी का नुकसान होता है। इसीलिए जो व्यक्ति ऑप्शन ट्रेडिंग में समझदारी से और अच्छे से सीखकर सही स्ट्रेटेजी को फॉलो करके करता है, और ट्रैड करता है, वही बड़ा पैसा कमाता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? (How to do option trading in hindi) 

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण 2 बाते हैं - 

पहली - यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको किसी भी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। 

दूसरी - फिर आपको उसमें फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी F&O सेगमेंट को एक्टिवेट करने की जरूरत होती है, और इसे एक्टिव करने के बाद आप  किसी भी स्टॉक या इंडेक्स को चुनकर आसानी से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग दो तरीकों से की जा सकती है–

1. Option buying करके
2. Option Selling करके

चूँकि ज्यादातर लोग option buying करते हैं,  जिसका सबसे बड़ा कारण है,  इसमें कम कैपिटल की जरूरत होती है, लेकिन यह भी सच है, कि ज्यादा पैसा वही लोग कमाते हैं, जो option selling करते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है, कि आप option buying से पैसा नहीं कमा सकते, बल्कि बहुत से लोग हैं जो option buyers हैं, और जो दिन का लाखों करोड़ों रुपए भी कमा रहे हैं, बस जरूरत होती है सही knowledge और exprience की.
याद रखने योग्य बात - यदिआप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं, ऑर्डर खूब सारा पैसा कमाना चाहते हैं,  तो आप किसी एक इंस्ट्रूमेंट पर अपनी पकड़ बनाने में ध्यान दें,  चाहे वह NIFTY हो BANKNIFTY हो या कोई पर्टिकुलर स्टॉक हो।
बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर ऐसे भी है. जो सिर्फ निफ़्टी या बैंक निफ्टी में ट्रेड करके ही दिन का लाखों करोड़ो रुपए कमा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने केवल बैंकनिफ्टी या निफ़्टी पर ध्यान दिया हैं। इससे कि धीरे-धीरे आपको अनुभव होता जाता है, कि आखिर banknifty  या निफ़्टी का चार्ट move कैसे करता है, साथ ही धीरे-धीरे आप इतने एक्सपर्ट बन जाते हैं, कि ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट पर आगे का कैंडल कौन सा बनेगा, आप आसानी से इसे predict करने लगते हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे? (How to learn option trading in hindi) 

यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं, तो इसे सीखने के लिए आपको ऑप्शन चेन डेटा, मार्केट रिसर्च, स्ट्राइक प्राइस, पुट कॉल रेश्यो, ट्रेंड एनालिसिस आदि, चीजों को समझना पड़ता है। इसके अलावा भी आप अलग-अलग ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी सीखकर अपने नुकसान को प्रॉफिट में बदल सकते हैं।

Option trading for beginners in hindi–

यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में नए हैं, तो आपको  Nifty या Banknifty से शुरुआत करनी चाहिए, फिर इसके बाद आप चाहे तो आप स्टॉक ऑप्शंस पर ट्रेडिंग करने पर भी विचार कर सकते हैं, 

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट आपको पढ़ने चाहिए ये ऑप्शन ट्रेडिंग करने में आपकी मदद करेंगे–

1. ऑप्शन ट्रेडिंग के basics सीखो

यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको, इसके बेसिक्स को क्लियर करना चाहिए , या कहे तो अच्छे से सीखना चाहिए,  ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आप धीरे धीरे उससे जुडी चीज़ों को सीखते जाईये, बेसिक्स क्लियर कीजिये, और कुछ दिनों में ही आप पायंगे की आप बहुत कुछ जान चुके हैं, और यह चीज़ ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको बहुत मदद करेगी | पढ़े - Bonds क्या होते हैं? Bond में invest कैसे करें? 

ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक को फोलो ना करना ही ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान होने की सबसे बड़ी वजह है | 

2. ऑप्शन ट्रेडिंग की books पढ़ें

बुक्स ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का एक जबरजस्त माध्यम है, क्यूंकि बुक्स में आपको किसी लेखक की पूरी यात्रा में उसने जो जो हासिल किया सीखने को मिलता है, ऑप्शन ट्रेडिंग की बुक्स से आपको पता चलेगा की लेखक ने कैसे ऑप्शन ट्रेडिंग की उसने कोनसे नियम फॉलो किये कौन सी स्ट्रेटेजी फॉलो की, कैसे वो इसमें सफल हुआ, इससे आपको उसका पूरा एक्सपीरियंस प्राप्त होता है, इसलिए आपको बुक्स पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए, क्यूंकि इससे आप बहुत कुछ  सीख सकते हैं |  

बुक पढ़ने से आपको काफी सारी चीजें सीखने को मिलती हैं,  कि आखिर एक ऑप्शन ट्रेडर को किन-किन चीजों से होकर गुजरना पड़ता है। 

3. यूट्यूब पर ऑप्शन ट्रेडिंग विडिओ से सीखें 

यूट्यूब ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का एक अच्छा और सरल तरीका है, क्यूंकि यहाँ आपको प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है, जिससे आपको इसे समझने में आसानी होती है, और आप जल्दी सीख सकते है, सबसे बड़ी बात है, की आप इससे फ्री में पूरी ऑप्शन ट्रेडिंग सीख सकते हैं, ऐसे बहुत से यूट्यूब चैनल हैं, जो आपको केवल ऑप्शन ट्रेडिंग की सारी जानकारी दे रहे हैं, आप ऐसे चैनल को फॉलो करके एक ही जगह से पूरी ऑप्शन ट्रेडिंग सीख सकते हैं | पढ़ें - FD (fixed deposit) क्या है? क्या  FD आपके भविष्य के लिए सही है?

4. पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करके सीखें

जब आप बुक्स, विडिओ आदि से इसे सीख लेते हैं, तो अब कस्बे ज्यादा जरूरी है, इसकी प्रैक्टिस करना क्यूंकि प्रैक्टिस से ही आप ऑप्शन ट्रेडिंग में बेहतर होंगे, और आप पैसा कमाने में सफल जोंगे इसलिए प्रैक्टिस करना बहुत जरूरी है, और इसके लिए आप पेपर ट्रेडिंग का सहारा ले सकते हैं | 

पेपर ट्रेडिंग में आपको लाइव चार्ट में प्राइस को ट्रैक करना होता है, प्राइस कब ऊपर जा रहा है, कब नीचे जा रहा है, और शेयर कैसे चल रहा है, आपको ये सब चीज़ें इसमें देखनी होती हैं, और इस तरह से आप प्रैक्टिस कर सकते हैं | पढ़ें - निवेश और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

पेपर ट्रेडिंग में आप किसी कम्पनी का चार्ट खोलते हैं, जिसमें प्राइस वा अन्य चीज़ें होती हैं, अब आपको एक कॉपी और पेन लेनी है, चार्ट को खोलना है, आपको प्राइस देखना है, और इसके बाद - 

आपको लिखना है - 
  1. आपको किस प्राइस पर शेयर को खरीदना है, लिखें 
  2. जिस प्राइस पर बेचना है, लिखें 
  3. जितने शेयर खरीदने हैं 
  4. स्टॉपलॉस प्राइस लिख लें 
  5. आप कितना रिस्क ले सकते हैं 
इन सभी चीज़ों को अपने  पेपर या कॉपी में लिख लें इसी तरह प्रैक्टिस करते रहें बार - बार इसी को पेपर ट्रेडिंग कहते हैं | यदि आप चाहें तो बहुत से ऐसे आप हैं जिसमें बिना पैसे लगाए आपको सबकुछ मिलता है और आप प्रैक्टिस कर सकते हैं, मैं आपको Tradingviwe   की सलाह दूंगा क्युन्कियह एक सरल प्लेटफार्म है, 

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from option trading in hindi) 

यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग करके पैसा कमाना चाहते हैं,  ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आपको यह पता लगाना होता है कि मार्केट किस डायरेक्शन में जाएगा. यानी ऊपर जायेगा या नीचे अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आप कॉल ऑप्शन buy करके पैसा कमा सकते हैं। और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आप पुट ऑप्शन buy करके प्रॉफिट यानि पैसा कमा सकते हैं। आपको डिडक्शन का विशेष ध्यान रखना होता है | 

याद रखने योग्य बात - ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा आप केवल तभी कमा सकते हैं जब आपके कॉल या पुट ऑप्शंस आपके अनुमान के मुताबिक परफॉर्म करें।

ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट कैसे कमाए?

यदि आप ऑप्शन से पैसा कमाना चाहते हैं,  तो आपको दो बाते जरूर याद रखनी हैं - 

पहली - यदि आप कॉल ऑप्शन से पैसे कमाना चाहते हैं,  तो आपके underlying asset का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से अधिक होना चाहिए। 

दूसरी - इसी प्रकार अगर आप पुट ऑप्शन से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो underlying asset का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से कम होना चाहिए। 
याद रखने योग्य बात - आपको कितना प्रॉफिट होगा यह आपके underlying asset के प्राइस और options के strike price पर निर्भर करता है। और इसके अलावा आप कितने लोट ले रहे हैं इसपर भी निर्भर करते हैं मतलब आपके ऑप्शन  expiry वाले दिन जब आप अपनी positions को close करते हैं तो आपका स्ट्राइक प्राइस और underlying asset के प्राइस का अंतर ही आपका profit जा loss कहलाता है | 
इस  ट्रेडिंग की सबसे खास बात यह है, की इसमें मार्किट ऊपर जाय या नीचे आप पैसे  कमा सकते हैं | और यह अक्सर होता है, जब मार्किट गिरती है, उसी वक्त ज्यादातर लोग पैसे कमाते हैं, क्यूंकि जब लोगों को मार्किट नीचे जाती दिखती है, तो लोग पैनिक में आकर बेचने लगते हैं, और ऐसे में जो पुट ऑप्शन खरीदता है, उसे अच्छा फायदा होता है |  पढ़ें - Sip में निवेश कैसे करें? (How to invest sip) 

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है? 

ऑप्शन ट्रेडिंग में आप मिनिमम 100 रुपये से भी ट्रेड कर सकते हैं, यानी आप बहुत काम पैसों में भी ट्रेड कर  सकते हैं,  और यही ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा है कि आप कम पैसों से भी अधिक पैसा कमा सकते हैं। अगर आपका प्रेडिक्शन सही होता है तो कम पैसों में भी ऑप्शन ट्रेडिंग से अमीर बन सकते हैं, बहुत से ट्रेडर ऐसे हैं जिन्होंने बिलकुल काम पैसों से शुरुआत की  और आज वो दिन का लाख रूपए तक भी कमा रहे हैं| 

इसलिए मैं आपको बताना चाहूंगा की यदि आप इसे अच्छे तरीके से करते हैं तो इसमें पैसे कमाने की कोई लिमिट नहीं है | 

मैं सिर्फ बोल नहीं रहा हूं, बल्कि सच में बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर इसी तरह पैसे कमाकर अमीर बन गए हैं, जिन्होंने बहुत कम पैसों से option trading की शुरुआत की थी, और आज उनके पास करोड़ों रूपए है. आप चाहे तो इंटरनेट पर रिसर्च कर सकते हैं। और सारी जानकारी ले सकते हैं | लेकिन यदि आप एक option seller के रूप में पैसा कमाना चाहते हैं, तो आपको बहुत अधिक पैसों रकी जरूरत पड़ती है | और इससे आप बहुत अधिक पैसे कमा सकते हैं | पढ़ें - Trading के 7 golden rules in hindi 

Option trading में चाहे आप कम पैसों से ट्रेडिंग करें या अधिक पैसों से यह tip हमेशा याद रखें कि–

याद रखने योग्य टिप - 

यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट कमाते हैं तो आप कोशिश कीजिए कि वह प्रॉफिट को लॉस में न बदले | मतलब अगर आप दिन में आज आपने एक ही ट्रेड में प्रॉफिट कमा लिया तो कोशिश कीजिए कि आज आप अपने प्रॉफिट का 70% हिस्सा सेव करें | 

प्रॉफिट या लोस होने के बाद आप अपने लैपटॉप स्क्रीन को बंद करके एन्जॉय करें, ओवरट्रेडिंग करने से बचें | 

बहुत से लोग सबसे बड़ी गलती जो करते हैं, वो है, प्रॉफिट होने के बाद लालच की वजह से ओवरट्रेडिंग करना, और लॉस होने पर उसे रिकवर करने के पीछे भागना, इससे बेहतर है, लोस्स हो या प्रॉफ़िट्स आपको उसके बाद  करके आगे का दिन एन्जॉय करना है, ओवरट्रेडिंग और लोस्स रिकवर करने से बचें | 

आप इसी तरह अच्छा पैसा कमा सकते हैं, ऑर्डर लोस्स से बच सकते हैं | पढ़ें -  ट्रेडिंग के 6 प्रकार क्या हैं? | ट्रेडिंग के प्रकार | 6 types of trading

ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम (Rules of option trading in hindi)  

ऑप्शन ट्रेडिंग में मिंडसेट व नियमों को फॉलो करना बहुत जरूरी है, यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं, तो आपको भी इन नियमों को एक बार जरूर  पढ़ना और फॉलो करना चाहिए | 

1. नुकसान को कम करें

ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे ज्यादा जरूरी जो चीज़ है, वह है, अपने नुक्सान को काम करना, क्यूंकि इसमें नुक्सान के सबसे ज्यादा चांस होते हैं, ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रॉफिट का सीधा अर्थ है, आपके लोस्स  काम होना | प्रॉफिट  कमाना आसान है, लकिन उस प्रॉफिट को बचाना मुश्किल है, इसलिए आपको अपने नुक्सान को कम करने पर ध्यान देना चाहिए | इसीलिए जितना हो सके आप कोशिश करें कि आपको जो प्रॉफिट हुआ है उसे नुकसान में ना बदलें।

2. Risk को मैनेज करें

जो भी ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में थोड़ा बहुत जानता है, उसे यह जरूर पता होगा की इसमें रिष्क अधिक होता है, यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो आपको रिस्क मैनेज पर बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए, क्यूंकि यह आपको आपके पैसे को सुरक्षित करने में मदद करती है | रिस्क मैनेजमेंट का मतलब है,  आप जितना जोखिम उठा सकते हैं, उतना ही रिस्क लें | आपको इसमें विशेष ध्यान रखने की जरूरत है | 

3. लालच न करें - 

ऑप्शन ट्रेडिंग में ज्यादातर लोगों के फ़ैल होने का सबसे बड़ा कारण जो है, वह है लालच, लालच से आप ओवरट्रेडिंग करने की तरफ जाते हैं, और ओवरट्रेडिंग आपके प्रॉफिट को भी नुक्सान में बदल देती है, इसलिए लालच को दूर करके ही ऑप्शन ट्रेडिंग करने पर ध्यान दें, क्यूंकि जो लोग बिना रिस्क मैनेज के ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं धीरे धीरे उनके पैसे खत्म होते जाते हैं | 

याद रखने योग्य बात - 
  • आपको एक discipline अपनाना होगा और उसे ही फॉलो करना होगा |   
  • प्रॉफिट को लोस्स में बदलने से बचाना होगा | 
  • प्रॉफिट चाहे कम हो लेकिन ओवरट्रेडिंग नहीं करनी है | 
  • लोस्स रिकवर के पीछे नहीं भागना है | 
ऑप्शन ट्रेडिंग में देखा जाय तो सीखने के लिए बहुत सारी चीज़े हैं, और आपको सीखने की जरूरत भी है, क्यूंकि आप इसमें जितना अधिक सीखेंगे उतना ही अधिक इससे पैसे कमा पाएंगे इसे समझेंगे, और उतना ही ज्यादा आप इसमें सफल होंगे | 

इसके लिए आपको डेडिकेट होना होगा साथ ही धैर्य रखना होगा  धैर्य रखते हैं और लगातार सीखते रहते हैं, तो जल्दी ही आप इसमें सफलता हासिल कर सकेंगे | इसलिए लालच न करने और धैर्य के साथ काम करते रहे | 

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे व नुकसान  

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे (Advantages of option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के मुख्य फायदे इस तरह हैं - 
  1. नुकसान सीमित होता है लेकिन प्रॉफिट अनलिमिटेड होता है। 
  2. आप जितना पैसा लगाते हैं, यानी यदि आपने 1000 रुपये में ट्रेडिंग की तो आपका लोस्स केवल 1000 रूपए ही होगा, लेकिन आप प्रॉफिट इससे कई गुना कमा सकते हैं | 
  3. यदि आप इसे अच्छे से करते हैं तो आप कम समय में अमीर बन सकते हैं | 
  4. यह आपको हमेसा पैसे कमा कर दे सकता है | 
  5. आपको किसी एक स्ट्रेटेजी में अपनी पकड़ बनाने की जरूरत होती है | 
  6. आप कुछ प्रीमियम मात्र देकर शेयर खरीद सकते हैं,  किसी भी शेयर को खरीदने के लिए पूरा पैसा नहीं देना पड़ता | 
  7. यदि आपका प्रडिक्शन सही निकलता है, तो आप थोड़े से पैसे मात्र से बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं | 

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ नुकसान भी हैं जिन्हे आपको इसमें जाने से पहले एक बात जरूर जानना चाहिए - 
  1. इसमें रिस्क बहुत ज्यादा होता है अतः आप अपना पूरा पैसा गवा भी सकते हैं | 
  2. इसमें बहुत काम समय में आपको बहुत ज्यादा नुकसान भी हो सकता है | 
  3. इसमें आपको वॉल्यूम बहुत हाई मिलता है, जिससे स्टॉपलॉस ज्यादा हिट होते हैं | 
  4. इसमें आपको अपनी phychology पर अधिक ध्यान देना होता है | 
  5. इसमें आपका सारा कैपिटल भी खत्म हो सकता है | 
  6. इसमें प्रीमियम तेज़्ज़ी से कम होता है | 

FAQ - Option Trading in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और कैसे करें?

एक ऐसी चीज है जो आप एक ऑनलाइन ब्रोकरेज खाते के माध्यम से कर सकते हैं जो स्व-निर्देशित ट्रेडिंग की अनुमति देता है। तो ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा। ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद आप स्टॉकब्रोकर द्वारा दिए गए ट्रेडिंग एप का इस्तेमाल कर ऑप्शन में ट्रेड कर सकते है। .

ऑप्शन ट्रेडिंग में शुरुआत कैसे करें?

(How to do option trading in hindi) ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। फिर उसमें फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी F&O सेगमेंट को एक्टिवेट करके किसी भी स्टॉक या इंडेक्स को चुनकर आसानी से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।.

ऑप्शन ट्रेडिंग में लाभ कैसे होता है?

ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आप पूर्ण रूप से शेयर खरीदने के लिए आवश्यक पैसों की तुलना में बहुत कम पैसों से स्टॉक के शेयर पर सीमित नियंत्रण पा सकते हैं।

क्या मैं 10000 रुपये से ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

10,000 रुपये के साथ ये व्यापार शुरू कर सकते हैं। इंडेक्स में ट्रेडिंग के लिए, यदि प्रीमियम 100 रुपये है और आप 50 मात्रा का 1 लॉट खरीद रहे हैं, तो आप इसे 100*50 = 5,000 रुपये के साथ खरीद सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में लाभ कैसे होता है?

ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है

क्या मैं ऑप्शन ट्रेडिंग से अमीर बन सकता हूं?

हाँ, ऑप्शन ट्रेडिंग से आप बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं, और अमीर बन सकते हैं |

ऑप्शन खरीदने में कितना रिटर्न की उम्मीद है?

प्रति ट्रेड औसत रिटर्न: 4.9% प्रति विजेता ट्रेड औसत रिटर्न: 8.7% प्रति ट्रेड हारने पर औसत रिटर्न: -10.2%

ऑप्शन कब खरीदना चाहिए?

आमतौर पर आपको ऑप्शन तब खरीदना चाहिए जब वोलैटिलिटी ऊपर जाने की उम्मीद हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रीमियम कैसे घटता है?

जब अंतर्निहित सिक्योरिटीज का वर्तमान मूल्य बढ़ता है, तो कॉल ऑप्शन प्रीमियम भी बढ़ता है और ऑप्शन प्रीमियम घटता है।

ऑप्शन ट्रेडर्स कितना कमाते हैं?

Option Trading kya hai in Hindi आज हमने क्या सीखा -

आज के ब्लॉग में हमने Option Trading in Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, पैसे कैसे कमाएं (पूरी जानकारी)के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की हमने ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन से पैसे कैसे कमाएं तथा अन्य बातेँ भी हमने सीखी। 

हमने सीखा - 
  1. ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? (What is Option Trading in Hindi)
  2. Option Trading मीनिंग in Hindi
  3. ऑप्शन ट्रेडिंग से जुडी महत्वपूर्ण परिभाषाय 
  4. ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट क्या होते हैं? (What is call and put in option trading hindi)
  5. शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How option trading works in hindi)
  6. ऑप्शन ट्रेडिंग में expiry date कब होती है? 
  7. ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? (How to do option trading in hindi)
  8. ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे? (How to learn option trading in hindi) 
  9. ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from option trading in hindi) 
  10. ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है? 
  11. ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम (Rules of option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

आशा करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी बहुत काम आय। हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏😊

यदि आपको ऑप्शन Trading से related कोई जानकारी चाहिए तो आप comment करके हमे बता सकते। हम जल्द ही आपके लिए जानकारी लाने की कोशिस करेंगे। 

धन्यवाद ( Thank you )

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I am Pranshu Soni, I am a blogger and I give information about Investment, Trading, Share Market Concept, Share Price Target, And Best Share to people in my blog.

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